बिच्छू डॉट कॉम:टोटल रिकॉल/एआईजी गणेश सिंह की पुस्तक ‘फिंगर प्रिंट कुंडली’ अपराधों की विमोचित

एआईजी गणेश सिंह

एआईजी गणेश सिंह की पुस्तक ‘फिंगर प्रिंट कुंडली’ अपराधों की विमोचित
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मानव अधिकार आयोग ब्रजभूषण शर्मा ने बीते रोज सहायक पुलिस महानिरीक्षक गणेश सिंह ठाकुर द्वारा लिखी गई खोज आधारित पुस्तक फिंगर प्रिंट कुंडली अपराधों की का विमोचन किया। ठाकुर ने बताया कि फिंगर प्रिन्ट और आपराधिक व्यक्तित्व पर आधारित इस तरह की कोई खोज इसके पूर्व कहीं पर भी नहीं की गई थी। अत्यंत सरल हिन्दी में लिखी इस पुस्तक को पढक़र कोई भी व्यक्ति स्वयं का फिंगर प्रिन्ट ग्रुप पहचान कर सकता है तथा अपने को भविष्य में अपराधों की चपेट में आने से बचा सकता है। श्री ठाकुर के द्वारा पिछले 7 सालों में 1 लाख 75 हजार अपराधियों के 17 लाख फिंगर प्रिन्ट की जांच कर यह सिद्ध किया गया है कि बलात्कारी और हत्यारों की अंगुलियों में एक विशेष प्रकार की रिज व्यवस्था पाई जाती है, जो उन्हें ऐसे गंभीर अपराधों की ओर ढकेलती है। पूर्व में भी श्री ठाकुर द्वारा लिखी पुस्तक अपराध की तह तक को केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।

जब एडीजीपी ने वृद्धा के सार्वजनिक  रूप से छुए पैर
शहडोल रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) डीसी सागर के कार्यालय में मंगलवार की दोपहर एक वृद्ध महिला शिकायत करने आई थी। वह लाठी के सहारे चलकर कार्यालय के गेट पर पहुंची। एडीजीपी को पता चला कि वृद्धा चलकर उनके पास तक नहीं आ सकती तो, वह खुद उसके पास गए, पहले उन्हें पानी पिलाया फिर उसकी समस्या सुनी और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद वृद्धा को खुद सहारा देकर कार्यालय के प्रतीक्षा कक्ष में लाकर बैठाया। इसके बाद भोजन मंगवाकर खिलाया। वृद्धा ने बताया कि उसके पास बस का किराया भी नहीं है, तो एडीजीपी ने 500 रुपए दिए और अपने वाहन से बस स्टैंड तक पहुंचवाया। वहां से बस में बैठवाकर उसे घर रवाना किया। शहडोल एडीजीपी ने खुद अपने वाहन में वृद्ध को सहारा देकर बैठाया और उसके पैर छूकर आशीर्वाद लेकर रवाना किया।

शिकायत बंद कराने एसडीओपी ने धमकाया
सीएम हेल्पलाइन पर पुलिस की ज्यादतियों की शिकायत एक पीड़ित ने की, जिसके बाद शिकायत को बंद कराने के लिए पीड़ित पर पुलिस ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। ये दबाव यहां तक बढ़ा कि गालियां और झूठा फंसाने की धमकी तक पहुंच गया। इसकी एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के साथ पीड़ित ने डीआईजी कार्यालय खरगोन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। वहीं डीआईजी ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है। हालांकि संबंधित पुलिस अधिकारी ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई है। उल्लेखनीय है कि बड़वानी जिले की तहसील अंजड़ के ग्राम गोलाटा के दीपक का खेत का विवाद गांव के ही कुछ दबंगों से चल रहा है, जिस पर दबंगों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई थी ,जिसकी शिकायत करने पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसकी शिकयत उसके द्वारा सीएम हेल्पलाइन में की है। इसी शिकायत को बंद कराने के लिए दीपक पर अनुचित दबाव बनाने में जुटी है।  

पटवारी भर्ती घोटाला की जांच हुई पूरी, रखी जाएगी सदन के पटल पर
बीते साल के बहुचर्चित पटवारी भर्ती घोटाले की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सामान्य प्रशासन विभाग को सौंप दी गई है। इस रिपोर्ट को अब सरकार विधानसभा के आगामी सत्र में सदन के पटल पर रखेगी। जुलाई में घोटाला सामने आने पर राष्ट्रीय स्तर तक भी सुर्खियां बनी थी। तब सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राजेंद्र वर्मा को पटवारी परीक्षा की जांच सौंपी थी। इसके साथ ही चयनित पटवारियों की पोस्टिंग पर रोक लगा दी थी। अब तक जांच रिपोर्ट न आने से चयनित 9073 उम्मीदवारों को कोई पोस्टिंग नहीं दी गई है। उम्मीदवार लगातार इसके विरोध में धरना प्रदर्शन करते रहे हैं।

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