- प्रणव बजाज

मंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने यूथ कांग्रेस ने किया हंगामा
खरगोन में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, खरगोन-बड़वानी सांसद गजेंद्र सिंह पटेल व राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलंकी के सामने यूथ कांग्रेस व एनएसयूआई कार्यकतार्ओं ने हंगामा किया। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाया कि प्रबंधन की शह पर ही अभाविप ने यहां झंडे बैनर लगाए। एनएसयूआई कार्यकतार्ओं ने कहा कि कार्यक्रम को राजनीतिक रंग दिया गया। ऐसा लगा ही नहीं कि कॉलेज का आयोजन है। कार्यकतार्ओं ने कहा कि यह पीजी कॉलेज नहीं है, भाजपा महाविद्यालय हो गया है। वहीं कॉलेज के प्राचार्य आरएस देवड़ा ने कहा कि उन्होंने एबीवीपी कार्यकतार्ओं को स्वागत की अनुमति दी थी बैनर-पोस्टर लगाने की नहीं। बता दें कि मंत्री डॉ यादव यहां पीजी कॉलेज परिसर में इनडोर स्टेडियम का लोकार्पण व बॉटनी लैब का भूमिपूजन करने पहुंचे थे।
बालाघाट पहुंचे प्रभारी मंत्री डंग को दिखाए काले झंडे
प्रभारी मंत्री के तौर पर बालाघाट पहुंचे प्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा व पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग को युवक कांग्रेस पर एनएसयूआई ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। बालाघाट विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब हरदीप सिंह डंग कांग्रेस से विधायक थे। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में हरदीप सिंह डंग ने न केवल कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया बल्कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने में भी अपनी अहम भूमिका निभाई। यही वजह है कि सिंधिया के सिपाही का बालाघाट में काले झंडे और काले पंपलेट दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया।
सिंधिया ने डंके की चोट पर गिराई थी सरकार
प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि सिंधिया ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार डंके की चोट पर गिराई थी। उन्हें किसी के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सिंधिया तो देने की बात करते हैं, विकास की बात करते हैं और प्रदेश में अब कांग्रेस बची ही कहां है, जो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में बोलेगी। प्रभारी मंत्री के तौर पर ग्वालियर दौरे पर पहुंचे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने यह भी कहा कि जनसंख्या विधेयक को किसी भी संप्रदाय से नहीं जोड़ना चाहिए। अब तो पूरे देश का जनमानस तैयार हो रहा है। प्राकृतिक संसाधनों का दोहन ठीक है, लेकिन शोषण ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि इस पर जनसंख्या नियंत्रण से ही काबू पाया जा सकता है, जैसा कि चीन ने किया है।
सीएम के पुत्र कार्तिकेय चौहान भी जनसंख्या नियंत्रण के पक्ष में
जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर पूरे देश में सियासी बहस जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बेटे कार्तिकेय चौहान ने अपनी राय सामने रखी है। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि जिस हिसाब से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है, उसमें हमारे रिसोर्स उतने ही है। इस वक्त हमारे पास ऐसी स्थिति बन गई है कि हम अपने रिसोर्स से ज्यादा इस देश को आगे धकेल रहे हैं। यदि यही हालात रहे तो पर कैपिटा रिसोर्सेज देश में कम पड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि गरीबी का मुख्य कारण है हम अपनी जनसंख्या को संभालने में समर्थ नहीं है। इस दिशा में सरकारों को पहल करनी चाहिए। कानून लाया जाना चाहिए लेकिन कानून बैलेंस तरीके से लाया जाना चाहिए। जनसंख्या नियंत्रण कानून देश के लिए जरूरी है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। एक युवा होने के नाते मैं चाहता हूं कि हमारे देश में कोई भूखा पेट न सोए इसलिए जरूरी है कि हम अपनी जनसंख्या को काबू में रखें।