- रवि खरे

बॉलीवुड में 10 साल पूरे होने पर कृति सेनन हुईं भावुक, बताया सक्सेस का मंत्र
आज से ठीक 10 साल पहले कृति सेनन ने फिल्म हीरोपंती से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। शब्बीर खान के निर्देशन में बनी फिल्म में डिम्पी का किरदार निभाकर कृति ने खूब तारीफें बटोरीं। आज सिर्फ इस फिल्म को नहीं बल्कि कृति को भी इंडस्ट्री में 10 साल हो गये हैं। कृति सेनन ने सोशल मीडिया पर बॉलीवुड में एक दशक पूरा करने पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया है। एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जो दिखाता है कि वह एक्ट्रेस बनने के लिए कितनी बेताब थीं। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कितनी मेहनत की है। उन्होंने फिल्मों के बहुत से सीन भी वीडियो में दिखाये हैं। इसके साथ कृति सेनन ने कैप्शन में लिखा, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किये 10 साल हो गये हैं। मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा और मैजिकल दशक। ऐसा लगता है जैसे कल की बात हो जब मैंने पहली बार फिल्म के सेट पर कदम रखा और ऐसा महसूस हुआ जैसे मैं यहीं के लिए बनी थी। कृति सेनन ने आगे लिखा, मैंने बहुत कुछ सीखा, बड़ी हुई और एक एक्टर व एक व्यक्ति के रूप में विकसित हुई हूं। कुछ प्यारे दोस्त मिले, खूबसूरत इक्वेशन और यादें बनाई हैं, जो हमेशा मेरे चेहरे पर स्माइल लाती रहेंगी।
कोई नहीं बनना चाहता था देवदास का चुन्नी बाबू, फिर जैकी श्रॉफ को मिला रोल
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी देवदास साल 2002 की हिट फिल्मों में से एक थी। इस आइकॉनिक फिल्म के गाने और डायलॉग्स आज भी बहुत पॉपुलर हैं। फिल्म में चुन्नीलाल या चुन्नी बाबू के किरदार ने भी खूब ध्यान खींचा। देवदास में चुन्नी बाबू का किरदार अभिनेता जैकी श्रॉफ ने निभाया था, जो फिल्म में शाहरुख खान के जिगरी यार होते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि जैकी चुन्नी बाबू के किरदार के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। कई अभिनेताओं ने यह किरदार करने से साफ मना कर दिया था। तब जैकी के हाथ भंसाली की ये हिट फिल्म लगी थी। जैकी श्रॉफ ने इसका खुलासा किया है कि कैसे कई अभिनेताओं ने देवदास में चुन्नी बाबू का रोल करने से मना कर दिया था और फिर उन्हें यह रोल निभाने का मौका मिला। जैकी ने कहा, कोई भी देवदास में चुन्नी बाबू बनने के लिए तैयार नहीं, लेकिन मैं राजी हुआ। इसलिए मुझे यह मिल गया। मैं हैरान रह गया था कि कोई भी यह रोल करना नहीं चाहता। पागल कुत्ते ने काटा है। जैकी श्रॉफ ने आगे कहा, अगर वे आपका सीन या कुछ भी काट देंगे तो कभी टेंशन नहीं लेता।
बड़े मियां छोटे मियां की मानुषी छिल्लर पर चढ़ा बोल्डनेस का खुमार
मानुषी छिल्लर किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। पूर्व मिस वर्ल्ड से अभिनय की दुनिया में उतरीं मानुषी भले ही अभी कुछ चमक न पाई हों, लेकिन अपनी खूबसूरती के जरिए चर्चा में रहती हैं। इस वक्त मानुषी छिल्लर की लेटेस्ट फोटोज की चर्चा हो रही है। बड़े मियां छोटे मियां फेम एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर अपनी बिकिनी फोटोज से लाखों फैंस को अपना कायल बना दिया है। दरअसल, मानुषी छिल्लर ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी तस्वीरें शेयर की हैं। इन फोटोज में अभिनेत्री बिकिनी में कातिलाना अदाएं बिखेरती हुई नजर आ रही हैं। एक फोटो में वह समंदर किनारे रेत में लिपटी हुई पोज दे रही हैं। दूसरी तस्वीर में एक्ट्रेस ने ब्लैक बिकिनी में अपना किलर फिगर फ्लॉन्ट किया है।
जानवर की तरह व्यवहार होता है पंचायत फेम सुनीता राजवार ने खोली इंडस्ट्री की पोल
मनोरंजन जगत से अक्सर आर्टिस्ट्स के साथ होने वाले बुरे बर्ताव की खबरें आती रहती हैं। ऐसे कई एक्टर-एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने सेट पर अपने साथ होने वाले गलत व्यवहार पर खुलकर बात की है। प्राइम वीडियो की चर्चित और सबसे सफल सीरीज में से एक पंचायत में क्रांति देवी का किरदार निभाने वाली सुनीता राजवार ने इंडस्ट्री में आर्टिस्ट्स के साथ होने वाले गलत व्यवहार पर बात की है। सुनीता राजवार के अनुसार, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक आर्टिस्ट को काफी कुछ सहना पड़ता है। जहां लीड एक्टर्स के साथ राजा की तरह व्यवहार होता है, वहीं सपोर्टिंग आर्टिस्ट्स को हर चीज के लिए हाथ फैलाना पड़ता है। उन्हें इज्जत तक नहीं दी जाती। सुनीता राजवार ने ब्रूट इंडिया के साथ कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 से बातचीत में सुनीता राजवार ने इंडस्ट्री में सपोर्टिंग एक्टर्स के साथ होने वाले व्यवहार पर खुलकर बात की। सुनीता ने कहा- इंडस्ट्री में ज्यादातर एक्टर्स को टाइपकास्ट कर दिया जाता है। क्योंकि, मेकर्स के लिए ऐसे में उन्हें किसी भी फिल्म में डालने में आसानी होती है। बहुत सी बार तो एक्टर्स भी इसे अपना लेते हैं, उन्हें भी अपना पेट पालना है और वो नखरे नहीं दिखा सकते। इसलिए वह इसे चुपचाप अपना लेते हैं। ये दर्दनाक है, लेकिन सच है। आगे अभिनेत्री ने कहा- लीड एक्टर्स को सारी सुविधाएं दी जाती हैं, दूसरी तरफ सपोर्टिंग एक्टर्स को हर चीज के लिए हाथ फैलाना पड़ता है।