
मिली बड़ी सफलता: ओडिशा में मारा गया 1.1 करोड़ का इनामी नक्सली
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा के कंधमाल में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में छह नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें 1.1 करोड़ रुपए का इनामी सेंट्रल कमेटी मेंबर गणेश उईके भी शामिल है। दो महिला नक्सली भी मारी गई हैं। मारे गए नक्सलियों के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। सुरक्षाबलों को कंधमाल जिले के चाकापाड़ इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसी के आधार पर 23 टीमों को ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। इनमें 20 स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप, दो सीआरपीएफ और एक बीएसएफ टीमें शामिल थीं। यह ऑपरेशन कंधमाल जिले के चाकापाड़ थाना क्षेत्र और गंजाम जिले के रांभा वन क्षेत्र में चलाया गया। गुरुवार को को अभियान के दौरान अलग-अलग स्थानों पर नक्सलियों और जवानों के बीच कई बार गोलीबारी हुई। मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्चिंग की गई, जिसमें छह नक्सलियों के शव मिले। इनमें चार पुरुष और 2 महिलाएं हैं। सभी माओवादी वर्दी में थे। मौके से दो इंसास राइफल और एक 303 राइफल बरामद हुई है। हिडमा के बाद के सबसे बड़े नक्सली नेता गणेश उइके मारा गया है। गणेश तेलंगाना के नालगोंडा जिले का रहने वाला था। वह पक्का हनुमंतु, राजेश तिवारी और चमरू जैसे कई नामों से जाना जाता था। ओडिशा में नक्सली संगठन को मजबूत करने और कई बड़ी हिंसक घटनाओं की साजिश रचने में उसकी अहम भूमिका रही थी।
दुश्मनों में खलबली: भारत की स्वदेशी के-4 मिसाइल का सफल परीक्षण
भारत ने दो दिन पूर्व एक गोपनीय पनडुब्बी-प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। ये परीक्षण बंगाल की खाड़ी में किया गया। दरअसल, यह परीक्षण परमाणु-सक्षम के-4 मिसाइल का था। यह अरिहंत-क्लास पनडुब्बी से लॉन्च की गई। इस परीक्षण को लेकर पहले से कोई घोषणा नहीं की गई थी। वहीं, नोटम भी रद्द किया गया था, जिससे गोपनीयता बनाई रखी जा सके। दावा किया जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि इस क्षेत्र में चीनी निगरानी जहाज मौजूद थे। यह परीक्षण भारत की समुद्र आधारित न्यूक्लियर ट्रायड को मजबूत कर रहा, जिससे सेकंड स्ट्राइक की क्षमता सुनिश्चित होती है। इस मिसाइल से दुश्मन के पहले हमले के बाद ही जवाबी कार्रवाई की गारंटी भी मिल जाती है। के-4 मिसाइल की सबसे खास बात है कि यह स्वदेशी के- सीरीज की मिसाइल है। यह डीआरडीओ की ओर से विकसित की गई है। ये मिसाइल खास तौर पर अरिहंत-क्लास परमाणु पनडुब्बियों के लिए ही डिजाइन की गई है। इस मिसाइल की रेंज करीब 3500 किमी है। वहीं, के-4 मिसाइल की लंबाई 12 मीटर के करीब है। व्यास की बात करें तो वह 1.3 मीटर है। मिसाइल का वजन 17-20 टन का है। पेलोड की बात करें तो यह 2 टन तक है।
सेना के जवानों को सोशल मीडिया इस्तेमाल की इजाजत, वॉट्सएप पर मैसेज कर सकेंगे
भारतीय सेना के जवान पांच साल बाद सोशल मीडिया एप्स फिर इस्तेमाल कर सकेंगे। 2020 में लगा बैन कुछ शर्तों के साथ हटा दिया गया है। नई गाइडलाइन के तहत जवान इंस्टाग्राम पर रील, फोटो और वीडियो देख सकेंगे, हालांकि कमेंट करने की अनुमति नहीं है। वॉट्सएप, टेलीग्राम जैसे एप्स पर गैर-गोपनीय जानकारी शेयर कर सकेंगे। इसके अलावा यूट्यूब और एक्स का इस्तेमाल केवल जानकारी के लिए किया जा सकेगा। वहीं, लिंक्डइन, स्काइप और सिग्नल एप के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की गई है। दरअसल 2020 में सरकार ने संवेदनशील सूचनाएं लीक होने के खतरे के चलते जवानों और अधिकारियों को 89 एप हटाने का आदेश दिया था। इसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक, जूम और पबजी शामिल थे।
बांग्लादेश में खालिदा के बेटे की 17 साल बाद घर वापसी
बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान 17 साल बाद देश लौट आए हैं। वे गिरफ्तारी से बचने के लिए 2008 में लंदन भाग गए थे। तब हसीना सरकार में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे थे। गुरुवार को तारिक के स्वागत में उनकी पार्टी बीएनपी के डेढ़ लाख से ज्यादा कार्यकर्ता जुटे। ढाका एयरपोर्ट से लेकर 300 फीट रोड तक रोड शो किया। इस 13 किमी के रास्ते को कवर करने में उन्हें 3 घंटे का समय लगा। तारिक ने 17 मिनट भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम देश में शांति कायम करेंगे और नया बांग्लादेश बनाएंगे। हालांकि उन्होंने शेख हसीना को लेकर एक शब्द भी नहीं कहा। बांग्लादेश में अगले साल 12 फरवरी को आम चुनाव होने हैं। खालिदा जिया के बीमार होने की वजह से माना जा रहा है कि रहमान अगले पीएम के दावेदार हो सकते हैं। रहमान ने कहा-यह पहाडिय़ों और मैदानों की भूमि है, जहां मुसलमान, हिंदू, बौद्ध और ईसाई सभी समान रूप से रहते हैं। हम एक सुरक्षित बांग्लादेश बनाना चाहते हैं, एक ऐसा देश जहां कोई भी महिला, पुरुष या बच्चा सुरक्षित रूप से अपना घर छोड़ सके और सुरक्षित वापस लौट सके।
