बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/राजस्व मंत्री वर्मा ने किया चुनाव न लड़ने का ऐलान

राजस्व मंत्री वर्मा

राजस्व मंत्री वर्मा ने किया चुनाव न लड़ने का ऐलान  
मप्र के राजस्व मंत्री और इछावर के विधायक करण सिंह वर्मा ने स्वास्थ्य कारणों के चलते अगला विधानसभा चुनाव न लडऩे की घोषणा की है। उन्होंने यह ऐलान इछावर में मुक्तिधाम के भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरा किया। मंत्री वर्मा ने बताया कि घुटनों में लंबे समय से दर्द की समस्या है, जिस कारण डॉक्टरों ने उन्हें सर्जरी कराने की सलाह दी है। हालांकि, मजाकिया अंदाज में उन्होंने यह भी कहा कि अभी मेरी उम्र ही क्या है, मंत्री बने अभी सिर्फ एक साल चार महीने हुए हैं, अभी कार्यकाल पूरा करना है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य इछावर का विकास करना है और वे अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटेंगे। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि आपके वोट से सरकार बनती है। आपके वोट से राष्ट्र निर्माण करने वाले हमारे ऐसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं, जिनकी यहीं नहीं पूरे विश्व में लोकप्रियता है।

कृषि ऋण की राशि जमा करने की तिथि एक माह बढ़ाने की मांग
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर राज्य की कृषि सहकारी संस्थाओं में किसानों की कृषि ऋण की राशि जमा करने की तिथि एक महीने बढ़ाए जाने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि कृषि सहकारी संस्थाओं में किसानों की कृषि ऋण की राशि जमा करने की अंतिम तिथि 28 मार्च निर्धारित की गई है। किसानों की फसल की कटाई पूर्ण रूप से नहीं हो पाई है। जिसके कारण किसान ऋण राशि जमा नहीं कर पा रहें हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि किसानों की मांग है कि ऋण राशि जमा करने की अवधि एक माह बढ़ाई जाए।

एपी सिंह को संविदा नियुक्ति
विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह को कार्यकाल पूरा होने से पहले संविदा नियुक्ति मिल गई। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने छह माह की संविदा नियुक्ति पर शुक्रवार को हरीझंडी दे दी। वे विधानसभा के प्रमुख सचिव बने रहेंगे। विधानसभा सचिवालय में अफसरों का टोटा होने एवं प्रमोशन न होने के कारण यह स्थिति बनी है। प्रमुख सचिव सिंह के रिटायर होने के बाद यहां प्रमुख सचिव का पद खाली हो जाता।

वन अमले द्वारा पकड़ा गया डंपर निकला मंत्री के बेटे का
मुरैना में चंबल सेंचुरी से रेत ले जा रहे डंपर को वन विभाग की टीम ने पकड़ा। ड्राइवर ने बताया कि वह कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना के बेटे बंकू कंषाना के लिए काम करता है। उसने कहा कि डंपर भी उन्हीं का है और वह सिर्फ 1000 रुपए की दिहाड़ी पर काम करता है। मामला सामने आने के बाद सियासत गर्मा गई। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि मंत्री ही अवैध परिवहन में शामिल हैं तो निष्पक्ष जांच कैसे होगी? वन विभाग ने जब डंपर पकड़ा, तो उस पर एएस कंषाना लिखा था। साथ ही, बंकू कंषाना का नाम और मोबाइल नंबर भी दर्ज था। मंत्री कंषाना ने आरोपों को साजिश बताया और कहा कि इस डंपर से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उनके बेटे बंकू कंषाना ने भी यही कहा। ड्राइवर का नाम दीवान जाटव है।

Related Articles