बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/विधायकों को सवाल पूछने का मिलेगा पूरा अवसर

विधायकों को सवाल

विधायकों को सवाल पूछने का मिलेगा पूरा अवसर
28 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में विधायकों को लिखित सवाल पूछने के लिए अभी भरपूर मौका है। 11 तक लिखित सवाल विस सचिवालय भेजे जा सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन सुविधा भी है। इसके बाद विधायक ध्यानाकर्षण, शून्यकाल, स्थगन प्रस्ताव के जरिए मामलों को सदन में उठा सकते हैं। सत्र शुरू होने के एक हते पहले यानी 22 जुलाई से ये सूचनाएं ली जाएंगी। सचिवालय ने विधायकों को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। विधायकों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कोई भी सदस्य किसी एक बैठक के लिए स्थगन प्रस्ताव की एक से अधिक सूचना नहीं देगा। यदि वे एक से अधिक सूचनाएं देते हैं तो उन्हें सूचनाओं का विषय तिथिवार बताना होगा। इसी तरह ध्यानाकर्षण के लिए भी नियम निर्धारित हैं। इन्हीं नियमों के आधार पर विधायक अपने-अपने प्रश्न पटल पर रख सकेंगे।

यूथ कांग्रेस चुनाव की सरगर्मी बढ़ी, अध्यक्ष पद के 18 दावेदार मैदान में, लगा रहे जोर
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस चुनाव के चलते कांग्रेस में सरगर्मी तेज है। सरगर्मी इसलिए भी है क्योंकि इस चुनाव में युवाओं से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं की सक्रियता दिख रही है। उनका प्रयास यही है कि उनके लोगों को मौका मिले, वे आगे बढ़े। नामांकन हो चुका है, मतदान और सदस्यता एक साथ चल रही है। अध्यक्ष पद के लिए 18 उम्मीदवार मैदान में हैं। वे अपने-अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। युवा कांग्रेस चुनाव में अभिषेक परमार और यश घनघोरिया के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के समर्थक माने जाते हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, विधायक जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, कुणाल चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं का इन्हें अंतरुनी समर्थन माना जा रहा है। वहीं यश घनघोरिया पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के पुत्र हैं। अंदरूनी तौर पर इनको भी कई नेताओं का समर्थन है। हालांकि इस चुनाव में वरिष्ठ नेता सामने तो नहीं हैं, लेकिन पर्दे के पीछे उनकी सक्रियता बनी है।

सीमा भारद्वाज बनीं स्वदेशी जागरण मंच की महिला प्रमुख
स्वदेशी जागरण मंच के मध्य भारत प्रांत का प्रांतीय विचार वर्ग एवं स्वावलंबी भारत अभियान का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग ग्वालियर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने और स्वदेशी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने पर चर्चा की। इस अवसर पर मंच की प्रांत महिला कार्य सह प्रमुख सीमा भारद्वाज (भोपाल) को मध्य भारत प्रांत महिला कार्य प्रमुख मनोनीत किया गया।

प्रदेश में पैक्स को मजबूत बनाने अफसरों की तय होगी जवाबदेही
प्रदेश में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी। संभागीय और जिला अधिकारी अधीनस्थ पैक्स का निरीक्षण करेंगे। मुख्यालय के अफसरों को भी संभागवार जिम्मेदारी दी जाएगी। पैक्स के मजबूत होने से रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। विभाग ने इसके लिए राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया इसमें सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पारदर्शिता, ईमानदारी और नवाचार से सहकारी आंदोलन को मजबूत किया जा सकता है। सारंग ने कहा, सेल्फ हेल्प ग्रुप सहकारिता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। क्रेडिट मूवमेंट के साथ सहकारिता के विभिन्न आयामों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। सहकारिता ही ऐसा नेटवर्क है, जिसके माध्यम से हर घर में रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं।

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