
- रवि खरे
धर्मांतरण का घिनौना सच: मांस खिलाकर पिलाते थे खून…काट दिया कलावा
आगरा में शाहगंज पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी राजकुमार लालवानी और तीन महिलाओं सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रार्थनासभा में लोगों को बहाने से बुलाते थे। ईसाई धर्म अपनाने पर बीमारी और गरीबी दूर करने का झांसा देते थे। घर से देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाने का दबाव डालते थे। हाथों से कलावे कटवा देते थे। तिलक लगाने से रोक देते थे। मुख्य आरोपी भी चार साल पहले हिंदू से ईसाई बना था। इसके बाद अन्य लोगों का धर्म परिवर्तन कराने लगा। उसके संपर्क में कई और लोग हैं। उनके बारे में पुलिस पड़ताल में लगी है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि इस मामले में केदार नगर निवासी घनश्याम हेमलानी ने पुलिस से शिकायत की थी। बताया कि उसे राजकुमार ने दो से तीन बार अपने घर बुलाया। इस दौरान हाथ में बंधा कलावा खुलवा दिया। तिलक हटवा दिया। घर से मूर्ति हटाने के लिए कहा। इस पर उन्हें शक हो गया। घनश्याम की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई की।
निकाह के 16 दिन बाद मर्डर: पति ने तेजधार हथियार से किए कई वार
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ स्थित संग्रामभाटा गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शादी के सिर्फ 16 दिन बाद ही एक युवक ने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी पति आमिर मुश्ताक ने सोमवार और मंगलवार की मध्यरात्रि तेजधार हथियार से अपनी 22 वर्षीय पत्नी यासमिना बेगम पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आमिर नगर परिषद में कार्यरत है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को यासमिना अपने मायके डोडा जाने वाली थी। इसके लिए वाहन में तेल भी भरवाया गया था। लेकिन इससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। गुस्साए परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है और मांग की है कि जब तक आरोपी को कड़ी सजा नहीं मिलती, अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। यासमिना और आमिर की शादी 18 अगस्त को हुई थी। यह आमिर की दूसरी शादी थी। उसकी पहली पत्नी से एक तीन साल का बेटा भी है। तलाक के बाद आमिर ने डोडा जिले की रहने वाली यासमिना से विवाह किया था। मंगलवार सुबह करीब 4 बजे पुलिस को हत्या की जानकारी मिली। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
भारत से रिश्ते अच्छे, मगर.., ट्रंप ने किया टैरिफ लगाने के फैसले का बचाव
भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने के फैसले का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बचाव किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के भारत के साथ रिश्ते बहुत अच्छे हैं। लेकिन कई साल से यह रिश्ता एकतरफा था, क्योंकि भारत अमेरिका पर अधिक टैरिफ लगा रहा था। ट्रंप ने हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल का उदाहरण देते हुए टैरिफ हटाने से इनकार कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान पूछा गया कि क्या वह भारत पर लगाए गए कुछ टैरिफ हटाने पर विचार कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, हम भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध रखते हैं। कई वर्षों तक भारत और अमेरिका के बीच संबंध एकतरफा थे और मेरे पदभार ग्रहण करने के बाद इसमें बदलाव आया। ट्रंप ने कहा कि भारत हमसे बहुत अधिक टैरिफ वसूल रहा है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। इसलिए अमेरिका भारत के साथ ज्यादा कारोबार नहीं कर रहा है। लेकिन भारत हमारे साथ व्यापार कर रहा था, क्योंकि हम उनसे शुल्क नहीं ले रहे थे। क्योंकि हम उनसे बेवकूफी से टैरिफ नहीं वसूल रहे थे।
अमेरिकी अदालत से गूगल को बड़ी राहत, अब नहीं बेचना पड़ेगा क्रोम बाउजर
अमेरिकी अदालत ने टेक दिग्गज कंपनी गूगल को बड़ी राहत दी है। संघीय न्यायाधीश ने अमेरिकी सरकार की अपील खारिज करते हुए कहा कि गूगल को क्रोम सर्च इंजन बेचने की जरूरत नहीं है। हालांकि कोर्ट ने गूगल को ऑनलाइन सर्च में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिद्वंदियों के साथ डाटा साझा करने का आदेश दिया। वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी जिला न्यायाधीश अमित मेहता ने अमेरिकी न्याय विभाग और गूगल के बीच चल रहे मामले में फैसला सुनाया। इससे पहले गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अप्रैल 2025 में मामले की सुनवाई के दौरान चिंता व्यक्त की कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा मांगे गए डेटा-शेयरिंग उपाय गूगल के प्रतिद्वंद्वियों को अपनी तकनीक को रिवर्स-इंजीनियरिंग करने में सक्षम बना सकते हैं।
