- नगीन बारकिया

गौतम अडानी बन सकते हैं दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति, अमीरों की घट रही दौलत
दौलत के मामले गौतम अडानी अपने हमवतन मुकेश अंबानी को बहुत पहले ही काफी पीछे छोड़ चुके हैं। अब उनकी नजर दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंचने की है। अभी अडानी 131 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं। इनके ऊपर बर्नार्ड अर्नाल्ट हैं, जिनकी कुल दौलत 149 अरब डॉलर है। अडानी की संपत्ति राकेट की तरह बढ़ रही है और उसकी तुलना में टॉप-10 अरबपतियों की घट रही है। अगर ऐसा ही ट्रेंड चलता रहा तो अभी कमाई में नंबर वन चल रहे अडानी दौलत में भी नंबर वन बन जाएंगे। अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी की दौलत रॉकेट की तरह बढ़ रही है। साल दर दिन आधार पर एक बार फिर अडानी ने दुनिया के सभी रईस अरबपतियों को पीछे छोड़ दिया है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक साल दर दिन आधार पर गौतम अडानी की दौलत 54.9 अरब डॉलर बढ़ गई है। वहीं, एलन मस्क की दौलत 3.74 अरब डॉलर, जेफ बेजोस की 23.5 अरब डॉलर, बर्नार्ड आर्नाल्ट की 29.1 अरब डॉलर, बिल गेट्स की 14.9 अरब डॉलर, लैरी पेज की 18.5 अरब डॉलर, वॉरेन बफेट को 2.08 अरब डॉलर, सर्गी ब्रिन को 18.5 अरब डॉलर, स्टीव बॉल्मर को 3.12 और लैरी एलिशन को 8.15 अरब डॉलर कम हो गई है।
जम्मू कश्मीर में रह रहे बाहरी लोग भी डाल सकेंगे वोट, चुनाव आयोग का बड़ा ऐलान
जम्मू कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इससे पहले चुनाव आयोग ने बड़ा ऐलान किया है। जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हृदेश कुमार ने कहा कि जो गैर कश्मीरी लोग राज्य में रह रहे हैं, वे अपना नाम वोटर लिस्ट में शामिल कराकर वोट डाल सकते हैं। इसके लिए उन्हें निवास प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाबलों के जवान भी वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करा सकते हैं। हृदेश कुमार ने बुधवार को बताया कि जम्मू कश्मीर में इस बार करीब 25 लाख नए वोटरों का नाम वोटर लिस्ट में शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कर्मचारी, छात्र, मजदूर और कोई भी गैर स्थानीय जो कश्मीर में रह रहा है, वह अपना नाम वोटर लिस्ट में शामिल करा सकता है। उन्होंने बताया कि वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने के लिए स्थानीय निवास प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों के जवान भी वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराकर वोटिंग कर सकते हैं।
कर्नाटक में स्कूल-कालेज सरकारी हो या गैर-सरकारी अब रोजाना राष्ट्रगान अनिवार्य
कर्नाटक सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेजों के लिए सुबह की प्रार्थना में राष्ट्रगान अनिवार्य करने का आदेश दिया है। ये आदेश प्रदेश के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर सरकारी स्कूलों में लागू होगा। कर्नाटक की भाजपा सरकार के इस फैसले को हाल ही में कई शहरों में हुए सावरकार बनाम टीपू सुल्तान पोस्टर विवाद के बाद एक बड़ा फैसला बताया जा रहा है। वहीं, राष्ट्र में राष्ट्रवाद की हवा को दिशा देने के कदम से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, कर्नाटक एजुकेशन एक्ट, 1983 में राष्ट्रगान को लेकर साफ नियम हैं। द हिंदू की खबर के मुताबिक, कर्नाटक शिक्षा अधिनियम, 1983 की धारा -7(2), के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना और सभी स्कूलों में सुबह सामूहिक प्रार्थना में नियमित रूप से राष्ट्रगान गाना अनिवार्य है। लेकिन समस्या यह आ रही थी कि कुछ प्राइवेट स्कूल इस नियम को नहीं मान रहे थे। ऐसे में सरकार द्वारा बुधवार को आदेश जारी कर ऐसे स्कूलों को चेताया गया।
उद्धव ठाकरे कैंप को राहत, विधान भवन में मिला कार्यालय
एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद महाराष्ट्र विधान भवन की चौथी मंजिल पर स्थित शिवसेना के कार्यालय को सील कर दिया गया था। अब राज्य में नई सरकार के गठन के बाद मानसून सत्र के पहले दिन ही इसे खोल दिया गया और उद्धव ठाकरे गुट को इसे सौंप दिया गया। वहीं, शिंदे गुट को सातवीं मंजिल पर एक दफ्तर दिया गया है। इस ताजा घटना के बाद महाराष्ट्र की सियासत में एकबार फिर यह चर्चा जोर पकड़ ली है कि आखिर शिवसेना किसकी है। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे ने बड़ी संख्यां में विधायकों के साथ शिवसेना से नाता तोड़ लिया। इसके बाद राज्य में नई सरकार का गठन हुआ। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने और देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री। शिंदे सरकार के विश्वास मत के विशेष सत्र के दौरान शिंदे समूह शिवसेना के मूल कार्यालय पर कब्जा करने में विफल रहा। उस समय इसे सील कर दिया गया था।