- प्रणव बजाज

बोंले गोविंद सिंह : समर्पण निधि के नाम पर वसूली
भाजपा द्वारा ली जाने वाली समर्पण निधि पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह ने सदन में सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि इसके नाम पर जबरन वसूली की जा रही है। सिंह यहीं नहीं रुके बल्कि उनके द्वारा कई तरह के अन्य आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक स्थिति खराब है। बजट से ज्यादा कर्जा है, फिर भी कहा जा रहा है कि अर्थव्यवस्था को पटरी से नहीं उतरने दिया गया। उन्होंने आर्थिक सर्वे के हवाले से कहा कि प्रदेश में साढ़े पांच लाख बेरोजगार बढ़ गए हैं और जीडीपी गिर गई है। उन्होंने राशन दुकानों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार होने का आरोप भी लगाया। इस दौरान उन्होंने पीड़ा जताई कि कांग्रेस विधायकों के कोई काम नहीं होते। उन पर मामले दर्ज हो रहे हैं। इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देते हुए कहा कि समर्पण निधि के लिए केवल संपर्क किया जा रहा है। अधिकारियों का इसमें कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वेच्छा से जो दे रहा है, उससे ले रहे।
फिर विवादों में आ गया आईएएस अफसर का पर्यटन
प्रदेश के एक आईएस अफसर का वाराणसी दौरा इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। यह वे अफसर हैं, जिन्हें कुछ दिन पहले ही एक बड़े जिले की कलेक्टरी से भी हाथ धोना पड़ा था। साहब को उप्र में विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था। साहब ने भी मौके का फायदा उठाते हुए पहले तो परिवार को साथ ले गए। यही नहीं साहब ने इस दौरान पर्यवेक्षण का काम छोड़ा और परिवार को लेकर वाराणसी के पर्यटन पर निकल गए। खास बात यह है कि साहब जिस जिले के पर्यवेक्षक बनाए गए थे, वहां से वाराणसी की दूरी करीब दौ सो किलोमीटर है। यह बात छिपी भी रहती अगर यह अफसर खुद इस पर्यटन के फोटो सोशल मीडिया पर नहीं डालते तो। फिलहाल अब साहब के इस दुस्साहस की चर्चा अफसरों में जमकर हो रही है। खास बात यह है कि इस पर्यटन के लिए साहब को जेब से राशि भी खर्च नहीं करनी पड़ी है।
अवैध रेत का कारोबार बिगाड़ रहा सूबे के फिजा
रेत का अवैध कारोबार सूबे की शांती को बिगाड़ रहा है। इसका खुलासा विधानसभा में खनिज साधन मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दी गई जानकारी से होता है। यह मामला विधानसभा में छाया रहा। इस मामले को विपक्षी दल कांग्रेस के आधा दर्जन विधायकों ने सदन में उठाया। इसे उठाने वालों में विधायक आरिफ अकील, केपी सिंह कक्काजू और अजब सिंह कुशवाह शामिल हैं। आरिफ अकील के सवाल का लिखित जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि वर्ष 2018 से फरवरी 2022 तक प्रदेश के 11 जिलों में रेत के अवैध उत्खनन के 110 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें आरोपितों ने पुलिस, प्रशासन और खनिज विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट और जान से मारने की कोशिश की है। इस अवधि में हत्या के दो, मारपीट के 79 प्रकरण पंजीबद्ध हुए हैं। 29 प्रकरण गोली चलाने के भी दर्ज किए गए हैं। गोली की सबसे अधिक 24 मामले मुरैना जिले में दर्ज किए गए हैं।
और शिव पहुंचे उमा के दर पर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीते रोज पूर्ण शराबबंदी की मांग करने वालीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से मिलने उनके दर पर पहुंच गए। वहां उनके द्वारा नशामुक्त समाज के लिए अभियान चलाने पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने उमा भारती को आश्वस्त किया कि सरकार मप्र में जनप्रतिधियों के साथ मिलकर नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए अभियान चलाएगी। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी है। इस मामले में हालांकि उमा भारती की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में बताया कि पौधारोपण के बाद मेरी भेंट उमाश्री भारती के निवास पर उनसे हुई। शराब मुक्ति एवं नशा मुक्ति के संबंध में उनकी सामाजिक चिंता पर मैंने उनसे अनुरोध किया है कि प्रदेश में नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए सरकार, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं के साथ जन जागरण अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि आदरणीय दीदी इस अभियान में सहयोग करें ऐसा अनुरोध मैंने उनसे किया है। हम सब मिलकर एक स्वस्थ, सबल समाज के निर्माण और नशा मुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।