बिच्छू राउंडअप/रूस ने यूक्रेन पर किया अब तक का सबसे बड़ा हमला, कीव पर बरसाए 800 से ज्यादा ड्रोन

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रूस ने यूक्रेन पर किया अब तक का सबसे बड़ा हमला, कीव पर बरसाए 800 से ज्यादा ड्रोन
रूस ने रविवार को यूक्रेन पर साढ़े तीन वर्ष के युद्ध का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। इस हमले में 800 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेन की राजधानी कीव में सरकार के मुख्य प्रशासनिक भवन को निशाना बनाया। बताया गया है कि इस भवन को दो क्रूज मिसाइलों से निशाना बनाया गया जिससे उसमें आग लग गई है। खास बात यह है कि जिस इलाके में यह भवन स्थित है उसे कीव का सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है और अमेरिकी डिफेंस सिस्टमों को तैनात कर वहां की सुरक्षा की जा रही है। ताजा हमलों में चार लोग मारे गए हैं और 24 घायल हुए हैं। यूक्रेन की वायुसेना ने बताया है कि रूस ने ताजा हमले में 805 ड्रोन और 13 मिसाइलों का इस्तेमाल किया। यूक्रेनी डिफेंस सिस्टम ने 751 ड्रोन और चार मिसाइलों को आकाश में ही नष्ट कर दिया लेकिन बाकी ड्रोन और मिसाइलों से यूक्रेन को भारी क्षति हुई है। यह रूस की ओर से यूक्रेन पर छोड़ी गई ड्रोन और मिसाइलों की सर्वाधिक संख्या थी।

पीएम का सांसदों को सक्सेस मंत्र, नवाचार करने, जमीन से जुड़े रहने की अपील की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले आयोजित एक विशेष प्रशिक्षण सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के साथ लंबी बातचीत की। उन्होंने साथियों को सफलता का मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यशाला में भाजपा सांसदों के साथ पूरा दिन बिताया और संसदीय प्रभावशीलता को मजबूत करने, निर्वाचन क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने और सार्वजनिक जीवन में नैतिक मानकों को बनाए रखने पर फोकस करने की सलाह दी। इससे पहले कार्यशाला के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सांसदों के बीच समय बिताया। वे सबसे अंतिम पंक्ति में आम कार्यकर्ता की तरह बैठे दिखाई दिए। इससे समावेशिता और खुले संवाद का माहौल बना। दिन भर चली इस बैठक का नेतृत्व युवा और अनुभवी सांसदों ने मिलकर किया। सूत्रों के मुताबिक, कार्यशाला का एक प्रमुख विषय ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून था, जिसे प्रधानमंत्री ने एक गंभीर सामाजिक मुद्दे के तौर पर सबके सामने रखा। उन्होंने सांसदों से हालिया प्रतिबंध के बारे में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।

उन्हें अहसास हो गया, भारत को लेकर उनकी सोच गलत थी: पूर्व राजनयिक
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों भारत के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था, जिसके बाद भारत पर अमेरिका का कुल टैरिफ बढक़र 50 प्रतिशत हो गया था। इसके चलते दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ी खटास आई, लेकिन हाल के समय में ट्रंप के व्यवहार में बदलाव देखा गया है और उन्होंने भारत के खिलाफ अपने सख्त रुख को कुछ नरम किया है। भारत के पूर्व राजनयिक केपी फैबियन का कहना है कि ट्रंप को अहसास हो गया है कि वे भारत को लेकर गलत थे। उन्होंने कहा कि ट्रंप को पता चल गया है कि टैरिफ लगाकर या आक्रामक व्यापार नीति अपनाकर भारत पर दबाव नहीं बनाया जा सकता।  केपी फैबियन ने कहा कि अमेरिका ने बिना किसी ठोस आधार के भारत पर टैरिफ लगाया। दरअसल ट्रंप भारत की क्षमता को कमतर आंक रहे थे। हाल ही में ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महान नेता बताया था और भारत की तारीफ की थी। इस पर पीएम मोदी ने भी राष्ट्रपति ट्रंप और दोनों देशों के संबंधों की सराहना की थी।

इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से तेल के आयात पर कम होगी निर्भरता, प्रदूषण से मिलेगी राहत
वाहनों के इंजन में खराबी के दावों के बीच भारत ने 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल यानी ई-20 का लक्ष्य समय से पांच साल पहले ही पूरा कर लिया है। अगस्त में हासिल लक्ष्य के बाद सरकार की तैयारी वर्ष 2027 तक 27 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण की है। सरकार जहां इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के फायदे गिना रही है, वहीं एक वर्ग का कहना है कि ई-20 पेट्रोल वाहनों के इंजन को खराब कर रही है, जिससे माइलेज घट रहा है। इन चिंताओं से इतर विशेषज्ञों का मानना है कि ई-20 पेट्रोल तेल आयात पर निर्भरता घटाएगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और प्रदूषण कम करने में भी अहम योगदान देगा। पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण भारत में व्यावहारिक रणनीति के तौर पर उभर रहा है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना है। इसे 80 प्रतिशत सामान्य पेट्रोल और 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाकर तैयार किया जाता है। इथेनॉल का उत्पादन गन्ना, मक्का और अन्य कृषि उत्पादों से किया जाता है।

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