
युवराज को श्रीमंत की चिंता
मप्र की राजनीति में सिंधिया परिवार के साथ राजा यानी दिग्विजय की अदावत किसी से छिपी नहीं है। एक पार्टी में रहकर भी दोनों के दिल कभी एक नहीं हुए और अब तो राजनीतिक प्रतिबद्धताएं भी अलग-अलग हैं। इस सबके बीच युवराज यानी प्रदेश के पूर्व मंत्री और दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह को श्रीमंत के भविष्य की चिंता सता रही है। शायद यही वजह है की अपने इंदौर प्रवास पर युवराज ने कहा कि सिंधिया का भविष्य किया है यह कोई नहीं जानता। अब भाजपा को तय करना है कि मप्र में सिंधिया की क्या भूमिका रहेगी, लेकिन यह संदिग्ध है। सिंधिया की प्राथमिकता रहेगी कि जो महाराज समर्थक भाजपा में हैं उनको टिकट मिल जाए। लेकिन यह तय नहीं है। सिंधिया जी अब कांग्रेस का विषय नहीं हैं, वह अब भाजपा का विषय हैं। राजनीति में चरित्र का बहुत महत्व है। सिंधिया का चरित्र कैसा है अब सभी जान गए हैं। जयवर्धन ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय जी को शिवराज ने बेचारा बना दिया है। नरोत्तम मिश्रा भी ऐसे नेता हैं जो शिवराज बीजेपी और महाराज बीजेपी में शामिल नहीं हैं। वह भी नाराज बीजेपी का हिस्सा हैं। नरोत्तम अपने संगठन पर ध्यान दें, ताकि वह जो सपना देखते हैं शायद वो पूरा हो जाए।
खोखली सरकार का खोखला विकास
पूर्व सीएम कमलनाथ इनदिनों पूरे चुनावी मोड में हैं। वे रोज सीएम और सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शाजापुर के अकोदिया में कहा कि इस चुनाव में शिवराज की विदाई तय है। कांग्रेस पहले से ज्यादा सीट लाकर सरकार बनाएगी तथा जो विधायक कांग्रेस का साथ छोडक़र भाजपा के पाले में गए हैं, उन्हें जनता सबक सिखाएगी। उज्जैन के महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार पर कहा कि इस खोखली सरकार ने वहां मूर्तियां भी खोखली लगा दी। कुंभ में उपयोग आने- वाली भूमि में भी घोटाला कर दिया और वह भाजपाइयों को आवंटित कर दी। खोखली सरकार का खोखला विकास दिखने लगा है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 3 लाख करोड़ का कर्ज लिया, लेकिन उसका लाभ युवा, किसान और शिक्षकों को देने की जगह बीजेपी ने बड़े-बड़े ठेके दिए और अपना कमीशन पहले ही एडवांस में ले लिया। कमलनाथ ने कहा कि चुनाव पास है, तो शिवराज सिंह भूमि पूजन की मशीन हो गए हैं और नारियल अपनी जेब में रखते हैं।
एसीएस का सख्त रूख
शांत और सौम्य व्यवहार वाले अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा का गत दिन सख्त रुख देखने को मिला। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा की अध्यक्षता में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की राज्य-स्तरीय समन्वय समिति की 16वीं बैठक हुई। बैठक में एससीएस ने धोखाधड़ी पीड़ितों को राशि वापस दिलाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने को कहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की स्पष्ट मंशा है कि जिन लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है, जिन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचा है, उन्हें नुकसान की राशि वापस दिलाई जाये। एसीएस ने कहा कि जन-सामान्य के साथ धोखाधड़ी करने वालों को बिलकुल भी रियायत नहीं दी जा सकती। इस प्रकार की संस्थाओं या व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाकर राशि वसूल की जाए और धोखाधड़ी पीड़ितों को लौटाई जाये। डॉ. राजौरा ने कहा कि धोखाधड़ी से बचने के लिये आमजन को विभिन्न माध्यम से जागरूक करने के लिए सघन अभियान चलाया जाये। अभियान निरंतर चले, जिससे कि जनता को लालच से बचाने में मदद हो और जनता धोखाधड़ी करने वालों के चंगुल से बच सके। इसके लिए सोशल मीडिया कैंपेन को अधिक से अधिक प्रभावी बनाया जाये।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष की भविष्यवाणी
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भविष्यवाणी की है कि विधानसभा चुनाव में मप्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी इस बार विंध्य की जनता मप्र में सत्ता परिवर्तन की इबारत लिखेगी। उन्होंने विंध्य से बड़ी जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता के आक्रोश का जो ज्वालामुखी अंदर ही अंदर धधक रहा है, वह विधानसभा चुनाव में फूटेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रीवा के बाद अब शहडोल दौरे को लेकर सवाल उठाते हुए इसे भाजपा का भय बताया है। अजय सिंह ने कहा कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि प्रधानमंत्री को बार-बार विंध्य क्षेत्र में आना पड़ रहा है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि विंध्य के मिजाज को देखकर भाजपा पूरी तरह से भयभीत है। यही वजह है कि अमित शाह, नितिन गडकरी से लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को बार- बार विंध्य में दस्तक देना पड़ रहा है। अजय सिंह ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व ही देश के प्रधानमंत्री रीवा आए थे, लेकिन वहां उस तरह की भीड़ नहीं जुट पाई, जिस तरह से प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के संगठन ने दावा किया था। यही वजह है कि रीवा के फ्लॉप शो की भरपाई अब शहडोल से करने की कोशिश की जा रही है।