बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/नर्मदा मैया श्रद्धा भाव का मामला है, हाइड्रोजन ऑक्साइड समझने वालों के लिए नहीं : भागवत

 भागवत

नर्मदा मैया श्रद्धा भाव का मामला है, हाइड्रोजन ऑक्साइड समझने वालों के लिए नहीं : भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री ईश्वरानंद महाराज ने रविवार को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की पुस्तक परिक्रमा कृपा सार का विमोचन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मोहन भागवत ने कहा, मुझे बताया गया कि पुस्तक में नर्मदा परिक्रमा के अनुभव का वर्णन है। इसे मैंने मान्य कर लिया है, क्योंकि नर्मदा परिक्रमा बहुत बड़ी श्रद्धा का विषय है। हमारा देश श्रद्धा का देश है। यहां कर्मवीर भी हैं और तर्कवीर भी हैं, लेकिन दुनिया श्रद्धा और विश्वास से चलती है। डॉ. भागवत ने कहा कि नर्मदा मैया श्रद्धा भाव का मामला है। हाइड्रोजन ऑक्साइड समझने वालों के लिए नहीं। हमने तीन हजार सालों तक विश्व का नेतृत्व किया, पर कभी किसी को दबाया नहीं। हम सभी की पूजा करते हैं, जो भी पोषक होता है, चाहे वह गंगा मैया हो, गौ माता हो, लेकिन अब बलवान बनने की बात चल रही है, भले ही गला काटकर, लेकिन दूसरों को दुख देना पाप है, धर्म किसी को दुख नहीं देता है।

नकली उर्वरकों पर रोक लगे, दोषियों पर हो सख्ती… दिग्विजय सिंह
प्रदेश में नकली एवं अमानक उर्वरकों की बढ़ती बिक्री को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह न केवल एक तकनीकी या प्रशासनिक विफलता है, बल्कि प्रदेश के लाखों किसानों के श्रम, विश्वास और भविष्य के साथ अन्याय है। इससे सरकार की कार्यप्रणाली व विश्वनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि वर्ष 2020 से 2025 तक अमानक खाद के नमूनों के फेल होने के हजारों मामले सामने आए हैं, किंतु दोषी कंपनियों पर कार्रवाई सिर्फ दिखाने के लिए की गई है। एसएसपी में कम फॉस्फेट पाया गया है। सिंह ने मुख्यमंत्री से अमानक उर्वरकों की बिक्री पर तत्काल रोक लगाने, दोषी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने, जांच की वीडियो रिकॉर्डिंग मीडिया व किसान प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कराने एवं दोषी विक्रेताओं के लायसेंस स्थायी रूप से निरस्त किए जाने एवं पैकेजिंग पर क्यूआर कोड प्रणाली लागू किए जाने की मांग की है।

सरकार में बैठे ‘मछलियों-मगरमच्छों’ पर कार्रवाई कब करेंगे: जीतू पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर कुछ सवाल किए हैं। पत्र में उन्होंने कहा, मोहन जी, आपने इंदौर में शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यक्रम में कहा है, अपनी सरकार के माध्यम से राज्य के अंदर, आपने मछली-मगर सबको ठिकाने लगाया है। कानून सबके लिए बराबर है। आपका ये मिथ्या दावा सुनकर बहुत हंसी आई। विस्मय हुआ। मन अत्यधिक द्रवित भी हुआ। सच क्या है? आप जानते हैं, फिर भी ऐसे दावे! आग्रह है, चिंतन कीजिए। आत्मावलोकन भी कीजिए। मान्यवर, आपके करीब 20 महीने के कार्यकाल में, प्रदेश में अराजकता चरम पर है। अभूतपूर्व भ्रष्टाचार है। नौकरशाही बेलगाम है। आपकी पार्टी (भाजपा) के जिम्मेदार नेतागणों, जनप्रतिनिधियों और छुटभैये कार्यकर्ताओं के उदंडतापूर्ण कार्य-व्यवहार से राज्य की जनता त्रस्त है।

कर्मचारियों की पदोन्नति मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई कल
कर्मचारियों के पदोन्नति मामले में मप्र हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 16 सितंबर को होगी। यह छठी सुनवाई होगी। प्रदेश के 5 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की नजर सुनवाई पर रहेगी। गत नौ सितंबर को हुई सुनवाई में राज्य सरकार ने कोर्ट में जवाब पेश कर नई और पुरानी प्रमोशन पॉलिसी में अंतर बताया था। इस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने आरोप लगाते हुए कोर्ट को बताया था कि सरकार क्रीमीलेयर, क्वांटिफायबल डेटा पर जवाब नहीं दे रही है। अधिवक्ता ने यह भी कहा था कि कोर्ट के समक्ष पेश किया गया जवाब अधूरा है। हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 16 सितंबर तय कर दी थी। बता दें कि कर्मचारियों की पदोन्नति का रास्ता खोलने के लिए डॉ. मोहन यादव कैबिनेट ने गत 17 जून को मप्र लोक सेवा प्रमोशन नियम-2025 को मंजूरी दी थी।

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