- नगीन बारकिया

बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर सनसनीखेज खुलासा
बंगाल में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद राजनीतिक हिंसा के मामले में एक रिपोर्ट के माध्यम से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बेहद खतरनाक हिंसा हुई है और इसे मात्र चुनाव जनित राजनीतिक घटना मानना सही नहीं है। यह इससे कहीं ज्यादा है। उल्लेखनीय है कि इस हिंसा में कई लोगों की मौत हुई जिन्हें अब भी इंसाफ का इंतजार है। करीब एक लाख हिंसा पीड़ित बंगाल को छोड़कर असम के शरणार्थी शिविरों में रहने को मजबूर हैं। अब ग्रुप ऑफ इंटेलेक्चुअल्स ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किशन रेड्डी को सौंपी है जिसकी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने पुष्टि की है। प्रभात खबर की न्यूज के अनुसार ‘खेला इन बंगाल 2021: शॉकिंग ग्राउंड स्टोरीज’ नामक इस रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि बीजेपी को समर्थन देने या वोट देने वालों के साथ ज्यादती की गई है। यहां तक कि महिलाओं के साथ जघन्य कृत्य को अंजाम दिया गया है। रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जीतने और सत्ता पर अपनी पकड़ को बनाए रखने के लिए टीएमसी समर्थकों ने हिंसा के मॉडल का सहारा लिया था। रिपोर्ट में बंगाल सरकार को भी निशाने पर लिया गया है। जिक्र किया गया है कि राज्य में हिंसा के लिए सरकारी मशीनरी का सहारा लिया गया। ग्रुप ऑफ इंटेलेक्चुअल्स में कई बुद्धिजीवी, शिक्षा से जुड़े लोग शामिल हैं। इन्होंने एक दर्जन से ज्यादा पीड़ितों से बात की। इसके लिए वर्चुअल मीडियम का सहारा लिया गया।
कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम का बड़ा ऐलान
कोरोना महामारी में अपने माता-पिता खोने वाले बच्चों के लिए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया है। इसके अनुसार, पीएम केयर्स फंड फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के तहत महामारी में अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा इन बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ हेल्थ बीमा भी कराया जाएगा। इन्हें 18 साल पूरा होने पर मासिक भत्ता दिया जाएगा और 23 साल होने पर पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। पीएमओ के अनुसार इन बच्चों को 18 साल की अवधि तक पांच लाख का मुफ्त हेल्थ बीमा भी मिलेगा। साथ ही, ऐसे बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन दिलाने में मदद की जाएगी और इसका ब्याज पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा। ऐसे 10 साल से कम उम्र के अनाथ बच्चों को नजदीक के केंद्रीय विद्यालय में दाखिला दिलाया जाएगा। प्राइवेट स्कूल में एडमिशन होने पर उनकी फीस पीएम केयर्स फंड से केंद्र सरकार जमा कराएगी। इसके अलावा, बच्चों की किताबें, स्कूल ड्रेस आदि का खर्च भी केंद्र सरकार उठाएगी। वहीं, 11 साल से अधिक उम्र के बच्चों का दाखिला सैनिक स्कूल और नवोदय विद्यालय में कराया जाएगा। सरकार की इन घोषणाओं की नीयत में कोई खोट नहीं है लेकिन देखने वाली बात यह है कि सही उम्मीदवार तक सुविधा पहुंचे, खास इसकी निगरानी की जरूरत है।
मप्र में मंगलवार से शुरू होगी अनलॉक होने की प्रक्रिया
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के मप्र में खत्म होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। लेकिन यह अनल़ॉक सब दूर एक जैसा नहीं रहेगा। स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। वैसे यह तय है कि मंगलवार 1 जून से अनल़ॉक होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। रविवार को पूरा कर्फ्यू और अन्य दिनों में रात का कर्फ्यू लागू रहेगा। गाइड लाइन के अनुसार सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन एवं मेले प्रतिबंधित रहेंगे। इसके अलावा स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक, ट्रेनिंग, कोचिंग संस्थान, सिनेमाघर, शापिंग मॉल, स्विमिंग पूल, थिएटर, पिकनिक स्प़ॉट व सभागृह भी आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। दवा या चिकित्सा तथा राशन, डेयरी, फल, सब्जी से संबंधित दुकानें दिनभर खुली रहेंगी। प्लंबर, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन आदि सर्विस प्रोवाइडर को छूट रहेगी।