बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/डिजिटल इंडिया में मप्र विधानसभा ऑफलाइन क्यों: सिंघार

 उमंग सिंघार

डिजिटल इंडिया में मप्र विधानसभा ऑफलाइन क्यों : सिंघार
मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही लाइव दिखाने की मांग कांग्रेस पार्टी लगातार कर रही है। हर सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सरकार से यह मांग करते हैं। बावजूद इसके अभी तक कार्यवाही को लाइव टेलीकास्ट करने का निर्णय नहीं लिया गया। तो वही दूसरी तरफ मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने विधानसभा की कार्यवाही लाइव स्ट्रीमिंग न करने को लेकर सरकार को नोटिस जारी किया है। जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार  ने पूछा है कि डिजिटल इंडिया में मध्यप्रदेश विधानसभा ऑफलाइन क्यों? दरअसल यह नोटिस कांग्रेस विधायक सचिन यादव की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने दिया है। विधानसभा की कार्यवाही लाइव नहीं करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाते हुए कहा कि हर साल 21 करोड़ रुपए  सिर्फ विधानसभा की कार्यवाही दिखाने को मिलते हैं।

बिना पैसा दिए काम नहीं हो रहे, मगरमच्छ से ज्यादा मोटी चमड़ी प्रशासन की: जीतू
प्रशासन की चमड़ी मगरमच्छ  से भी ज्यादा मोटी हो गई है। बिना पैसे के कोई भी काम नहीं हो रहा है। कलेक्टर, एसपी, एसडीएम सभी पैसे देकर आ रहे हैं। यह आरोप मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शनिवार को सागर में मीडिया से चर्चा में लगाए। पटवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश चौधरी के साथ कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के लिए सागर पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि करप्शन भाजपा के खून में बस गया है। एक समय भारत का विश्व में नाम था लेकिन अब भारतवर्ष विश्व का सबसे बड़ा भ्रष्ट देश बन गया है।  समाज में जहां भी झगड़ा होता है, उसके पीछे भाजपा की मानसिकता मिलती है। पटवारी ने कहा कि कांग्रेस जातिगत जनगणना कराए जाने पर अडिग है और उसको कांग्रेस आगे बढ़ा रही है। सबसे पहले हम कांग्रेस को ग्राम स्तर तक मजबूत कर रहे हैं, ताकि इस बात को आम लोगों तक पहुंचाया जा सके।

प्रदेश में 200 से अधिक आदिवासियों की संपत्तियों पर वक्फ बोर्ड का कब्जा: वीडी
प्रदेश भाजपा कार्यालय में शनिवार को अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक में नए वक्फ संशोधन कानून को लेकर चर्चा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पहले वक्फ बोर्ड किसी की भी जमीन पर अपना दावा कर सकता था, तब जमीन मालिक की जिम्मेदारी होती थी कि वह साबित करे की वह जमीन उसकी है। यदि वह ऐसा नहीं कर पाता था, तो जमीन पर वक्फ बोर्ड का कब्जा हो जाता था।  प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा, अनेक आदिवासी भाईयों की जमीनों पर भी  इसी तरह कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा, हमें इस बात को जन-जन तक पहुंचाना है। अनुसूचित जनजाति मोर्चा वक्फ संशोधन बिल की ऐसी ही बातों को लेकर गांव-गांव जाना है।

विधायक के भाई की बर्थ-डे पार्टी में हुए पांच  हर्ष फायर, गिरफ्तार
कांग्रेस के पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के भाई जय घनघोरिया की बर्थ-डे पार्टी में करीब आधा दर्जन हर्ष फायर हुए। 17 अप्रैल की रात 12 बजे सैकड़ों की संख्या में युवकों के बीच जब केक काटा गया तो अज्जु खान नामक युवक ने लाइसेंसी पिस्टल से लगातार पांच हर्ष फायर किए। अचानक एक के बाद एक गोली की आवाज से इलाके में हडक़ंप मच गया। उधर, फायरिंग करने का वीडियो वायरल होने पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।  दरअसल प्रदेश में हर्ष फायरिंग पर रोक लगी हुई है।

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