- नगीन बारकिया

राहत की बात- मप्र में लगातार गिर रही है संक्रमण की स्पीड
कोरोना के आतंक का साया लगभग रोजाना ही बढ़ता जा रहा है। रोज ही यह आंकड़ा नए रिकार्ड को छू रहा है। पिछले 24 घंटे में फिर से इस आंकड़े ने चार लाख का शिखर छूने की जल्दबाजी दिखाई है और वह अब इस जादुई आंकड़े से छह कदम दूरी पर है। इसका मतलब यह कि अब देश भर में पिछले 24 घंटों में संक्रमित होने वाले नए केसों की संख्या 3 लाख 94 हजार तक पहुंच चुकी है। इसमें मप्र के लिए राहत की बात यह है कि यहां पिछले लगातार चार दिन से नए केसों की संख्या में गिरावट आई है जो 94 हजार से 90 हजार प्रतिदिन पर रह गया है। राहत की बात इसलिए भी है कि जिस स्पीड से संक्रमण ने घेरा था उसके अनुसार 30 अप्रैल तक मप्र में प्रतिदिन एक लाख 80 हजार मरीजों का आंकड़ा होना चाहिए था जो भाग्यवश फिलहाल आधा ही दिखाई दे रहा है।
विशेषज्ञ कहते हैं- बस एक सप्ताह और करें इंतजार
विशेषज्ञों के यह कथन सुनकर काफी राहत मिलती है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपने चरम के बेहद नजदीक पहुंच चुकी है। बताया गया है कि अगले सप्ताह 3-5 मई के बीच पीक आ सकता है। वैज्ञानिकों की एक टीम ने गणितीय मॉडल पर गणना के आधार पर सरकार को यह रिपोर्ट दी है। कोरोना का पीक पिछले अनुमानों से कुछ पहले आ सकता है, क्योंकि संक्रमण भी उम्मीद से अधिक तेजी से फैला है। दुनिया में सर्वाधिक आबादी के मामले में दूसरे नंबर के देश में पिछले 9 दिनों से हर दिन 3 लाख से अधिक केस सामने आ रहे हैं। संक्रमण के बेकाबू होने से भारत में जनस्वास्थ्य को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया। सरकार को आॅक्सीजन, दवाओं और दूसरी जरूरी चीजों का दूसरे देशों से आयात करना पड़ रहा है, जबकि कुछ दिन पहले तक भारत दुनिया को निर्यात कर रहा था। सरकार की ओर से गठित वैज्ञानिक समूह के प्रमुख एम. विद्यासागर ने रॉयटर्स को बताया, ”हमारा मानना है कि अगले सप्ताह तक देश में नए केस चरम पर पहुंच जाएंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि समूह ने इससे पहले 2 अप्रैल को सरकारी अधिकारियों को बताया था कि 5-10 मई के बीच पीक आएगा। विद्यासागर ने अपने प्रजेंटेशन में कहा कि ऐसे ढांचे की आवश्यकता नहीं है जो जुलाई और अगस्त में काम आए, क्योंकि तब तक लहर खत्म हो चुकी होगी। यह पता करने की कोशिश करिए कि हम अगले 4-6 सप्ताह में कैसे लड़ेंगे। यही संदेश था। लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन के लिए समय खराब न करें क्योंकि समस्या अभी है।
टीकाकरण का तीसरा दौर आज से
देशभर में आज 1 मई से कोरोना के खिलाफ निर्णायक जंग की शुरूआत हो रही है। इसके तहत 18 वर्ष से अधिक के युवाओं को भी टीके लगाए जाएंगे। हालांकि यह शुरूआत पूर्व योजना के अनुसार नहीं हो पा रही है क्योंकि वैक्सीन की कमी के कारण कई राज्यों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, झारखंड, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यों ने टीकों की कमी का हवाला देते हुए टीकाकरण अभियान को टाल दिया है। बिहार, पंजाब और महाराष्ट्र ने गुरुवार को ही टीकाकरण अभियान टालने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने शुक्रवार को भी अपनी बात दोहराई। हालांकि, महाराष्ट्र में कुछ जगहों पर वैक्सीन लगेगी।
कल आएंगे एक्जेक्ट पोल रिजल्ट
देश की पांच विधानसभाओं के चुनावों में मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब मतगणना की बारी है जिसकी ओर देश भर के लोगों की नजरें लगी हुई हैं। कल रविवार 2 मई को इंतजार की ये घड़ियां भी समाप्त हो जाएंगी। सुबह 8 बजे के बाद कभी भी पहला परिणाम या रुझान सामने आ जाएगा। हालाकि एक्जिट पोल ने मोटा मोटा अनुमान दे दिया है लेकिन लोगों की जिज्ञासा तो एक्जेक्ट पोल का परिणाम जानकर ही शांत होगी। एक्जिट पोल ने पुडुचेरी, तमिलनाडु, केरल और असम की स्थितियां तो लगभग साफ कर दी लेकिन जिस ओर सबकी नजरें लगी हैं उस बंगाल पर एक्जिट पोल ने साफ कुछ नहीं कहा। इसका मतलब यही है कि वहां के परिणामों पर कोई अनुमान लगाना जल्दबाजी होगा।