बिच्छू राउंडअप/पंजाब: पराली जलाने की समस्या पर मान केंद्र से नाराज, बोले- खुद निकालेंगे हल

पराली जलाने

पराली जलाने की समस्या का व्यावहारिक समाधान सुनिश्चित करने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र सरकार से खासे नाराज हैं। पंजाब के प्रति केंद्र सरकार के रुख की आलोचना करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य सरकार पराली के खेतों में ही निपटारे के लिए अपने संसाधनों से एक लाख से अधिक मशीनें देने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इस खतरे का साझा समाधान पेश किया था, लेकिन केंद्र सरकार ने हमारी मदद करने की बजाय अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हमें अपने किसानों के कल्याण और पर्यावरण की सुरक्षा को सुनिश्चित करने से रोका जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में 75 लाख एकड़ में धान की खेती की गई है। इसमें से 37 लाख एकड़ वाले किसान पराली को आग नहीं लगाते हैं। बाकी बची 38 लाख एकड़ जमीन में पराली के प्रबंधन को सुनिश्चित बनाने के लिए बड़े कदम उठाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस मंतव्य के लिए एक लाख मशीनें देने पर विचार कर रही है।  गुरबाणी की तुक ह्यपवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महतह्ण का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरुओं ने हवा  को गुरु से, पानी की पिता से और जमीन की माता से तुलना की है।
नीतीश की बात को कौन गंभीरता से लेगा, 2 महीने पहले किसके साथ थे: प्रशांत
प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को एक बार फिर से निशाने पर लिया है। प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के पिछले दिनों हुए दिल्ली दौरे पर कहा कि नीतीश जी की बात को कौन गंभीरता से लेगा। वो तो खुद दो महीने पहले भाजपा के साथ थे। अगर वो प्रयास कर रहे हैं और सभी को जोड़ पाते हैं तो अच्छा है, लेकिन जितना हमारा अनुभव है। इन सब बैठक से कुछ निकलता नहीं है। पीके ने कहा कि ये ठीक है कि नीतीश कुमार पीएम का चेहरा हैं, लेकिन संविधान के मुताबिक हर आदमी पीएम पद का दावेदार हो सकता है। पीके ने कहा कि नीतीश जी पहले सरकार चला रहे थे। पहले तो वो एनडीए में थे। अब सरकार बदली है, लेकिन सीएम तो नीतीश जी हैं, लेकिन मुझे सरकार को लेकर किसी बड़े वर्ग में कोई उत्साह नहीं दिखता है। बहुत सारे मुददों पर बात करनी हैं। अलग-अलग नेताओं से मुलाकात पर प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं इन सबको बहुत गंभीरता से नहीं लेता हूं। प्रशांत किशोर ने कहा कि दलों और पार्टियों के साथ आने से नया नहीं हो सकता। दिल्ली में बैठकर मुलाकात करने से कुछ खास होगा। ऐसा मुझे नहीं लगता है। अच्छा वो है जो सबको साथ ला सके। पीके ने कहा कि मैं तो सब चीज से निकल गया हूं।
यूएस ने बिना बताए पाक को दे दिया एफ-16 की मरम्मत का पैकेज, भारत का कड़ा विरोध
भारत ने उसे बिना बताए पाकिस्तान को एफ-16 विमानों के लिए दिए गए 45 करोड़ डॉलर के सस्टेनमेंट पैकेज को लेकर अमेरिका से कड़ा विरोध जताया है। यह विरोध अमेरिका के असिस्टेंट सेक्रेट्री आॅफ स्टेट फॉर साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स डोनाल्ड लू से जताया गया है। इस विरोध में इस फैसले की टाइमिंग पर भी विरोध जताया गया है। भारत सरकार का मानना है कि इस फैसले का तेजी से बढ़ते आपसी संबंधों पर कोई असर नहीं होगा। बस इससे दोनों देशों के संबंधों में थोड़ी असहजता आएगी। क्योंकि अमेरिका ने इस फैसले के बारे में भारत को पहले नहीं बताया। जिसका भारत की सुरक्षा पर गंभीर असर होता है। टाइम्स आॅफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान के लिए इस मदद को डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने 2018 में रोक दिया था। जबकि अब जो बाइडन प्रशासन ने उस फैसले को बदल दिया है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई जब भारत अमेरिकी अधिकारियों की मेजबानी कर रहा था। जिसमें लू खुद शामिल थे। अमेरिका ने जब इसकी घोषणा की तो यूएस-इंडिया टू प्लस टू की इंटरसेशनल मीटिंग और मेरीटाइम सिक्योरिटी डायलाग चल रहा था।
4 साल बाद स्कूल पहुंचे शिक्षक को लोगों ने पहनाई जूतों की माला, पोती कालिख
कहते हैं कि गुरु का स्थान गोविंद से भी पहले आता है लेकिन कुछ गुरुओं के कारण पूरा शिक्षक समुदाय बदनाम हो रहा है। ऐसा ही एक मामला रोहतास जिला के शिवसागर से आया है जहां शिवसागर प्रखंड के थनुआ गांव के मध्य विद्यालय में 4 साल बाद पहुंचे एक शिक्षक को ग्रामीणों ने जूते का माला पहना दिया। इतना ही नहीं कक्षा में घुसकर गुरुजी की चेहरे पर कालिख पोत दी जिसके बाद विद्यालय में हंगामा मच गया। कुछ ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। इस संबंध में ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावे जिलाधिकारी को भी आवेदन देकर शिक्षक पर कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है। बताया जाता है कि वर्ष 2018 में मैट्रिक परीक्षा के दौरान परीक्षा में ड्यूटी के लिए शिक्षक मृत्युंजय कुमार गुप्ता को विरमित किया गया था, जिसके बाद से वो फिर विद्यालय नहीं आए। कई तरह के स्वास्थ्य तथा अन्य कारण बताकर वो पिछले 4 सालों से विद्यालय से अनुपस्थित रहे।

Related Articles