
मुंबई/बिच्छू डॉट कॉम। अपनी मखमली आवाज के जादू से करोड़ों संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले बॉलीवुड गायक भूपिंदर को आखिरी सफर में चार कांधे भी नसीब नहीं हुए……. यह सब हुआ कोरोना पीड़ित होने की वजह से……… 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले भूपिंदर का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक क्रिमेशन के जरिए आधी रात में कर दिया गया। मशहूर गायक भूपिंदर सिंह पिछले कुछ समय से बीमार थे। उन्होंने मुंबई के क्रिटिकेयर एशिया अस्पताल में 18 जुलाई की शाम को 7रू45 बजे अंतिम सांस ली। भूपिंदर के गुजर जाने से एक ओर जहां सितारों से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया तो दूसरी ओर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। भूपिंदर, कोरोना संक्रमित भी थे, ऐसे में देर रात भूपिंदर सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए मुंबई के श्मशान घाट लाया गया और दिग्गज गायक पंचतत्व में विलीन हो गए। न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक रात करीब पौने दो बजे गायक भूपिंदर सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए मुंबई के श्मशान घाट लाया गया। एएनआई ने ट्वीट में श्मशान घाट से कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिसमें रोते बिलखते उनके परिजन भी नजर आ रहे हैं। अमर उजाला ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इसके बाद भूपिंदर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक भूपिंदर सिंह का अंतिम संस्कार उनके बेटे निहाल सिंह ने रात में ही किया, क्योंकि वो कोविड संक्रमित थे। वहीं कोरोना की वजह से भूपिंदर का इलेक्ट्रिक क्रिमेशन किया गया। भूपिंदर की पत्नी मिताली ने बताया, वह पेट की बीमारी से ग्रसित थे। उन्हें 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं, अस्पताल के निदेशक डॉक्टर दीपक नामजोशी ने कहा, हमें पक्का संदेह है कि उनकी मौत की वजह पेट की बीमारी है। हम जांच कर रहे हैं। इसी बीच उन्हें कोरोना भी हो गया था। सोमवार सुबह उनकी हालत बिगड़ गई और हमें उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। बता दें कि भूपिंदर सिंह को दिल ढूंढता है, नाम गुम जाएगा, एक अकेला इस शहर में, बीती ना बीताई रैना, हुजूर इस कदर भी ना इतरा के चलिए, किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी है जैसे गानों के लिए जाना जाता है।