इस्लामाबाद। इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर आरक्षित सीटों पर फैसले को लागू करने से इनकार किया या मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) काजी फैज ईसा का कार्यकाल बढ़ाया तो वह सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। खान अभी रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में बंद हैं। जेल में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान खान ने कहा, “अगर सरकार विशेष सीटों के फैसले को स्वीकार नहीं करती है और सीजेपी ईसा को विस्तार देने की कोशिश करती है तो हम इसका विरोध करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब है।
इमरान ने चेतावनी दी कि सरकार संविधान में संशोधन करना चाहती है, ताकि वह सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों की अवहेलना करके सीजेपी के कार्यकाल को बढ़ा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा हुआ तो बड़े पैमाने पर विरोध होगा। शेख हसीना के शासनकाल की तुलना पाकिस्तान की स्थिति से करते हुए पीटीआई पार्टी के संस्थापक ने कहा कि मौजूदा सियासी माहौल ठीक नहीं है। खान ने दावा किया, हमारे हालात बांग्लादेश से भी खराब हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को दरकिनार करते हुए अपने सेना प्रमुख, मुख्य न्यायाधीश और पुलिस प्रमुखों की नियुक्ति की। उन्होंने इन घटनाओं और पाकिस्तान के बीच समानताएं बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं पाकिस्तान में हुई हैं और हो रही हैं।
इमरान ने आम चुनाव में कथित धोखाधड़ी की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार को डर है कि इसका खुलासा हो जाएगा। सरकार जांच से बचने के लिए न्यायाधिकरणों में अपने न्यायाधीशों को नियुक्त करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इन मुद्दों को संबोधित नहीं किया गया तो देश व्यापक अशांति की संभावना के साथ चौराहे पर खड़ा है। उन्होंने पिछले साल नौ मई की घटनाओं को लेकर पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं पर कार्रवाई के लिए भी सरकार की आलोचना की। खान ने कहा, जिन लोगों ने नौ मई की वीडियो फुटेज चुराई है, वहीं उस दिन की घटनाओं के लिए जिम्मेदार थे।