- रवि खरे

झारखंड के देवघर में कांवडिय़ों की बस ट्रक से टकराई, 18 की मौत
सावन के महीने में करोड़ों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ यात्रा में भाग लेते हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोग झारखंड में स्थित ज्योतिर्लिंग बैद्यनाथ धाम भी पहुंचते हैं। हालांकि, कांवड़ यात्रा के दौरान झारखंड के देवघर से दुखी कर देने वाली खबर सामने आ रही है। मंगलवार को देवघर में एक दिल दहला देने वाला सडक़ हादसा हुआ जिसमें अब तक 18 कांवडिय़ों की मौत की खबर सामने आ रही है। वहीं, कई अन्य लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि कांवडिय़ों को ले जा रही बस गैस सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक से टकरा गई। ये हादसा तडक़े करीब 4:30 बजे मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास हुआ है।कांवडिय़ों से भरी 32 सीट वाली बस और गैस सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक के बीच टक्कर हो गई। भाजपा नेता और क्षेत्र के सांसद निशिकांत दुबे ने पुष्टि की है कि इस हादसे में 18 कांवडिय़ों की मौत हो गई है। उन्होंने अपने लिखा- मेरे लोकसभा के देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है।
मंडी में बादल फटने से चार लोगों की मौत, भूस्खलन से मलबे में दबीं 50 से ज्यादा गाडिय़ां
मंडी जिले में मंगलवार सुबह एक बार फिर बादल फटने जैसी भारी वर्षा ने तबाही मचाई। भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाओं से शहर की जीवन रेखा ठहर सी गई है। वहीं, इस आपदा में चार लोगों मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों में पूर्व पार्षद के बेटा-बहू और पोता भी शामिल है। थ्री व्हीलर को बचाने के चक्कर में पूरा परिवार मलबे की चपेट में आ गया। जिससे तीनों की मौत हो गई। एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौके पर पहुंचे हैं। मंडी में तबाही से भारी नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान जेल रोड, जोनल अस्पताल मार्ग और सैंण क्षेत्र में हुआ है। भूस्खलन से कीरतपुर मनाली फोरलेन और पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। तेज वर्षा के बाद मंडी शहर के प्रमुख क्षेत्रों में मलबे का सैलाब उमड़ पड़ा। जेल रोड में और जोनल अस्पताल वाले मार्ग में मलबा आ गया है।
पुतिन-किम के रिश्तों को नई रफ्तार, दो साल बाद उत्तर कोरिया में फिर उतरे रूसी विमान
रूस ने उत्तर कोरिया के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करते हुए मॉस्को और प्योंगयांग के बीच सीधी वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत कर दी है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच सैन्य, पर्यटन और रणनीतिक सहयोग लगातार बढ़ रहा है। रविवार को रूसी एयरलाइन नॉर्डविंड की पहली उड़ान मॉस्को के शेरेमेचेवो एयरपोर्ट से रवाना हुई, जिसमें 400 से ज्यादा यात्री सवार थे। रूस के परिवहन मंत्रालय ने जानकारी दी कि मॉस्को और प्योंगयांग के बीच हर महीने एक नियमित उड़ान संचालित की जाएगी। यह सेवा मांग को देखते हुए शुरू की गई है और भविष्य में जरूरत के मुताबिक इसमें वृद्धि की जा सकती है। यह कदम न केवल दोनों देशों के बीच यातायात को आसान बनाएगा, बल्कि राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करेगा। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस महीने की शुरुआत में उत्तर कोरिया के वॉनसान-कालमा बीच रिसॉर्ट का दौरा किया था, जो उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इस दौरान लावरोव ने रूसी पर्यटकों को उत्तर कोरिया में छुट्टियां बिताने के लिए प्रोत्साहित करने का वादा किया।
ट्रंप प्रशासन पर 20 अमेरिकी राज्यों ने ठोका मुकदमा, निजी जानकारी मांगने का लगा आरोप
अमेरिका के 20 राज्यों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा कानूनी कदम उठाया है। इन राज्यों के अटॉर्नी जनरल्स ने सोमवार को एक संयुक्त मुकदमा दायर किया, जिसमें एसएनएपी (सप्लीमेंटल न्यूट्रिशियन असिस्टेंस प्रोग्राम) के लाभार्थियों की निजी जानकारी देने की मांग का विरोध किया गया है। राज्यों को आशंका है कि यह डेटा निर्वासन जैसी प्रवासी विरोधी कार्रवाई में इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, यूएसडीए ने डेटा न देने पर फंड रोकने की चेतावनी दी है। निजता और मानवाधिकार संगठनों ने भी इस कदम को खतरनाक बताया है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के माध्यम से सभी राज्यों से मांग की थी कि वे एसएनएपी योजना से लाभ ले रहे नागरिकों का व्यक्तिगत डेटा जैसे जन्मतिथि, पता और नागरिकता की स्थिति साझा करें। इस जानकारी के लिए यूएसडीए ने तर्क दिया है कि इससे धोखाधड़ी और दुरुपयोग को रोका जा सकेगा।