
वाशिंगटन/बिच्छू डॉट कॉम। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को कहा कि दुनिया भर में भुखमरी का स्तर एक नई ऊंचाई पर है। उन्होंने दुनिया से इसके खिलाफ लड़ाई का आह्वान किया है। उन्होंने न्यूयॉर्क में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की अध्यक्षता में ‘ग्लोबल फूड सिक्योरिटी-कॉल टू एक्शन’ के दौरान यह अपील की है। आपको बता दें कि भारत ने हाल ही में गेंहू के निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित लोगों की संख्या केवल दो वर्षों में दोगुनी हो गई है। पहले जो संख्या 13.5 करोड़ थी वह अब 27.6 करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि 2016 के बाद से 500 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा COVID के कारण हुए आर्थिक झटके ने लोगों की आय को कम कर दिया है। साथ ही आपूर्ति श्रृंखला को बाधित करके खाद्य असुरक्षा को बढ़ा दिया है। इन कारणों से दुनिया में असमान आर्थिक सुधार हुआ है। वित्तीय बाजारों तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई है। कुछ विकासशील राज्य अब ऋण चूक के कगार पर हैं। यूक्रेन और रूस दुनिया के लगभग एक तिहाई गेहूं और जौ का उत्पादन करते हैं और इसके आधे सूरजमुखी तेल का उत्पादन करते हैं। यूएन न्यूज ने बताया कि रूस और बेलारूस पोटाश के दुनिया के नंबर दो और तीन उत्पादक हैं, जो उर्वरक का एक प्रमुख घटक है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा कि युद्ध ने “लाखों लोगों को खाद्य असुरक्षा, कुपोषण, सामूहिक भूख और अकाल के संकट में डालने की धमकी दी है, जो वर्षों तक रह सकता है।” संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जोर देकर कहा, “भूख की उच्च दर व्यक्तियों, परिवारों और समाजों पर विनाशकारी प्रभाव डालती है।” अपने भाषण के समापन में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि खाद्य, ऊर्जा और वित्त पर वैश्विक संकट प्रतिक्रिया समूह कमजोर लोगों पर संकट के प्रभाव पर नज़र रख रहा है, पहचान कर रहा है और समाधान के लिए जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, “लाखों लोगों को भूख से बाहर निकालने का हमारा एकमात्र मौका एक साथ, तत्काल और एकजुटता के साथ कार्य करना है।”
ब्लिंकन ने उस बैठक की अध्यक्षता की जिसमें लगभग 30 क्षेत्रीय रूप से विविध देशों के विदेश मंत्रियों ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा, पोषण और लचीलेपन को संबोधित करने के लिए कदमों पर चर्चा की। वर्तमान स्थिति को “हमारे समय का सबसे बड़ा वैश्विक खाद्य असुरक्षा संकट” बताते हुए ब्लिंकन ने आपातकाल को संघर्ष, सूखा और प्राकृतिक आपदाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया। साथ ही कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने इसे और बदतर बना दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने वैश्विक संकट से निपटने के लिए 21.5 करोड़ डॉलर की मानवीय सहायता की घोषणा की। उन्होंने कहा, “आज संकट की तात्कालिकता को देखते हुए हम नई आपातकालीन खाद्य सहायता में 215 मिलियन अमरीकी डालर की घोषणा कर रहे हैं। हम और भी बहुत कुछ करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी कांग्रेस बहुत जल्द मानवीय सहायता के लिए लगभग 5.5 बिलियन अमरीकी डालर की अतिरिक्त धनराशि को मंजूरी देगी।”