बिच्छू राउंडअप/सरकारी कंपनियां अमेरिका और अबूधाबी से खरीद रही हैं कच्चा तेल

अमेरिका
  • रवि खरे

सरकारी कंपनियां अमेरिका और अबूधाबी से खरीद रही हैं कच्चा तेल
देश की सरकारी रिफाइनरी कंपनियां अब रूस के बजाय अमेरिका और अबुधाबी से कच्चा तेल खरीदने पर जो दे रही हैं। इंडियन ऑयल अमेरिका से और तेल की मांग कर रही है। मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स (एमआरपीएल) ने भी अबू धाबी से कच्चा तेल खरीदा है।उद्योग सूत्रों के अनुसार, पिछले हफ्ते अमेरिका ने रूस के दो शीर्ष उत्पादकों पर प्रतिबंध दिया था। इससे कई घरेलू कंपनियों ने रूसी तेल के लिए नए ऑर्डर रोक दिए हैं। सूत्रों ने बताया, घरेलू सरकारी कंपनियां अब रूस के बजाय और कुछ विकल्प के लिए हाजिर बाजार का रूख कर रही हैं। एमआरपीएल ने दिसंबर में रूसी आपूर्ति की भरपाई के लिए एक निविदा के जरिये ग्लेनकोर से 20 लाख बैरल अबू धाबी मुरबन क्रूड खरीदा है। रिफाइनर हर महीने हाजिर बाजारों का इस्तेमाल करेगी और अपने स्थायी आपूर्तिकर्ताओं से अतिरिक्त आपूर्ति की मांग करेगी। प्रतिबंधों के जोखिम से बचने के लिए रूस से तेल आयात करने से कंपनियां परहेज कर रही हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन-मित्तल एनर्जी ने कहा, उसने भी रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 2026 की पहली तिमाही के लिए अमेरिका से 2.4 करोड़ बैरल तेल के लिए प्रारंभिक बोलियां आमंत्रित की हैं। इस निविदा में कम सल्फर और उच्च सल्फर दोनों प्रकार के कच्चे तेल के कार्गो की मांग की गई है।

पाकिस्तान सीमा पर तीनों सेनाओं का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू
पाकिस्तान से सटी देश की पश्चिमी सीमा पर तीनों सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास त्रिशूल का आगाज हो गया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला मौका है जब भारत किसी सामरिक चुनौती से निपटने के लिए युद्ध के सभी संभावित क्षेत्रों में अपने युद्धकौशल का परीक्षण कर रहा है। राजस्थान और गुजरात के सीमाई इलाकों में इस अभ्यास को एक चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है कि यदि पाकिस्तान ने इस बार हिमाकत की तो जवाब सीमा पार तक जाएगा। भारत यह रणनीतिक संदेश देना चाहता है कि वह सीमाओं की सुरक्षा पर किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। 10 नवंबर तक चलने वाले इस अभ्यास में तीनों सेनाओं के 25 हजार से ज्यादा जवान शामिल होंगे। अभ्यास में राफेल और सुखोई जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, ऑपरेशन सिंदूर में लोहा मनवा चुके ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल सिस्टम, युद्धक टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहन, हेलिकॉप्टर, लंबी दूरी की क्षमता वाले आर्टिलरी सिस्टम्स, ड्रोन्स और नौसेना के युद्धपोत हिस्सा ले रहे हैं। सेना के तीनों अंग गुजरात व राजस्थान की सीमा से सटे इलाकों में संयुक्त ऑपरेशन, शत्रु सीमा में गहराई तक वार करने की क्षमता और मल्टी डोमेन वॉरफेयर का अभ्यास करेंगे।

पहली भारतीय महिला जो फेरारी रेस में उतरेंगी, पुणे की डायना पंडोले रचेंगी इतिहास
पुणे की रहने वाली रेसर डायना पंडोले अब इतिहास रचने जा रही हैं। 32 साल की डायना पहली भारतीय महिला बनेंगी जो फेरारी कार में अंतरराष्ट्रीय रेस में हिस्सा लेंगी।  डायना पंडोले इस रेस में कार के साथ उतरेंगी, जो एक हाई-परफॉर्मेंस और ट्रैक-फोकस्ड मशीन है। यह फेरारी की सबसे एडवांस रेस कारों में से एक है, जो अपनी बेहतरीन हैंडलिंग और रफ्तार के लिए मशहूर है। इस रेस के दौरान डायना मिडिल ईस्ट के बड़े-बड़े फॉर्मूला वन सर्किट्स पर उतरेंगी, जिनमें दुबई, अबू धाबी, बहरीन, कतर और सऊदी अरब शामिल हैं। यह सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि भारत की महिलाओं के लिए गर्व का पल है इस उपलब्धि पर डायना ने कहा, यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। फेरारी क्लब चैलेंज मिडिल ईस्ट में पहली भारतीय महिला के तौर पर हिस्सा लेना न सिर्फ मेरे लिए, बल्कि पूरे भारतीय मोटरस्पोट्र्स में महिलाओं के लिए गर्व का पल है।

पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को मिली मंजूरी, सजावट में खामियां
रेल मंत्रालय ने देश की पहली 16 कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को मंजूरी दे दी है। यह भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। हालांकि, मंत्रालय ने ट्रेन की साज-सज्जा और कारीगरी को लेकर कुछ गंभीर खामियों की ओर इशारा किया है। साथ ही, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए देशभर के 76 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर स्थायी यात्री होल्डिंग एरिया बनाने की योजना को भी मंजूरी दी है। रेलवे बोर्ड ने रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडड्र्स ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) और सभी जोनों के महाप्रबंधकों को लिखे पत्र में ट्रेन की साज-सज्जा से जुड़ी कमियों पर चिंता जताई है। बोर्ड ने बताया कि बर्थिंग एरिया में नुकीले किनारे, खिडक़ी के पर्दे के हैंडल और बर्थ कनेक्टर्स के बीच की जगह यानी ‘पिजन पॉकेट’ जैसी संरचनाएं सफाई और रखरखाव में दिक्कत पैदा कर सकती हैं। मंत्रालय ने आदेश दिया है कि मौजूदा रैक में सुधार के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं और भविष्य के रैक की डिजाइन में जरूरी संशोधन किए जाएं।

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