बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/बार-बार चुनाव से नहीं हो पाते बड़े नीतिगत निर्णय: शिवराज

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बार-बार चुनाव से नहीं हो पाते बड़े नीतिगत निर्णय: शिवराज
राजधानी के एसआईआरटी में वन नेशन वन इलेक्शन पर हुए कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जब बार-बार चुनाव होते हैं तो बड़े नीतिगत निर्णय नहीं हो पाते। पता चले कि छह महीने में चुनाव होने हैं और देश को लेकर कोई कठोर और बड़ा निर्णय लेना हो तो दल को डर रहता है। पुलिस पुलिस प्रशासन भी चुनाव व्यवस्था में लग जाता है, विकास के कार्य भी रुक जाते हैं। अफसर यह बहाना करने लगते हैं कि अभी चुनाव है, कुछ नहीं हो सकता। लोकसभा- विधानसभा चुनाव में लगभग साढ़े चार लाख करोड़ रुपए खर्च होते हैं। यह खर्च सरकारी खजाने से ही होता है। जबकि दलों द्वारा पोस्टर, बैनर, सभा, गाड़ी आदि का पैसा चंदा से आता है। दरअसल, शुक्रवार को वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर कार्यक्रम हुआ था।

सोयाबीन किसानों के लिए राहत पैकेज जारी करे सरकार: पटवारी
मप्र कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीहोर जिले की आष्टा मंडी में सोयाबीन किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। पटवारी ने कहा कि प्रदेश के किसान आज भयंकर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। फसल चौपट हो चुकी है, बीमा कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं, और सरकार अब तक राहत देने में विफल रही है। उन्होंने सरकार से भाग की है कि सोयाबीन किसानों के लिए राहत पैकेज जारी करें। पटवारी ने कहा कि पूरे प्रदेश में भावांतर उत्सव मनाया, लेकिन जब किसानों की सोयाबीन की खरीदी ही नहीं हुई, तो कैसा भावांतर और किस चीज का जश्न मना रहे हैं? प्रदेशभर में सोयाबीन 3500 में बिक रही है, ऐसे में 5328 के भावांतर की बात सिर्फ भ्रम फैलाने जैसा है। पटवारी ने कहा कि जब फसल ही नहीं हुई है, बीमा कंपनियाँ पल्ला झाड़ चुकी हैं, तो किसानों को राहत देने के लिए सरकार को 20,000 प्रति बीघा किसानों के खाते में तत्काल डालना चाहिए।

ठेका प्रथा के विरोध में 12 अक्टूबर को जुटेंगे अस्थायी कर्मचारी
ठेका प्रथा के विरोध में 12 को अस्थायी कर्मचारी राजधानी में डेरा डालेंगे। सरकार की व्यवस्था के विरोध में यह सभी राजधानी के अंबेडकर जयंती मैदान में जुटकर अपना विरोध जताएंगे। यह सभी आल डिपार्टमेंट आउटसोर्स, अस्थाई, अंशकालीन, ग्राम पंचायत कर्मचारी संयुक्त मोर्चा मध्यप्रदेश के तत्वाधान में जुटेंगे। मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने यह एक फैसले में स्पष्ट किया कि समान कार्य करने वाले कर्मियों को समान वेतन एवं सामाजिक सुरक्षा लाभ संवैधानिक अधिकार है। इस निर्णय से प्रदेश के लाखों कर्मचारियों में आशा जगी है। लाखों कर्मचारी वर्षों से अस्थिरता झेल रहे हैं। अब हम केवल वादे नहीं, अपने अधिकार की गारंटी चाहते हैं। मध्यप्रदेश में पिछले 20 वर्षों से तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी की नियमित भर्तियाँ लगभग बंद हैं। विभागीय कार्य संविदा, अस्थायी और आउटसोर्स कर्मचारियों से कराया जा रहा है।

भोपाल की जाह्नवी को मिले 5 लाख पाइंट
राजधानी के नरियलखेड़ा की 11 वर्षीय जाह्नवी पुरसूवानी ने कौन बनेगा करोड़पति जूनियर के मंच पर अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया। इसका प्रसारण गुरूवार की रात और शुक्रवार की सुबह पुन: प्रसारण सोनी टीवी पर किया। इस कार्यक्रम में जाह्नवी ने अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए प्रश्नों के सभी सही उत्तर 5 लाख पाइंट दिए। कार्यक्रम का रोचक समय उस समय रहा, जब सुपर संदूक राउंड में 90 सेकंड में 10 सवालों के सही जवाब देकर एक लाख रुपए कैश जीती। जाह्ववी सरस्वती विद्या मंदिर, दीनदयाल कॉलोनी में 5 वीं की छात्रा हैं। क्लास टीचर किरण अग्रवाल ने जानवी को ऑनलाइन कोचिंग दी। शो में जानवी के जवाब से अमिताभ मुस्कुरा उठे, जब जाह्नवी ने मजाक में कहा- सर, टीवी में आप ज्यादा अच्छे लगते हैं। फिल्टर लगाते हैं। इस पर अमिताभ ने कहा- देवी जी, हमें माफ कर दीजिए। जानवी ने अमिताभ से पूछा कि हमने सूना है कि आप हमें अपने घर भोजन के लिए ले जाएंगे। कब चलना है? हमें जया आंटी के हाथों का बना खाना खाने का अवसर मिलेगा। अमिताभ बच्चन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा कि आपके साथ हमारा आशीर्वाद है, आप जैसा सोचती हैं, वैसा बहुत कम बच्चे सोचते हैं।

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