बिच्छू राउंडअप/भारत की नई परमाणु पनडुब्बी में लगेगी के-5 मिसाइल, आधी दुनिया होगी जद में

मिसाइल
  • रवि खरे

भारत की नई परमाणु पनडुब्बी में लगेगी के-5 मिसाइल, आधी दुनिया होगी जद में
भविष्य में भारतीय नौसेना की नई अरिहंत-क्लास न्यूक्लियर-पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन एस-4 में खतरनाक के5 मिसाइल लगाई जाएगी। भारतीय नौसेना में के सीरीज की कई मिसाइलें तैनात हैं। कुछ पनडुब्बियों में तो कुछ युद्धपोतों में। इस मिसाइल से चीन-पाकिस्तान की हालत खराब हो जाएगी। हिंद महासागर से दागी गई तो ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, चीन, रूस, मिडिल ईस्ट, यूरोप सब रेंज में आएंगे।  पनडुब्बी से छोड़ी जाने वाली यह मिसाइल 5 से 6 हजार किलोमीटर तक मार कर सकेगी। यानी समंदर में रहकर पूरे देश की सुरक्षा कर पाएगी। अगली मिसाइल जो भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों में लग सकती है, वो है के सीरीज की परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल के5 यह सबमरीन लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल है।  इस मिसाइल को देश में ही डेवलप किया गया है। इसमें 2000 केजी वजनी वॉरहेड लगा सकते हैं। वह पारंपरिक हो या फिर परमाणु हो। इसकी रेंज फिलहाल 5 से 6 हजार किमी बताई जा रही है। लेकिन हल्के वॉरहेड के साथ यह 8 से 9 हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है। इसे भारतीय रक्षा एवं विकास संगठन बना रहा है।  अगर इस मिसाइल को भारतीय समुद्री क्षेत्र  में मौजूद पनडुब्बी से लॉन्च किया जाए तो चीन और पाकिस्तान के कई प्रमुख शहर किसी भी मिनट खत्म हो सकते हैं। इसे फिलहाल अरिहंत क्लास सबमरीन और एस-5 क्लास सबमरीन में लगाया गया है।

ताजिया का साइज छोटा करो वरना करंट से मर जाओगे: योगी
सीएम योगी ने हिंदू समुदाय के अनुशासन का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रयागराज में हुए कुंभ मेले के दौरान 66 करोड़ श्रद्धालु आए लेकिन कहीं भी कोई हिंसा, आगजनी, छेड़छाड़, अपहरण या तोडफ़ोड़ की घटना नहीं हुई। सभी भक्त आस्था के साथ आए, स्नान किया और फिर शांति से अपने गंतव्य को लौट गए। इसे ही धार्मिक अनुशासन कहा जाता है। उन्होंने कांवड़ यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि यह यात्रा हरिद्वार से गाजियाबाद समेत कई स्थानों तक जाती है और स्वाभाविक रूप से सडक़ पर ही निकाली जाती है। लेकिन क्या कभी परंपरागत मुस्लिम जुलूस, जैसे मोहर्रम के ताजिए को रोका गया है? मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सिर्फ यह अनुरोध किया कि ताजिए के आकार को थोड़ा छोटा कर लिया जाए, ताकि ऊंचे बिजली के तारों की चपेट में आकर कोई हादसा न हो। सुरक्षा के लिहाज से यह एक जरूरी कदम है क्योंकि लापरवाही के कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं। सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि कानून सभी के लिए समान रूप से लागू होता है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान भी डीजे की ध्वनि को नियंत्रित करने के निर्देश दिए जाते हैं ताकि किसी को असुविधा न हो।

बीएसएनएल से सरकार को 1735 करोड़ का नुकसान, नहीं की वसूली
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने मंगलवार को कहा कि दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने टावर जैसे बुनियादी ढांचे को साझा करने पर अपने समझौते के अनुसार रिलायंस जियो से 10 साल कोई वसूली नहीं की। इससे सरकार को 1,757.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कैग ने कहा, भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) दूरसंचार बुनियादी ढांचा प्रदाताओं (टीआईपी) को दिए जाने वाले राजस्व हिस्से से लाइसेंस शुल्क का हिस्सा काटने में विफल रही। इससे सरकारी कंपनी को 38.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।बयान में कहा गया है कि बीएसएनएल मेसर्स रिलायंस जियो इन्फोकॉम लि. (आरजेआईएल) के साथ मास्टर सर्विस एग्रीमेंट (एमएसए) को लागू करने में विफल रही। बीएसएनएल के साझा टावर जैसे बुनियादी ढांचे पर इस्तेमाल की गई अतिरिक्त प्रौद्योगिकी के लिए बिल नहीं दिया।

अब फेसबुक और इंस्टाग्राम के लिए चलाने के लिए देने होंगे पैसे
फेसबुक और इंस्टाग्राम दुनिया भर में करोड़ों लोग इस्तेमाल करते हैं। दुनिया के दो बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म करोड़ो यूजर्स के लिए अब तक तो मुफ्त है, लेकिन अब इन दोनों प्लेटफॉम्र्स को मुफ्त में इस्तेमाल करने का आनंद ज्यादा दिनों तक नहीं ले पाएंगे। इन प्लेटफॉम्र्स का इस्तेमाल करने के लिए अब पैसे देने पड़ सकते हैं। जी हां, सोशल मीडिया दिग्गज मेटा अब ब्रिटेन में एक नए सब्सक्रिप्शन मॉडल पर विचार कर रही है, जिससे यूजर्स अपने फीड में बिना विज्ञापन के सोशल मीडिया का आनंद ले सकें। मेटा का यह फैसला अचानक नहीं आया, बल्कि इसके पीछे एक कानूनी मामला है। ब्रिटेन में मेटा को एक यूजर को टार्गेटेड विज्ञापन न दिखाने पर सहमत होना पड़ा। यह मामला लंदन हाई कोर्ट तक पहुंचा था, लेकिन कंपनी ने मुकदमे से बचने के लिए इसे सुलझा लिया। इस केस की शुरुआत 2022 में तब हुई, जब मानवाधिकार कार्यकर्ता तान्या ओ कैरेल ने मेटा के खिलाफ $1.5 ट्रिलियन का मुकदमा दायर किया। उनका आरोप था कि मेटा ने उनकी सहमति के बिना उनका निजी डेटा इक_ा कर लिया और उनके ऊपर टार्गेटेड विज्ञापन दिखाए, जिससे यूके के डेटा सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन हुआ।

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