
- रवि खरे
न सुई… न लंबा इंतजार, महज 26 हफ्ते में होगा एमडीआर-टीबी का इलाज
टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई में अब ऐसा हथियार मिल गया है, जो अत्यंत असरदार है। भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुकेंद्रीय क्लिनिकल ट्रायल में साबित किया है कि मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट टीबी के मरीजों को अब न तो सुई लगाने की जरूरत होगी और न ही इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा। तीन दवाओं की मिश्रित खुराक के साथ महज 26 हफ्ते में टीबी के संक्रमण से मुक्ति पा लेंगे।भारत में एमडीआर-टीबी गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। इस में टीबी के जीवाणु सामान्य टीबी रोधी दवाओं के प्रतिरोधी हो जाते हैं। मरीजों को लंबे समय तक उपचार कराना पड़ता हैै। जानकारी अनुसार, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और चेन्नई स्थित राष्ट्रीय क्षय रोग अनुसंधान संस्थान (एनआइआरटी) के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन के जरिए तीन दवाओं की मिश्रित खुराक से ही मरीजों में एमडीआर टीबी खत्म कर दिया। बेडाक्विलाइन, प्रेटोमैनिड और लाइनेजोलिड दवाओं के संयोजन पर वैज्ञानिकों ने अध्ययन भी किया, जिसमें दवा-प्रतिरोधी टीबी का यह इलाज बिना इंजेक्शन के सिर्फ 26 हफ्ते में असरदार पाया गया। ऐसे अध्ययन अमेरिका और यूरोप में भी हुए हैं, जिन्हें द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने प्रकाशित किया है। अध्ययन के परिणाम उन नतीजों से भी मेल खाते हैं। यानी यह भारत में भी उतना ही असरदार हो रहा है, जितना कि अमेरिका या यूरोप में देखा गया है।
पुणे में इंद्रायणी नदी पुल हादसा: अबतक 4 की मौत, 51 को बचाया गया, रेस्क्यू जारी
महाराष्ट्र के पुणे के पास हुए ब्रिज हादसे में थोड़ी देर बाद फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। प्रशासन का दावा है कि ब्रिज गिरने के बाद नदी में बहे 3 लोग अब भी लापता हैं जिनकी तलाश के लिए हादसे वाली जगह से लेकर पास के डैम तक सर्चिंग शुरू की जाएगी। रविवार को पुणे से 30 किलोमीटर दूर कुंडमाला के पास वीकेंड पर बड़ी संख्या में सैलानी मौजूद थे। इंद्रायणी नदी की तेज धार के बहाव को देखने लोग पुल पर चढ़ गए। इस दौरान कई बाइक सवार भी पुल पर आ गए जहां भीड़ के दबाव के कारण पुल नदी में गिर गया जिसमें कई लोग बह गए। रविवार को देर शाम तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में बचाए गए 38 लोगों का इलाज जारी है तो हादसे में मारे गए 4 लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए पुणे के पास मावल के अस्पताल में रखा गया है। महाराष्ट्र सरकार ने मृतक के परिजनों के लिए 5-5 लाख मुआवजे का ऐलान किया है। विदेश दौरे पर गए पीएम मोदी ने साइप्रस से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात कर घटना की जानकारी ली है।
ईरान-इजराइल युद्ध से वैश्विक व्यापार पर असर, 50 प्रतिशत बढ़ जाएगी माल ढुलाई लागत
ईरान-इस्राइल युद्ध ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं को और बढ़ा दिया है। इससे न सिर्फ भारत के निर्यात समेत वैश्विक व्यापार पर असर पड़ रहा है, बल्कि हवाई और समुद्री माल ढुलाई दरों के साथ बीमा शुल्क में भी बढ़ोतरी का भी जोखिम है। निर्यातकों का कहना है कि इस युद्ध के कारण यूरोप और रूस जैसे देशों को भारत का निर्यात प्रभावित हो सकता है। अगर युद्ध लंबे समय तक चलता रहा, तो ईरान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच होर्मुज जलडमरूमध्य एवं लाल सागर जैसे मार्गों के जरिये व्यापारिक जहाजों की आवाजाही प्रभावित होगी। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष एससी रल्हन ने कहा, वैश्विक व्यापार की स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही थी, जो ईरान-इस्राइल तनाव बढऩे से फिर से प्रभावित होगी। वहीं, मुंबई स्थित निर्यातक एवं टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज के संस्थापक अध्यक्ष एसके सराफ ने कहा, मालवाहक जहाज धीरे-धीरे लाल सागर के मार्गों पर लौट आए हैं। इससे भारत और एशिया के अन्य हिस्सों से अमेरिका एवं यूरोप जाने में 15-20 दिन की बचत हो रही है।
वैशाली में भीषण सडक़ हादसे में पांच लोगों की मौत, 15 घायल, पिकअप से आ रहे थे
वैशाली में भीषण सडक़ हादसा हुआ है। इसमें महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं करीब 15 लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना सारण थाना अंतर्गत नयागांव के बाजितपुर फोरलेन के पास हुआ। हादसे के बाद इलाके में हडक़ंप मच गया। फोनलेने पर लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को सोनपुर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां डॉक्टरों ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को बेहतर इलाज के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सारण जिले से आ रही पिकअप वैन पर 25 लोग सवार थे। फोरलेन पर वैन का टायर फट गया। जब तक चालक कुछ समझ पाता, गाड़ी पलट गई और सभी लोग नीचे दब गए। हादसा इतना भीषण था कि पांच लोगों ने दम तोड़ दिया। इधर, सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद दो व्यक्तियों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया।