
- रवि खरे
लाओस की यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी, चीन-म्यामांर से घिरा ये देश भारत के लिए है अहम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को लाओस के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी इस दौरान 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। लाओस आसियान की अध्यक्षता कर रहा है। पीएम मोदी की लाओस यात्रा के बीच ये जानना जरूरी है कि आखिर भारत के लिए आखिर ये छोटा सा देश रणनीतिक रूप से क्यों इतना जरूरी है। भारत-लाओस के संबंध कैसे हैं और भारत के लिए इसे प्राथमिकता देना क्यों जरूरी है। लाओस की कुल आबादी 77 लाख के करीब है। लेकिन यह दक्षिण पूर्व एशिया में एकमात्र लैंडलॉक देश है। रणनीतिक रूप से यह इसलिए अहम है क्योंकि लाओस की सीमा उत्तर-पश्चिम में म्यांमार और चीन, पूर्व में वियतनाम, दक्षिण-पूर्व में कंबोडिया और पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में थाईलैंड से लगती है। चीन और म्यांमार से घिरे होने के कारण भारत के लिए इस देश की रणनीतिक महत्ता बढ़ जाती है। दरअसल, दक्षिण पूर्व एशिया में अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण, लाओस हमेशा से व्यापारिक नजरिए से भी अहम रहा है। यही कारण है कि इस पर कभी फ्रांस ने तो कभी जापान ने कब्जा जमाया। 1953 में जब लाओस को आजादी मिली तो चीन ने भी लाओस में अपने प्रभाव को आजमाना शुरू किया। भारत-लाओस के बीच संबंध फरवरी 1956 में स्थापित हुए थे, यानी की लाओस की आजादी के 3 साल बाद ही उसकी रणनीतिक जरूरत को देखते हुए भारत ने संबंध स्थापित किए।
‘ट्रेन में बम के साथ आतंकी हैं…’ अलर्ट के बाद मचा हडक़ंप
कई बार किसी ट्रेन या हवाई जहाज में बम या किसी और खतरनाक चीज के होने की खबर से सनसनी फैल जाती है। प्रशासन के आनन फानन में इसकी जांच करानी पड़ती है। हाल में पुरी-नई दिल्ली पुरूषोत्तम एक्सप्रेस के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। अधिकारियों के अनुसार गुरुवार को यहां रेलवे को अलर्ट किया गया था कि कुछ संदिग्ध आतंकी विस्फोटकों के साथ पुरूषोत्तम एक्सप्रेस में सफर कर रहे हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश के टूंडला रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन को तीन घंटे से अधिक समय तक रोक दिया गया था। हालांकि, एक एक्स यूजर से मिली ये जानकारी झूठी निकली, क्योंकि लगभग ढाई बजे से सुबह 6 बजे तक की गई गहन जांच के बाद ट्रेन में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया। प्रयागराज रेल डिवीजन के एक अधिकारी ने कहा, लगभग ढाई बजे, सभी कोचों में सभी यात्रियों को जगाया गया और उनके सामान की मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वॉड से गहन जांच की गई, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने आगे कहा, हमें एक एक्स हैंडल से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध आतंकवादी विस्फोटकों के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं, जिसे वे एयर इंडिया की दिल्ली-लेह फ्लाइट में रखेंगे। हमने कार्रवाई शुरू की लेकिन यह एक अफवाह निकली।
राजस्थान में कांगो बुखार की एंट्री… 51 साल की महिला ने तोड़ा दम, अलर्ट जारी
राजस्थान के जोधपुर की 51 वर्षीय महिला की कांगो बुखार से मौत हो गई। यह मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने रोकथाम और बचाव के लिए राज्यभर में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कांगो बुखार एक घातक रोग है, जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में तेजी से कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, ताकि बीमारी के फैलने से रोका जा सके। एजेंसी के अनुसार, जोधपुर की रहने वाली 51 वर्षीय महिला का अहमदाबाद के एनएचएल म्युनिसिपल मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। महिला कांगो बुखार से पीडि़त थी। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी द्वारा की गई जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी। उसने बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पब्लिक हेल्थ डायरेक्टर डॉ। रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि प्रभावित क्षेत्र में टीम भेजकर रोकथाम के उपाय किए जाएं।
पटना-गया रेल रूट पर ट्रेन पलटाने की साजिश, ट्रैक पर रखा था बड़ा पत्थर
बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है। पटना-गया रेलखंड पर मंगलवार की देर रात मखदुमपुर और बेला स्टेशन के बीच नेयामतपुर हाल्ट के समीप पटरी पर बड़ा पत्थर रखकर इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश विफल हो गई। ट्रेन के लोको पायलट की समय रहते पत्थर पर नजर पड़ गई और उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा लिया। जीआरपी थाना प्रभारी दीपनारायण यादव ने बताया कि किसी असामाजिक तत्व ने पटरी पर पत्थर रख दिया था। इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट ने इसकी सूचना जीआरपी थाना को दी। पुलिस मौके पर पर पहुंची और पटरी से पत्थर हटाकर ट्रेन को प्रस्थान कराया। इस कारण ट्रेन 20 मिनट खड़ी रही। अब जीआरपी अज्ञात पर प्राथमिकी कर पटरी पर पत्थर रखने वाले बदमाशों की पहचान करने में जुट गई है।