
- रवि खरे
बंगाल गैंगरेप: दोस्त की भूमिका संदिग्ध, पीडि़ता की हालत नाजुक
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुई सामूहिक बलात्कार की वारदात ने देश को झकझोर दिया है। ओडिशा की रहने वाली एक मेडिकल छात्रा के साथ कॉलेज परिसर के बाहर शुक्रवार शाम कुछ लोगों ने दरिंदगी की हदें पार कर दीं। इस घटना की जानकारी मिलते ही दुर्गापुर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अभी तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपी फरार हैं। इसी बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने दावा किया है कि इस मामले में पीड़िता के दोस्त की भूमिका संदिग्ध है। अस्पताल में पीड़िता से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि मेडिकल छात्रा को कॉलेज से बाहर आने के लिए उसके दोस्त ने कहा था। उन्होंने कहा, पीडि़ता का दोस्त भी अब पूछताछ के दायरे में है। उसने जिद की थी कि वह उसके साथ बाहर चले। उन्होंने आगे बताया कि कॉलेज परिसर के बाहर जैसे ही आरोपियों ने पीड़िता को घेरा, उसका दोस्त वहां से निकला। पुलिस को इस एंगल की गहराई से जांच करनी चाहिए, क्योंकि शुरुआती साक्ष्य इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि दोस्त की भूमिका इस वारदात में अहम हो सकती है। ओडिशा से दुर्गापुर पहुंचे पीड़िता के पिता ने भी अपनी बेटी के कथित दोस्त की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, जैसे ही आरोपियों ने मेरी बेटी को घेर लिया, उसका दोस्त वहां से भाग गया।
तिब्बत में एलएसी के पास रेल लाइन बना रहा चीन, भारत के लिए मुसीबत
चीन ने तिब्बत से ल्हासा को जोडऩे वाली रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नई रेल लाइन का निर्माण शुरू कर दिया है। यह रेल लाइन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के बेहद नजदीक से गुजरेगी। इस परियोजना ने भारत के लिए नई सैन्य और सुरक्षा चिंताएं खड़ी कर दी हैं। तिब्बती विशेषज्ञों का कहना है कि यह रेल मार्ग चीन की सैन्य आवाजाही और रसद क्षमता को काफी बढ़ा देगा। इस रेल लाइन के पांच साल में पूरी होने की उम्मीद है। यह बीजिंग के 5,000 किलोमीटर लंबे पठारी रेल नेटवर्क के विस्तार का हिस्सा है। यह क्षेत्र खास तौर पर संवेदनशील है, क्योंकि अक्साई चिन में सीमा को लेकर भारत-चीन के बीच विवाद है। तिब्बत पॉलिसी इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता त्सेवांग दोरजे ने कहा, चीन सीमा के पास रेल और हाईवे निर्माण को हाल के सुरक्षा घटनाक्रमों से जोडक़र देख रहा है। अरुणाचल प्रदेश की दिशा में जहां चीन जल संसाधनों को नियंत्रण में लेना चाहता है। अब लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड के पास नई रेल लाइन बना रहा है। दोरजे के मुताबिक, नागचू से नगारी के बीच बनने वाला हाईवे भी चीन की सैन्य गतिशीलता को बढ़ाएगा।
इजराइल-हमास संघर्ष विराम के बीच आज रिहा होंगे 20 बंधक
इजराइल ने रविवार को कहा कि गाजा पट्टी में बंद सभी जीवित बंधकों को सोमवार तक रिहा कर दिया जाएगा। यह कदम हमास के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत उठाया जा रहा है, जिसने दो साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की नई उम्मीद जगाई है। इजराइल के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जामीर ने कहा कुछ ही घंटों में हम सब फिर से एक साथ होंगे। इजराइल की ओर से बताया गया कि 20 जीवित बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले किया जाएगा। उन्हें छह से आठ गाडिय़ों के काफिले में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। इजराइली प्रवक्ता शोश बेड्रोसियन ने कहा कि इस बार बंधकों की अदला-बदली पहले की तरह सार्वजनिक मंचों पर नहीं की जाएगी। बंधकों की रिहाई के बाद उन्हें या तो सीधे अपने परिवारों से मिलाया जाएगा या आवश्यकता होने पर अस्पताल पहुंचाया जाएगा।
ट्रंप ने चीन पर लगाया 100त्न टैरिफ, तो बिखर गए एशियाई बाजार
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसके बाद एक बार फिर से ट्रेड वॉर के संकेत मिलने लगे है। ड्रैगन ने भी अमेरिका के कदम पर करारा पलटवार किया है। दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टैरिफ टेंशन का असर सोमवार को एशियाई बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। यहां जापान से लेकर हांगकांग तक के बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। चीन पर 100 प्रतिशत ट्रंप टैरिफ के ऐलान का असर न सिर्फ एशियाई बाजारों पर साफ देखने को मिल रहा है। जापान से लेकर हांगकांग और साउथ कोरिया तक के बाजार सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारी गिरावट लेकर कारोबार कर रहे हैं। एक ओर जहां निक्की 491.64 अंक या 1.01 प्रतिशत की गिरावट लेकर 48.088.80 पर ट्रेड कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर हांगकांग का हेंग सेंग 534.33 अंक या 1.98 प्रतिशत फिसलकर 25,756 के लेवल पर कारोबार करता हुआ दिखाई दिया। एक ओर जहां तमाम एशियाई मार्केट्स में कोहराम मचा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर गिफ्ट निफ्टी ओपन होने के साथ ही दौड़ लगाता हुआ नजर आ रहा है।