बिच्छू राउंडअप/आतंक पर बड़ी चोट! जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एक दहशतगर्द ढेर, 2-3 घिरे

  • रवि खरे
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आतंक पर बड़ी चोट! जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एक दहशतगर्द ढेर, 2-3 घिरे
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल क्षेत्र में शुक्रवार शाम को शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन अभी-भी जारी है। ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से हुई मुठभेड़ में सेना ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। सेना को आशंका है कि अभी इलाके में दो से तीन आतंकी छिपे हो सकते हैं। इस बारे में भारतीय सेना की चिनार कॉप्र्स ने जानकारी दी है। चिनार कॉप्र्स ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की संयुक्त टीम ने आतंकियों की मौजूदगी का खुफिया इनपुट के आधार पर दक्षिण कश्मीर के जंगल क्षेत्र में घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया। सेना का कहना है कि इस इलाके में अभी दो से तीन आतंकियों के फंसे होने की आशंका है, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी शामिल हो सकते हैं।

सुना है भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा, ये अच्छा कदम , डोनाल्ड ट्रंप ने किया बड़ा दावा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्टों का स्वागत किया, जिनमें कहा गया है कि भारत संभवत: रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर सकता है। उन्होंने इस संभावना को एक अच्छा कदम बताया, हालांकि यह भी माना कि उन्हें इस बात की सही जानकारी नहीं है कि यह खबर कितनी सटीक है। समाचार एजेंसी के मुताबिक जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्होंने भारत पर जुर्माने या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की कोई योजना बनाई है, इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि मुझे सुनने में आया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। मैंने ऐसा सुना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि यह सही है या नहीं। अगर ऐसा है तो यह अच्छा कदम है। अब देखते हैं आगे क्या होता है। ट्रंप की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस की तेल बिक्री से होने वाली आय को सीमित करने के लिए वैश्विक दबाव बना रहा है।  बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है और पश्चिमी प्रतिबंधों के बाद 2022 से रूस से रियायती दरों पर तेल खरीद रहा है।

रूस-यूएस के बीच बढ़ा तनाव… रूसी सांसद बोले- अमेरिका की पनडुब्बियां हमारे निशाने पर
अमेरिका और रूस के बीच जुबानी जंग जारी है। रूस के एक वरिष्ठ सांसद ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भेजी गई 2 अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों को रोकने के लिए रूस के पास समुद्र में पहले से ही पर्याप्त संख्या में परमाणु पनडुब्बियां मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इन अमेरिकी पनडुब्बियों को लंबे समय से रूसी नियंत्रण में रखा गया है, इसलिए रूस को इस पर प्रतिक्रिया देने की कोई जरूरत नहीं है। रूसी संसद ड्यूमा के सदस्य विक्टर वोडोलात्सकी ने रूस की सरकारी समाचार एजेंसी को बताया कि विश्व के महासागरों में रूसी परमाणु पनडुब्बियों की संख्या अमेरिकी पनडुब्बियों से कहीं अधिक है। राष्ट्रपति ट्रंप ने जिन पनडुब्बियों को उपयुक्त क्षेत्रमें भेजने का आदेश दिया है, वे पहले से ही हमारी निगरानी में हैं। बता दें कि ट्रंप ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा था कि उन्होंने रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के भडक़ाऊ बयानों के बाद अमेरिकी पनडुब्बियों को फिर से तैनात करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि ये कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है।

भारत पर साइबर हमलों की बौछार, 4 साल में 4 गुना केस, हॉटस्पॉट बने महाराष्ट्र-यूपी
डिजिटल इंडिया के इस दौर में साइबर क्राइम के मामलों में बहुत तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है। गृह मंत्रालय ने संसद में पेश आंकड़ों से साफ कर दिया है कि साइबर अपराधों का ग्राफ आसमान छू रहा है। बीते चार सालों में ऑनलाइन फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन और साइबर अटैक जैसे मामलों में 401 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। साल 2021 में करीब 4.5 लाख साइबर क्राइम के केस दर्ज हुए थे। साल 2024 तक यह आंकड़ा बढक़र 22 लाख से ज्यादा पहुंच गया। यानी साइबर क्राइम के मामलों में चार गुना से भी ज्यादा उछाल आया है। ये आंकड़ा यहीं नहीं रुका। साल 2025 के आधे साल खत्म होते-होते ही 30 जून तक 12 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जो 2021 और 2022 के सालाना आंकड़ों को भी पीछे छोड़ चुके हैं। साइबर क्राइम के केस में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।

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