
- रवि खरे
कर्तव्य भवन: सरकारी मंत्रालयों-विभागों का होगा अब नया ठिकाना
केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय व विभाग जल्द ही कर्तव्य पथ के दोनों तरफ बन रहे कर्तव्य भवनों में दिखेंगे। सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों के लिए ऐसे कुल 10 भवनों का निर्माण होना है। इनमें से कर्तव्य भवन-3 बनकर तैयार हो गया है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर 12.15 बजे करेंगे। साथ ही वह शाम छह बजे कर्तव्य पथ पर एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। परियोजना पूरी होने के बाद किराये के तौर पर खर्च होने वाले 1500 करोड़ रुपये की बचत होगी। कर्तव्य भवन-3 एक अत्याधुनिक इमारत है, जो सेंट्रल विस्टा का हिस्सा है। इसे विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों को एक ही स्थान पर लाने के उद्देश्य से बनाया गया है। इसका लक्ष्य कार्य में तेजी लाना, समन्वय बढ़ाना और नवाचार को बढ़ावा देना है। यह भवन प्रधानमंत्री मोदी के नागरिक-केंद्रित शासन के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मानहानि मामले में राहुल गांधी की अदालत में पेशी आज
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को झारखंड के चाईबासा स्थित सांसद-विधायक अदालत में पेश होंगे। यह मामला साल 2018 की एक रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी से जुड़ा है। राहुल गांधी मंगलवार को झारखंड में थे। वे यहां पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे, जो रामगढ़ जिले के उनके पैतृक गांव नेमरा में हुआ। कांग्रेस नेता और झारखंड प्रदेश पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि राहुल गांधी मंगलवार रात को रांची में रहेंगे। वह बुधवार को अदालत में पेश होने के लिए चाईबासा जाएंगे। इसके बाद वह रांची लौटकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। राहुल गांधी ने दो जून को झारखंड हाईकोर्ट में विशेष अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें उन्हें 26 जून को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था। कांग्रेस सांसद के वकील ने 10 जून को हाईकोर्ट को सूचित किया था कि उनके मुवक्किल निर्धारित तिथि पर उपस्थित नहीं हो पाएंगे।
गाजा में और कहर बरपाना चाहते हैं नेतन्याहू, उच्च स्तरीय बैठक बुलाई
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को गाजा में और अधिक सख्त सैन्य कार्रवाई के संकेत दिए, लेकिन देश के पूर्व सेना प्रमुखों और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस फैसले का विरोध किया है। इस बीच गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या 61,000 से अधिक हो चुकी है। कई लोग भूख से तड़प रहे हैं और खाने के सामान के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई जिसमें युद्ध के अगले चरण पर चर्चा हुई। उन्होंने संकेत दिया कि सैन्य कार्रवाई और तेज हो सकती है। लेकिन इस कदम का विरोध देश के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद बराक, शिन बेट (आंतरिक सुरक्षा एजेंसी), मोसाद (जासूसी एजेंसी) और सेना के पूर्व प्रमुखों ने किया है। पूर्व शिन बेट प्रमुख योराम कोहेन ने कहा, हर आतंकवादी को मारना, हर हथियार को ढूंढ निकालना और साथ ही सभी बंधकों को सुरक्षित वापस लाना – ये सब एक कल्पना है।
हिरोशिमा पर परमाणु हमले के 80 साल पूरे, लोग बोले- ये गलती अब कभी न हो
जापान के हिरोशिमा पर हुए परमाणु हमले की बुधवार को 80वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। यह वर्षगांठ ऐसे समय मनाई जा रही है, जब दुनिया में परमाणु युद्ध का खतरा फिर से सिर उठा रहा है और दुनिया कई युद्ध की चपेट में है। यही वजह है कि हिरोशिमा परमाणु हमले में बचे लोग मौजूदा हालात को लेकर बेहद चिंतित हैं और उन्होंने विभिन्न नेताओं द्वारा परमाणु युद्ध को दिए जा रहे समर्थन पर नाराजगी भी जाहिर की। हिरोशिमा परमाणु हमले में बचे लोगों की संख्या लगातार घट रही है और अब उनकी औसत उम्र 86 साल है। बीते साल परमाणु उन्मूलन के लिए काम करने वाले संगठन निहोन हिडानक्यो को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस संगठन में परमाणु बम हमले में बचे लोग सदस्य हैं। संगठन ने एक बयान में कहा कि हमारे पास अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है, जबकि हम पहले से ज्यादा बड़े परमाणु युद्ध के खतरे का सामना कर रहे हैं। अब हमारी सबसे बड़ी चुनौती उन परमाणु हथियार संपन्न देशों को बदलना है जो हमें अनदेखा करते हैं। बीते साल परमाणु उन्मूलन के लिए काम करने वाले संगठन निहोन हिडानक्यो को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।