- रवि खरे

पीएम मोदी सर्वाधिक समय तक लगातार प्रधानमंत्री रहने वाले दूसरे नेता बने
नरेंद्र मोदी 25 जुलाई यानी आज लगातार सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए। पीएम मोदी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। अभी तक लगातार सबसे लंबे समय तक (16 वर्ष 286 दिन) प्रधानमंत्री के पद पर रहने का रिकॉर्ड जवाहर लाल नेहरू के पास है। नरेंद्र मोदी 1947 यानी स्वतंत्रता के बाद पैदा हुए गैर-हिंदी राज्य के सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अपने कार्यकाल के 4078 दिन पूरे कर लेंगे। इंदिरा गांधी 24 जनवरी, 1966 से 24 मार्च, 1977 तक लगातार 4077 दिन प्रधानमंत्री रही थीं। अगर राज्य और केंद्र में सरकार का नेतृत्व करने की बात करें तो नरेंद्र मोदी का सभी प्रधानमंत्रियों के बीच एक रिकॉर्ड है। वह गुजरात के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में 24 वर्षों तक सरकार का नेतृत्व कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म देश की स्वतंत्रता के बाद हुआ। वह सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी हैं। वह पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने कम से कम अपना दो पूर्ण कार्यकाल पूरा किया है। उनके नाम लगातार दो बार निर्वाचित होने वाले पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री होने का रिकॉर्ड भी है। पीएम मोदी लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाने वाले पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता भी हैं।
मंदिर पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर बवाल, विरोध कर रहीं माधवी लता हिरासत में
तेलंगाना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां एक मंदिर तोड़ने के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं भाजपा नेता माधवी लता और उनके समर्थकों को पुलिस ने गुरुवार को हैदराबाद के बंजारा हिल्स इलाके से हिरासत में ले लिया। बता दें कि भाजपा नेता लता मंदिर तोड़े जाने के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही थीं। उनका आरोप है कि तेलंगाना की राज्य सरकार ने रात के अंधेरे में एक मंदिर को तोड़ दिया, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान माधवी लता ने कहा कि तेलंगाना की रेड्डी सरकार ने एक मंदिर को गिरा दिया, जो लोगों की आस्था का केंद्र था। मैं सिर्फ शांतिपूर्वक विरोध कर रही थी, लेकिन मुझे इसकी भी इजाजत नहीं दी गई। लता ने कहा कि मंदिर भले ही सरकारी जमीन पर बना हो, लेकिन इसे रात में तोडऩा ठीक नहीं है। इससे करोड़ों लोगों की भावना को ठेस पहुंची है। वहीं मामले में भाजपा के नेताओं के कहना है कि यह मंदिर कई वर्षों से वहां बना हुआ था और लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ था।
हिमाचल के मंडी में खाई में गिरी बस, आठ लोगों की मौत 20 घायल
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट क्षेत्र में वीरवार को हिमाचल परिवहन निगम की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में चार महिलाओं समेत आठ की मौत हो गई है। बस में कुल 29 लोग सवार थे। चालक-परिचालक समेत 21 सवारियां घायल हैं। हादसा सुबह करीब 9:45 बजे हुआ। बस सरकाघाट से दुर्गापुर वाया जमणी जा रही थी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से हताहतों और घायलों के लिए अनुग्रह राहत की घोषणा की गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सरकाघाट के मसेरन के नजदीक तरांगला में एक बाइक सवार को बचाते समय चालक ने जैसे ही बस हल्की से बाहर निकाली तो सडक़ का डंगा धंस गया। डंगा धंसने से बस तीन पलटे खाकर करीब 60 मीटर नीचे खेतों में जा गिरी। बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ यात्री बाहर छिटक गए जबकि कुछ बस के भीतर ही दब गए।
भारत ने रूस को भेजा खतरनाक विस्फोटक एचएमएक्स
अमेरिकी प्रतिबंधों की चेतावनियों के बावजूद भारत की एक कंपनी ने दिसंबर 2024 में रूस को अत्यंत खतरनाक विस्फोटक रसायन एचएमएक्स भेजा। इसे ऑक्टोजेन कहा जाता है। विस्फोटक की कुल कीमत 14 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) थी। यह जानकारी भारतीय सीमा शुल्क डेटा से सामने आई है। एचएमएक्स एक बेहद शक्तिशाली विस्फोटक है, जिसका बड़े स्तर पर इस्तेमाल मिसाइलों, रॉकेट मोटरों, टॉरपीडो और युद्धक सामग्री में होता है। रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सौदे को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है। अमेरिकी सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि एचएमएक्स जैसे रासायनिक पदार्थ रूस के युद्ध प्रयास के लिए अहम हैं और जो भी कंपनियां या वित्तीय संस्थाएं रूस को ऐसे पदार्थ उपलब्ध कराएंगी, उन्हें प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। रूसी कंपनी प्रोम्सिन्टेज ने इस एचएमएक्स की सबसे बड़ी खेप खरीदी। इस कंपनी को यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी एसबीयू ने रूस की सेना से जुड़ा बताया है। अप्रैल 2025 में यूक्रेन ने इसी कंपनी की एक फैक्ट्री पर ड्रोन हमला किया था।