बिच्छू इंटरटेंमेंट/मुश्किल में नयनतारा की फिल्म, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप

  • रवि खरे
 नयनतारा

मुश्किल में नयनतारा की फिल्म, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
साउथ की लेडी सुपरस्टार नयनतारा की फिल्म अन्नपूर्णी को रिलीज हुए एक महीना हो चुका है। लेकिन ये अब भी सुर्खियां बटोर रही है। फिल्म अब कॉन्ट्रोवर्सी का शिकार हो चुकी है। फिल्म पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। कहा जा रहा है कि मेकर्स के खिलाफ शिकायत तक दर्ज कराई गई है। कम्प्लेंट में कहा गया है कि फिल्म में भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। रमेश सोलंकी नाम के सोशल मीडिया यूजर ने ट्वीट कर सिलसिलेवार तरीके से इस सभी पॉइंट को शेयर किया। उनके मुताबिक फिल्म एंटी हिंदू है, और ये भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है। यूजर के मुताबिक फिल्म में एक जगह भगवान राम को मीट खाने वाला तक बता दिया गया है।  अपने कम्प्लेंट की कॉपी को शेयर कर सोलंकी ने ट्विटर पर लिखा- मैंने जी और नेटफ्लिक्स के खिलाफ कम्प्लेंट दर्ज की है। जहां पूरा भारतवर्ष भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का जश्न मना रहा है। वहां एक एंटी-हिंदू फिल्म अन्नपूर्णी नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई है। फिल्म एक्टर फरहान एक्ट्रेस को मीट खाने के लिए उक्साते हैं, और कहते हैं कि भगवान राम भी मांस खाने वाले हुआ करते थे। नेटफ्लिक्स इंडिया और जी स्टूडियोज ने जानबूझकर इस फिल्म को बनाया है और प्राण प्रतिष्ठा के दिन के पास रिलीज किया है। जिससे हिदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचे।  

गली बॉय को ऑस्कर के लिए चुने जाने पर विजय सेतुपति हो गए थे शॉक्ड
शाहरुख खान की फिल्म जवान में खलनायक की भूमिका निभाने वाले अभिनेता जल्द ही कैटरीना कैफ के साथ नजर आएंगे। मेरी क्रिसमस में फैंस से बात करते हुए, अभिनेता ने कथित तौर पर अपनी सबसे प्रसिद्ध फिल्मों में से एक को ऑस्कर में नहीं भेजे जाने के बारे में खुलकर बात की। कई लोगों को याद होगा कि 2019 में, विजय को तमिल फिल्म सुपर डीलक्स में शिल्पा नामक ट्रांसपर्सन की भूमिका निभाने के लिए प्रशंसा मिली थी। जबकि उनके प्रशंसकों को उम्मीद थी कि यह फिल्म ऑस्कर के लिए भारत का आधिकारिक चयन होगी, लेकिन इसके बजाय रणवीर सिंह की गली बॉय को भेजे जाने पर वे चौंक गए। इसके बारे में बात करते हुए, विजय ने इवेंट में कहा, यह मेरे और सुपर डीलक्स की टीम के लिए दिल तोडऩे वाला था। मैं टूट गया था, लेकिन यह राजनीति है, हम जानते हैं कि कुछ हुआ है। ऐसा इसलिए नहीं कि मैं उस फिल्म में था। अगर मैं उस फिल्म में नहीं होता तो भी मैं चाहता कि वह फिल्म वहां जाए। बीच में कुछ हुआ और मैं उस बारे में बात नहीं करना चाहता। त्यागराजन कुमारराजा द्वारा निर्देशित, सुपर डीलक्स में विजय, फहद फासिल, सामंथा रूथ प्रभु, राम्या कृष्णन, मिस्किन, मिर्नलिनी रवि और अन्य जैसे स्टार कलाकार शामिल थे। इसमें एक ऐसे माता-पिता की कहानी बताई गई है जो लिंग-पुष्टि सर्जरी के बाद अपने बेटे और परिवार के साथ फिर से जुडऩा चाहते हैं। विजय के अलावा, अश्वंत अशोककुमार को बेटे रसुकुट्टी की भूमिका निभाने के लिए सराहना मिली। विजय ने फिल्म में बेस्ट सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।

बेवकूफी भरे इस बिजनेस पर हैरानी होती है…, स्टारडम को लेकर बोलीं कंगना
कंगना रनौत अक्सर अपने स्टेटमेंट्स को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी में बनी रहती हैं। एक्ट्रेस आमतौर पर देश-विदेश के ट्रेंडिंग मुद्दों और बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर अपनी राय रखती नजर आती हैं। एक बार फिर कंगना ने मुखर होकर एक मामले पर अपने विचार रखे हैं। हालांकि इस बार उनका टॉपिक नेपोटिज्म या कोई मुद्दा नहीं बल्कि वो स्टारडम है जिसे कंगना ने एक्सपीरियंस किया है। दरअसल कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक लंबा नोट लिखा है। एक्ट्रेस ने लिखा… अचानक आप भी उनकी आंखों से अपनी मौजूदगी की चमक महसूस करते हैं और हैरान होते हैं कि क्या हो रहा है और होने का सबसे सही तरीका क्या है, यह वो है जो है ही नहीं उस पर काबू पाना नामुमकिन है। सिनेमा स्टार का मिथक अब तक का सबसे प्यारा झूठ ये है कि मुझे मुस्कुराहट और आंसुओं के इस बेवकूफी भरे बिजनेस पर हैरानी होती है। इस पोस्ट में कंगना ने बताया है कि एक एक्ट्रेस होना उनके लिए कैसा रहा।

Related Articles