
राष्ट्रपति शी जिनपिंग फिर बने चीन के कप्तान तीसरी बार संभालेंगे देश की कमान
अपने विरोधियों को कुचलकर और बड़े सियासी तमाशे के बाद शी जिनपिंग ने एक बार फिर चीन की कमान संभाल ली है। उन्होंने लगातार तीसरी बार चीन के कप्तान का पदभार संभाला है। समाचार एजेंसी एएफपी ने चीनी मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बताया कि शी जिनपिंग को तीसरी बार पांच साल के लिए कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव पद मिला है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रिकॉर्ड तोड़ तीसरी बार चीन के सबसे पावरफुल नेता का पद संभाला है। वह चीन की सबसे ताकतवर पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव चुने गए हैं। बता दें कि चीन में सत्ता की चाबी कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ पर होती है। यही पार्टी चीन की आर्मी का भी नेतृत्व करती है। एएफपी ने चीनी मीडिया के हवाले से बताया कि शी जिनपिंग तीसरी बार सफलतापूर्वक सबसे पावरफुल नेता बन गए हैं। उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का पद रविवार को ग्रेट हॉल आॅफ द पीपुल में पार्टी के सप्ताह भर चलने वाले 20 वें राष्ट्रीय कांग्रेस में ग्रहण किया। इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा, “आपने मुझ पर जो भरोसा किया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी को ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं। इससे पहले शनिवार को 20वां कांग्रेस उस वक्त सुर्खियों में आया था जब बैठक में पूर्व राष्ट्रपति हू जिन्ताओ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। जिन्ताहो राष्ट्रपति शी के बगल में बैठे थे।
ओवैसी ने दी पीएम मोदी को बधाई, मुसलमानों के मुद्दों पर कर दी सरकार पर चढ़ाई
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। अपने उजूल-फिजूल बयानों से सुर्खियों में आने वाले ओवैसी ने इस बार पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी और मुसलमानों के मुद्दों पर सरकार पर ही चढ़ाई कर दी। शनिवार को कर्नाटक के हुमनाबाद में सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, पिछले आठ वर्षों में देश के राजनीतिक परिदृश्य को इतना बदलने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई कि धर्मनिरपेक्ष दल भी अब मुसलमानों के मुद्दों को नहीं उठाते हैं। हैदराबाद के सांसद ने कांग्रेस और जेडीएस पर निशाना साधते हुए कहा, “अब भारतीय राजनीति में मुसलमानों का कोई महत्व नहीं है।” मुस्लिम राजनीतिक दलों के लिए एटीएम मशीन बन गए हैं जो केवल समुदाय से वोट मांगते हैं। ओवैसी ने कहा, ‘लेकिन आपको सोचना चाहिए कि जनीतिक दल आपका साथ चाहते हैं या अल्लाह…कोई भी आपके साथ नहीं है।”
राजीव गांधी फाउंडेशन का लाइसेंस रद्द, विदेशी फंडिंग के आरोप में ऐक्शन
केंद्र सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन के फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट लाइसेंस को रद्द कर दिया है। आरजीएफ एक गैर-सरकारी संस्था है जो गांधी परिवार से जुड़ी हुई है। फॉरेन फंडिंग लॉ के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर एनजीओ पर यह कार्रवाई हुई है। मामले के जानकार एक शख्स ने बताया कि लाइसेंस रद्द करने का फैसला इंटर-मिनिस्ट्रियल कमेटी की जांच के आधार पर हुआ है। इस कमेटी का गठन जुलाई, 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से किया गया था। आरजीएफ लाइसेंस के कैंसल होने को लेकर नोटिस आरजीएफ आॅफिस को भेज दिया गया है। हालांकि, एनजीओ की ओर से अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी आरजीएफ की अध्यक्ष हैं। वहीं, ट्रस्टी के तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी इसमें शामिल हैं। आरजीएफ की वेबसाइट के मुताबिक, राजीव गांधी फाउंडेशन का गठन साल 1991 में हुआ। आरजीएफ ने 1991 से 2009 तक स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, महिलाओं और बच्चों, विकलांगता सहायता समेत कई अहम मुद्दों पर काम किया।
पीएम की राह पर एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र में 75000 सरकारी नौकरियों का किया ऐलान
महाराष्ट्र सरकार ने अगले एक साल में राज्य के युवाओं को 75,000 सरकारी नौकरियां देने का ऐलान किया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार एक साल में 75 हजार सरकारी नौकरियां देगी। फडणवीस ने युवाओं को 10 लाख रोजगार देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की भी प्रशंसा की। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘प्रधानमंत्री की ओर से शुरू की गई इस पहल के साथ महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हमारी सरकार ने भी नौकरी देने का फैसला किया है। 75,000 नौकरियों में से 18,000 रिक्तियां पुलिस विभाग में होंगी। इसके लिए अगले 5 से 7 दिनों में विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा।’ प्रधानमंत्री ने जून में विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों से कहा था कि वे अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों को ‘मिशन मोड’ पर नौकरियां दें।