- नगीन बारकिया

चीनी नागरिकों की शेल कंपनी के 370 करोड़ अटैच, ईडी ने की कार्रवाई
ईडी ने शुक्रवार को बताया कि उसने एक मुखौटा (शेल) कंपनी की 370 करोड़ रुपये की जमा राशि अटैच की है, जिसमें बैंक में निवेश, भुगतान गेटवे और क्रिप्टो खाते शामिल हैं। इस मुखौटा कंपनी की स्थापना दो चीनी नागरिकों द्वारा बेंगलुरु में की गई थी। दोनों चीनी नागरिक 2020 में देश छोड़कर जा चुके हैं। एजेंसी ने बेंगलुरु स्थित ‘येलो ट्यून टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड’ के परिसरों पर आठ अगस्त से तीन दिन तक छापा मारने के बाद रुपये के लेनदेन पर रोक लगा दी थी। कर्ज देने वाले कुछ स्मार्टफोन आधारित संदिग्ध एप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान इस कंपनी की अवैध गतिविधियों का पता चला। इन एप को चीनी पैसे से चलाया जा रहा था। ईडी ने बताया कि इन एप को जल्द ही बंद कर दिया गया और उनके मुनाफे को डायवर्ट कर दिया गया। एजेंसी के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि 23 संस्थाओं ने ‘येलो ट्यून टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड’ के खाते में 370 करोड़ रुपये जमा किए। इनमें आरोपित एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) और उनकी फिनटेक कंपनियां भी शामिल थीं। क्रिप्टो एक्सचेंज के माध्यम से रुपये जमा किए गए।
मोबाइल फोन में लेफ्ट साइड में ही क्यों होता है कैमरा? बेहद रोचक है इसके पीछे की वजह
आजकल के बदलते दौर में मोबाइल फोन काफी अपडेट हो गए हैं। जिन मोबाइल फोन्स को एक-दूसरे से बात करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, आज वो मोबाइल लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया है। मोबाइल से ही कई जरूरी काम निपटा लिए जाते हैं। साथ ही मनोरंजन का भी साधन मोबाइल बन चुका है। अगर आपके पास भी कोई स्मार्टफोन है, तो आपने नोटिस किया होगा कि उसका कैमरा लेफ्ट साइड में ही होगा। ज्यादातर मोबाइल फोन में कैमरा लेफ्ट साइड ही लगाया जाता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर इसके पीछे क्या वजह है? कैमरे के साइड में लगे होने के पीछे मोबाइल की डिजाइन नहीं बल्कि कुछ और ही वजह है। आपको बता दें कि ज्यादातर लोग लेफ्ट हैंड से मोबाइल चलाते हैं। ऐसे में लेफ्ट साइड लगे कैमरे से फोटो या वीडियो शूट करने में आसानी होती है। इसके अलावा जब हम हम कैमरे को घुमाकर लैंडस्केप करते हैं, तो ऐसे में मोबाइल का कैमरा ऊपर की ओर आ जाता है, इससे हम आसानी से लैंडस्केप फोटो ले सकते हैं। इसी वजह से मोबाइल में लेफ्ट साइड में कैमरे लगाए जाते हैं।
पहली बार इंसान से पालतू जानवर में फैला मंकीपॉक्स वायरस
कोरोना वायरस के साथ ही दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले वहां की सरकार के लिए चिंता का विषय बन रहा है। इसे लेकर अब डबल्यूएचओ भी सक्रिय हो गया है, लेकिन इस बीच इसे लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस इंसान से जानवरों में भी हो सकता है। इस तरह का एक मामला सामने भी आया है। मंकीपॉक्स के इस तरह इंसानों से जानवर में ट्रांसमिशन से एक्सपर्ट भी हैरान हैं। दुनिया में इस तरह का यह पहला केस है। बता दें कि अब तक 94 देशों में मंकीपॉक्स के 37,369 मरीज मिल चुके हैं। लैंसेट जर्नल में हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस केस का जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया है कि फ्रांस के पैरिस की सोर्बोन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने मंकीपॉक्स से पीड़ित दो बायोसेक्सुअल पुरुषों पर स्टडी की थी। इनकी मंकीपॉक्स रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके करीब डेढ़ हफ्ते बाद इनके 4 साल के कुत्ते का भी मंकीपॉक्स टेस्ट किया गया। जब कुत्ते की रिपोर्ट आई तो डॉक्टर भी हैरान हुए। दरअसल, कुत्ते में भी मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी।
कंगाली की कगार पर पाकिस्तान, खाने की चीजों के लिए तरस रहे लोग
भारत के पड़ोसी मुल्क श्रीलंका के बाद पाकस्तिान की हालत भी आर्थिक मोर्चे पर खराब है। पाकस्तिान कंगाली की कगार पर पहुंच गया है। पाकस्तिान में महंगाई अपने चरम पर है और खाने-पीने जैसी जरूरी चीजों के लिए तरस रहे हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। भयंकर नकदी संकट का सामने कर रहे पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट आई है और यह गिरकर 7.83 अरब डॉलर पर आ गया है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर साल 2019 के बाद का सबसे न्यूनतम स्तर है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार इस महीने ऋण भुगतान में वृद्धि और बाहरी वित्त पोषण की कमी के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है। जानकारों का यह भी कहना है की यदि पाकिस्तान को आईएमएफ की तरफ से मदद नहीं की गई तो श्रीलंका जैसे हालात बनने से कोई नहीं रोक सकता।