मिस यूनिवर्स की मां बोलीं… हरनाज की जिद ने बना दिया उसे विश्व सुंदरी..

हरनाज कौर

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। 21 सालों बाद मिस यूनिवर्स  का  खिताब  जीतने   वाली   हरनाज कौर   की  मां की  मानें  तो  उसे   यह खिताब मिलने के पीछे  हरनाज  की जिद का कमाल है……   क्योंकि  वह जो ठान  लेती थी उसे  पूरा  करके ही रहती  थी….   शायद यही कारण है  कि मिस फेमिना का खिताब    न  जीत   पाने  के बावजूद  हरनाज मिस  युनिवर्स बन  गयी।  आईए आपको बताते  हैं हरनाज की हर वह बात जो आप जानना चाहते हैं। चंडीगढ़ की ब्यूटी क्वीन हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीत लिया है। हरनाज कौर संधू पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कालेज फार गर्ल्स सेक्टर-42 की छात्रा हैं। हरनाज अभी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय में मास्टर की डिग्री पूरी कर रही हैं। हरनाज के खिताब जीतने के समाचार परिवार के लोग खुशी से झूम उठे। प्रतियोगिता में जाने से पहले हरनाज ने बातचीत में कहा था वह बचपन से जज बनना चाहती थी, लेकिन स्कूल टाइम में अभिनय का शौक जागा। टैगोर थिएटर सेक्टर-18 में होने वाले मंचन का हिस्सा बनी। अभिनय के शौक में ही हरनाज मिस फेमिना की प्रतियोगिता तक गई, उस समय खिताब पाने में नाकाम रही, लेकिन अभिनय का शौक कायम रहा। अब हरनाज के सिर मिस यूनिवर्स का ताज सजा है। हरनाज कौर की शुरुआती पढ़ाई सेक्टर-41 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल में हुई। वह परिवार के साथ मोहाली के सेक्टर-78 में रहती हैं। मॉडलिंग के साथ पंजाबी फिल्मों में कर रही हैं। हरनाज ने वर्ष 2019 में मिस फेमिना में भी हिस्सा लिया था, जिसमें वह रनरअप रही थी। मिस फेमिना का हिस्सा रहने के बाद हरनाज ने पहले मॉडलिंग शुरू की थी। इसके बाद अभी वह पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय भी कर रही हैं। हरनाज इस समय दो फिल्में कर रही हैं। इनकी शूटिंग चल रही है जो कि मई-जून 2022 के बाद रिलीज होंगी। इससे पहले हरनाज दिवा यूनिवर्स 2021 का भी खिताब जीत चुकी हैं। इस खिताब को जीतने के बाद हरनाज ने बातचीत में कहा था कि उन्हें परिवार की ओर से पूरा सहयोग मिला है। उनका पूरा परिवार खेती या ब्यूरोक्रेट्स से संबंधित रहा है, लेकिन 2017 में कॉलेज के दिनों में जब उन्होंने स्टेज साझा किया तो उनका मॉडलिंग का सफर शुरू हो गया। इसी का नतीजा है कि अब वह मिस दिवा यूनिवर्स चुनी गई हैं। आज वह मिस यूनिवर्स हैं। हरनाज 2019 में फेमिना मिस इंडिया का भी हिस्सा रह चुकी हैं। हरनाज को घुड़सवारी,  तैराकी व घूमने का खूब शौक है। हरनाज़ संधु की मां डॉ. रवींद्र संधू ने बताया, हमारे लिए ये बेहद गर्व की बात है। इस खुशी को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। वो शुरू से जो ठानती थी उसे पूरा करती थी। हरनाज की इस सफलता पर परिवार गद्गगद् है। हरनाज की मां डॉ. रवींद्र संधू ने बताया कि उनके लिए यह बेहद गर्व की बात है। इस खुशी को वह शब्दों में बयां नहीं कर सकती हैं। हरनाज अपने काम के प्रति बहुत जिद्दी है। वह जो ठानती है उसे करके रहती है। 

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