हैप्पी बर्थडे अख्तर साहब…. बचपन में जादू कहकर बुलाते थे…. क्लैपिंग बॉय से शुरू किया करियर….लव लेटर लिखने में मशहूर थे….

जावेद अख्तर

मुंबई/बिच्छू डॉट कॉम। बॉलीवुड के सबसे मशहूर और सफल शायर राइटर जावेद अख्तर का आज जन्मदिन है…..बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि मप्र में पैदा हुए जावेद लव लेटर लिखने में बहुत महारथ हासिल रखते थे…. लोग उन्हें घर में जादू कहकर बुलाते थे और उनका करियर क्लैपिंग बॉय के रूप में शुरू हुआ था…. आज जन्मदिन के इस खास मौके पर जावेद अख्तर साहब के बारे में कुछ खास जानकारी पढ़िए इस खबर में। जावेद का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 को हुआ था। जावेद अख्तर का असली नाम जादू है। जावेद के पिता जान निसार अख्तर हिंदी सिनेमा के फेमस गीतकार थे और उनकी मां सैफिया अख्तर गायिका-लेखिका थीं। बहुत छोटी उम्र में ही जावेद अख्तर ने अपनी मां को खो दिया और इसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली। फिल्मों में करियर बनाने जावेद जब मुंबई आए तो उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे। तो कमाल अमरोही के स्टूडियो में उन्हें ठिकाना मिला था। हिंदी फिल्म जगत में उन्हें काम पाने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा। कुछ समय बाद जावेद को फिल्मों में क्लैपर ब्वॉय का काम मिल गया। फिल्म श्सरहदी लुटेराश् की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात सलीम खान से हुई। सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने इंडस्ट्री को शोले, बारात और दीवार जैसी कई दमदार कहानियां दी हैं। दोनों ने मिलकर करीब 24 फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी थीं जिसमें सिर्फ 4 कहानियां ही फ्लॉप हुई थीं। उनकी साथ में लिखी 20 कहानियों ने पर्दे पर तहलका मचा दिया था। हालांकि 1982 में जावेद और सलीम कुछ निजी कारणों के चलते एक दूसरे से अलग हो गए। जावेद की लेखनी बचपन से ही दमदार थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि स्कूल के समय लोग उनसे लव लेटर लिखवाने आया करते थे। वो उन लोगों के भी लव लेटर लिखते थे जिन्हें वो जानते तक नहीं थे। लव लेटर लिखने में उनकी बड़ी डिमांड थी। जावेद अख्तर की पहली पत्नी का नाम हनी ईरानी है। फिल्म सीता और गीता के दौरान जावेद की मुलाकात हनी ईरानी से हुई। फिल्म हिट होने की शर्त जीतक जावेद ने हनी से शादी की थी। दोनों की उम्र में 10 साल का फासला था। लेकिन दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। कुछ सालों बाद जावेद को अच्छा काम मिलने लगा। जल्द ही हनी बेटी जोया की मां बन गईं। 1974 में हनी और जावेद एक बेटे फरहान अख्तर के पैरेंट बने। 1970 में जावेद का दिल कैफी आजमी की बेटी और फेमस एक्ट्रेस शबाना आजमी पर आ गया। उनके अफेयर की खबर जब हनी को हुई तो घर में रोज झगड़े होने लगे लेकिन जावेद हनी को छोड़ना नहीं चाहते थे इसलिए हनी ने उनसे कहा कि वो शबाना के पास जाएं और बच्चों की चिंता ना करें। इसके बाद जावेद ने हनी से तलाक ले लिया। 6 साल के अफेयर के बाद 1984 में जावेद ने शबाना से शादी कर ली। बॉलीवुड में उनकी कला के लिए उन्हें  साहित्य अकादमी, पद्मश्री, पद्म भूषण जैसे अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं उनके गीत और लेख के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

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