बिच्छू राउंडअप/सर्दी का सितम… हवाई-ट्रेन सेवा पर कोहरे ने लगाया ब्रेक… 60 फ्लाइट रद्द

  • रवि खरे

सर्दी का सितम… हवाई-ट्रेन सेवा पर कोहरे ने लगाया ब्रेक… 60 फ्लाइट रद्द
सर्दी की पहली बड़ी कोहरे की चादर ने सोमवार को दिल्ली को पूरी तरह ढक लिया। विजिबिलिटी कुछ जगहों पर शून्य से 50 मीटर तक गिर गई, जिससे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। इधर,  मध्यप्रदेश में सुबह घने कोहरे के साथ शुरू हुई। रीवा में हालात सबसे ज्यादा खराब रहे, जहां 50 मीटर के बाद कुछ भी नजर नहीं आया। मुरैना-रायसेन में भी विजिबिलिटी 50 मीटर रही। ऐसे में वाहन चालक हेडलाइट के सहारे आगे बढ़े। भोपाल में विजिबिलिटी 500 से 1 हजार मीटर के बीच दर्ज की गई। मप्र में ठंड के इस सीजन में यह पहली सुबह रही, जब प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। छतरपुर के खजुराहो में विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर रही। वहीं भोपाल, ग्वालियर, दतिया और सीधी में दृश्यता 500 से 1 हजार मीटर के बीच दर्ज की गई। इंदौर, नर्मदापुरम, सागर, रतलाम, दमोह और मंडला में 1 से 2 हजार मीटर तक विजिबिलिटी रही। अशोकनगर, पचमढ़ी, टीकमगढ़, विदिशा, शाजापुर, सीहोर और देवास में भी कोहरे वाली सुबह रही।  वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर कम हुआ तो दिल्ली में हवा थम गई। इसके चलते राजधानी ठंड, स्मॉग और प्रदूषण के ट्रिपल अटैक की चपेट में आ गई। ग्रैप-4 लागू होने के बावजूद वजीरपुर और रोहिणी इलाकों में एक्यूआई 500 के लेवल तक पहुंच गया।
राम मंदिर आंदोलन के धुरी रहे रामविलास वेदांती का निधन
राम मंदिर आंदोलन का चेहरा रहे पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह निधन हो गया। 77 साल की उम्र में वेदांती ने अंतिम सांस अपने क्षेत्र मध्य प्रदेश के रीवा में ली। एक कथा महोत्सव के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया। 90 के दशक में राम विलास वेदांती भाजपा और हिंदुत्व की राजनीति के प्रमुख चेहरा हुआ करते थे। बाबरी विध्वंस का जिन नेताओं पर आरोप लगे थे, उनमें वेदांती का नाम का भी शामिल था। राम विलास वेदांती का अयोध्या में मंगलवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। डॉ. रामविलास वेदांती का जन्म 7 अक्टूबर 1958 को मध्य प्रदेश के रीवा में हुआ था। उन्होंने 12 साल की उम्र में संन्यास ले लिया था। वह अपना घर-परिवार छोडक़र राम नगरी अयोध्या आ गए। अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत अभिराम दास के शिष्य बन गए। संस्कृत के प्रकांड विद्वान माने जाने वाले वेदांती सरयू किनारे स्थित हिंदू धाम पर रहते थे, उनका खुद का ‘वशिष्ठ भवन’ एक आश्रम भी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के गुरु अवैद्यनाथ स्वामी परमहंस के साथ-साथ अस्सी के दशक में वेदांती राम मंदिर मंदिर आंदोलन से जुड़े गए।
एनआईए ने पहलगाम हमले के 237 दिन बाद पेश की चार्जशीट
एनआईए ने सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले पर 1300 पेज की चार्जशीट दाखिल की। जम्मू में एनआईए स्पेशल कोर्ट में हमले के 237 दिन बाद ये चार्जशीट दाखिल की गई। इसमें आतंकी कमांडर साजिद जट्ट का भी नाम है। वो पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशन चीफ है। एनआईए ने उस पर 10 लाख का इनाम घोषित किया है। सजाद को ही पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। उसी ने पहलगाम अटैक की जिम्मेदारी अन्य दो आतंकियों को सौंपी थी। 28 जुलाई श्रीनगर के हरवान जंगल में सुरक्षाबलों ने ‘ऑपरेशन महादेव’ चलाया था। इसमें पहलगाम हमले के दोनों आतंकी सुलेमान शाह और हमजा अफगानी मारे गए थे। दरअसल, 22 जुलाई को पहलगाम से 6 किमी दूर बायसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट्स की मौत हुई थी। 16 लोग घायल हुए थे। लोगों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आम दर्शन नहीं कर सकते और पैसा देकर पूजा करते हैं ‘खास’
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मंदिरों में पैसे लेकर अमीर लोगों को ‘स्पेशल पूजा’ कराने की प्रथा पर कड़ी टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा- इससे भगवान के आराम के समय में भी बाधा पहुंचती है। यह टिप्पणी मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान की गई। बांके बिहारी मंदिर में दर्शन का समय हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने बढ़ा दिया है। 12 सितंबर को हुई मीटिंग में प्रतिदिन 2:30 घंटे समय बढ़ाने का निर्णय लिया था। इसके खिलाफ मंदिर के गोस्वामियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने याचिका की सुनवाई के दौरान कहा- दर्शन के वक्त को नहीं बदला जा सकता। इसके चलते मंदिर से जुड़े विधि विधान का भी वक्त बदलता है। भगवान के आराम का अपना वक्त होता है। इसमें दखल नहीं दिया जा सकता। सीजेआई ने कहा- भगवान के आराम के वक्त में उन्हें आराम कहां करने दिया जाता है। उस वक्त जब आम श्रद्धालु दर्शन नहीं कर सकते, प्रभावशाली लोग बड़ी रकम देकर पूजा करते हैं।

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