- रवि खरे

दुबई: 67 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, 3800 से ज्यादा लोगों को निकाला गया
दुबई मरीना में 67 मंजिला आवासीय गगनचुंबी इमारत में भीषण आग लग गई। हादसे के बाद बड़े पैमाने पर इमरजेंसी सेवाएं शुरू की गईं और 3,800 से ज्यादा निवासियों को सुरक्षित निकाला गया। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आग में कोई घायल या हताहत नहीं हुआ है। आग ने मरीना पिनेकल को अपनी चपेट में ले लिया, जिसे टाइगर टॉवर के नाम से भी जाना जाता है। दुबई सिविल डिफेंस टीमों ने आग पर काबू पाने के लिए 6 घंटे तक कोशिश की। विशेष अग्निशमन और बचाव इकाइयों ने हाई-राइज में 764 अपार्टमेंट से सभी 3,820 निवासियों को सफलतापूर्वक निकाला, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर व्यक्ति को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जाए। दुबई मीडिया कार्यालय ने शनिवार की सुबह कहा कि निकासी बिना किसी घटना के पूरी हो गई। डीएमओ ने कहा, नियंत्रण उपाय लागू हैं और स्थिति को अग्निशमन दल द्वारा पूरी तरह से कंट्रोल किया जा रहा है।
मणिपुर: सुरक्षा बलों ने रात भर चलाया ऑपरेशन, 328 हथियार और विस्फोटक जब्त
मणिपुर के पांच घाटी जिलों में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री के साथ 328 आग्नेयास्त्रों का जखीरा बरामद किया। सूबे के पुलिस महानिदेशक ने बताया कि यह कैंपेन 13 और 14 जून की दरमियानी रात को विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर चलाया गया। जब्त किए गए हथियारों में 151 एसएलआर राइफलें, 65 इंसास राइफलें, 73 अन्य राइफलें, 5 कार्बाइन गन, 2 एमपी5 गन, 12 एलएमजी राइफलें, 6 एके-सीरीज राइफलें, 2 अमोघ राइफलें, 1 एआर-15 राइफल, 1 मोर्टार, 6 पिस्तौलें, 2 गन बैरल और 2 फ्लेयर गन शामिल हैं। आग्नेयास्त्रों के अलावा, सुरक्षा बलों ने 591 मिश्रित मैगजीन और हजारों राउंड गोला-बारूद बरामद किया, जिसमें 3,534 एसएलआर राउंड, 2,186 इंसास राउंड, 2,252 .303 राउंड, 234 एके राउंड, 407 अमोघ राउंड और 20 9 मिमी राउंड शामिल हैं। ऑपरेशन के दौरान जब्त की गई विस्फोटक सामग्री में 10 ग्रेनेड, तीन लेथोड, सात डेटोनेटर और तीन पैरा शेल शामिल थे। मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, भारतीय सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीमों ने घाटी के जिलों के बाहरी इलाकों में तलाशी अभियान चलाया।
नाइजीरिया में बंदूकधारियों का तांडव, 100 लोगों को बेडरूम में बंद कर जिंदा जलाया
नाइजीरिया के सेंट्रल बेन्यू स्टेट के येलेवाटा गांव में बंदूकधारियों के हमले में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी एमनेस्टी इंटरनेशनल नाइजीरिया ने शनिवार को दी। संगठन ने बताया कि हमला शुक्रवार देर रात से शनिवार तडक़े तक जारी रहा। एमनेस्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में कहा, अभी भी कई लोग लापता हैं। दर्जनों घायल हैं और उन्हें पर्याप्त चिकित्सा सहायता नहीं मिल पा रही है। कई परिवारों को उनके कमरों में बंद कर जिंदा जला दिया गया। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि बेन्यू राज्य में हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और बंदूकधारी पूरी तरह से बेखौफ होकर लोगों की हत्याएं कर रहे हैं। इन हमलों के कारण बड़े पैमाने पर लोग अपने घर छोडऩे को मजबूर हुए हैं और चूंकि ज्यादातर पीडि़त किसान हैं, इसलिए इससे खाद्य सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है।
राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ सडक़ों पर उतरे लोग, कई शहरों में फैला विरोध प्रदर्शन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ देश में विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस से हुई थी। अब यह विरोध प्रदर्शन कई शहरों तक फैल चुका है। शनिवार को फिलाडेल्फिया में सैंकड़ों की संख्या में लोग ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ सडक़ों पर उतरे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप के खिलाफ नारेबाजी भी की। विरोध प्रदर्शनों के आयोजकों का कहना है कि देशभर में सैंकड़ों आयोजनों में लाखों लोग शामिल हुए हैं। बीते हफ्ते अवैध अप्रवासियों के खिलाफ अमेरिका के आव्रजन विभाग ने छापेमार कार्रवाई की थी और कई अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया था। इसके खिलाफ लॉस एंजिलिस में हिंसा भडक़ गई थी। हिंसा के चलते राष्ट्रपति ट्रंप ने लॉस एंजिलिस में नेशनल गाड्र्स की तैनाती का आदेश दिया, जिससे लोग और नाराज हो गए और शहर में जगह-जगह दंगे और आगजनी शुरू हो गई। अब भी लॉस एंजिलिस में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हालांकि फिलहाल हालात सामान्य हैं। न्यूयॉर्क, डेनवर, शिकागो, ऑस्टिन में भी ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ लोगों ने विरोध मार्च निकाला।