
- रवि खरे
चीन छोडऩे वाली हैं 50 अमेरिकी कंपनियां, इनमें से आधी के भारत आने की संभावना
अमेरिका-चीन में बढ़ती टेंशन और चीन में बदलते कारोबारी माहौल के चलते 50 अमेरिकी कंपनियां वहां से अपना कारोबार समेटने की तैयारी में हैं। ये कंपनियां अब चीन से अपने कारोबार को दूसरे देशों में शिफ्ट करने के लिए तैयार हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा भारत को मिलेगा, क्योंकि इनमें से 30 फीसदी कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग समेत दूसरे कारोबार के लिए भारत का रुख कर सकती हैं। अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन छोडऩे के लिए तैयार 50 अमेरिकी कंपनियों में से 15 भारत में निवेश करना चाहती हैं। इन 50 कंपनियों का कुल निवेश 12 लाख करोड़ रुपये है। अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स की मेंबर 306 कंपनियां हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत अब मेक्सिको, अमेरिका और यूरोप को पीछे छोडक़र निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है। बीते साल भारत को निवेश के लिए 5वां स्थान दिया गया था। जबकि इस साल भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। दक्षिण पूर्व एशियाई देश इंडोनेशिया, सिंगापुर और मलेशिया निवेशकों की पसंद में सबसे आगे है। लेकिन चीन निवेशकों की प्राथमिकता में अब अपनी पोजीशन लगातार गंवाता जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मैनेजमेंट से जुड़ीं कंपनियों के लिए भारत की प्राथमिकता लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले साल चीन में निवेश की योजना बना रही 40 फीसदी अमेरिकी कंपनियां अब भारत में निवेश पर विचार कर रही हैं। खासकर मैनेजमेंट कंसल्टिंग क्षेत्र में 54 परसेंट कंपनियों ने अपने निवेश की दिशा बदलकर भारत की तरफ रुख कर लिया है।
शेयर बाजार ने रचा इतिहास…. सेंसेक्स पहली बार 85000 के पार पहुंचा
शेयर बाजार में बीते दो दिनों से जोरदार तेजी देखने को मिल रही थी, लेकिन मंगलवार को सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान पर ओपन हुए। हालांकि, ये गिरावट ज्यादा देर तक कायम नहीं रही और दोनों इंडेक्स 15 मिनट के कारोबार के बाद ही ग्रीन जोन में आ गए। इस बीच धीमी रफ्तार के बावजूद शेयर मार्केट में नया इतिहास रच गया। दरअसल, जैसे ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में तेजी आई ये उछलकर 85,041.34 के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया। ऐसा पहली बार है जबकि सेंसेक्स ने 85,000 का आंकड़ा पार किया है। निफ्टी भी 26000 के बेहद करीब ट्रेड कर रहा है।
यूपी में एक और एनकाउंटर, गाजीपुर में एसटीएफ ने ढेर किया एक लाख का इनामी बदमाश
उत्तर प्रदेश में एसटीएफ ने एक और इनामी बदमाश मोहम्मद जाहिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। गाजीपुर में पुलिस और नोएडा एसटीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन कर एक लाख के इनामी बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया। जाहिद पर शराब तस्करी के साथ-साथ आरपीएफ के दो जवानों जावेद खान और प्रमोद कुमार की नृशंस हत्या का आरोप था। इस मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं। 19/20 अगस्त की रात में आरपीएफ के दो सिपाहियों जावेद ख़ान और प्रमोद जो ट्रेन नंबर 15631 बाड़मेर गुवाहाटी एक्सप्रेस में अवैध शराब की तस्करी को रोकने का प्रयास कर रहे थे, जिस दौरान शराब तस्करों ने दोनों आरक्षियों को वीभत्स तरीक़े से मारपीट करके चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया था जिसके बाद दोनों आरक्षियों की मृत्यु हो गई थी । इस अभियोग में मोहम्मद जाहिद वंचित चल रहा था और उसपर एक लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में ढेर किया गया बदमाश बिहार के पटना का रहना वाला है। वह गाजीपुर के गहमर इलाके में फिर शराब तस्करी शुरू करने की फिराक में था। पुलिस को भनक लगते ही थाना गहमर, गाजीपुर की पुलिस, जीआरपी और नोएडा एसटीएफ की यूनिट ने मौके पर पहुंचकर उसकी घेराबंद कर ली।
महाराष्ट्र सरकार ने सुनील गावस्कर से छीनी जमीन, अजिंक्य रहाणे को सौंपी
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मुंबई के बांद्रा इलाके में एक स्पोट्र्स काम्प्लेक्स (खेल परिसर) विकसित करने के लिए 2,000 वर्ग मीटर भूमि को दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को पट्टे पर देने की मंजूरी दे दी। यह प्लाट सुनील गावस्कर को 1988 में एक इंडोर प्रशिक्षण अकादमी स्थापित करने के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन वह इसका इस्तेमाल नहीं कर पाए। एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र कैबिनेट ने अत्याधुनिक खेल सुविधाएं विकसित करने के लिए क्रिकेटर रहाणे को 30 साल के पट्टे पर जमीन सौंपने के राजस्व विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्लाट पहले गावस्कर को एक इंडोर क्रिकेट प्रशिक्षण अकादमी विकसित करने के लिए आवंटित किया गया था। विकास की कमी के कारण सरकार ने इस भूखंड को फिर से प्राप्त कर लिया। यह प्लाट खराब स्थिति में है और झुग्गीवासी इसका इस्तेमाल अनुचित काम के लिए कर रहे हैं। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे रहाणे पर बड़ी जिम्मेदारी आई है। सरकार ने उन पर भरोसा जताया है।