
भाजपा विजय शाह को बचाने में लगी: पटवारी
कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर अनर्गल बयान पर मंत्री विजय शाह की कांग्रेस द्वारा घेराबंदी लगातार जारी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंत्री के बयान का हवाला देकर भाजपा को भी घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के अदम्य साहस और आपातकालीन स्थिति में देश की एकजुटता को लेकर तरह-तरह के संदेश देते हैं वहीं, उनकी सरकार के एक मंत्री अशोभनीय बयान देते हैं और उन्हें मंत्रिमंडल में भी बनाकर रखा जाता है। यह जनता स्वीकार नहीं करेगी। पटवारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हाई कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के बयान को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक को चार घंटे में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इसके लिए भी पुलिस प्रशासन ने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के बेंगलुरु से लौटने की प्रतीक्षा की। प्रयास यह होता रहा कि विजय शाह सुप्रीम कोर्ट चले जाएं और उन्हें वहां से राहत मिल जाए, जबकि इस प्रकरण में तो सीधे कार्रवाई होनी चाहिए पर भाजपा इसमें भी राजनीतिक नफा-नुकसान देख रही है।
भाजपा नेताओं में होड़ मची है, हर मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम कर दो: दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए अशोभनीय बयान की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं में होड़ मची है कि हर मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम कर दो। गुरुवार को इंदौर में पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय ने कहा कि भाजपा और संघ के नेता हर मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देते हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सेना की सफलता और आतंक पर कार्रवाई पर भारत का पक्ष रखा, लेकिन भाजपा नेताओं को यह भी नागवार गुजरा, भाजपा के मंत्री विजय शाह की वाणी से यह बात साबित हो रही है। यह मानसिकता केवल विजय शाह की नहीं है, भाजपा के संघी ट्रोल आर्मी की भी है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मिसरी के परिवार को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने विजय शाह पर कार्रवाई नहीं होने पर भी सवाल उठाया।
भोपाल समेत तीन अस्पतालों को मिली 12 नई पीजी डिप्लोमा सीटें : शुक्ला
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज ने भोपाल समेत प्रदेश के तीन जिला अस्पतालों को पोस्ट एमबीबीएस डीएनबी/पीजी डिप्लोमा की 12 नई सीटों की मान्यता दी है। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज ने भोपाल समेत प्रदेश के तीन जिला अस्पतालों को पोस्ट एमबीबीएस डीएनबी/पीजी डिप्लोमा की 12 नई सीटों की मान्यता दी है। इसके साथ राज्य में इन पाठ्यक्रमों की कुल सीटें 63 हो गई हैं। इस फैसले से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में भी गायनाकोलॉजी, एनेस्थीसिया और नेत्र रोग जैसे विषयों में प्रशिक्षित विशेषज्ञ डॉक्टर मिल सकेंगे। उप मुख्यमंत्री (प्रभारी स्वास्थ्य विभाग) राजेन्द्र शुक्ल ने इसे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक बड़ा सुधारात्मक कदम बताया है। इन नई सीटों से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि युवा मेडिकल ग्रेजुएट्स को डीएनबी और पीजी डिप्लोमा में ट्रेनिंग का अवसर भी मिलेगा। इससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी दूर होगी और उन्हें अपने गृह जिलों में ही सेवा देने का मौका मिलेगा।
मेडिकल कॉलेजों की दुर्दशा पर सिंघार ने सरकार को घेरा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में पीपाची मोड में नए सरकारी कॉलेज खोलने की योजना पर सरकार को घेरा है। उमंग सिंघार ने एक्स पर लिखा प्रदेश सरकार पीपीपी मोड में 12 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना बना रही है, जबकि 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों को हाल ही में एनएमसी से फैकल्टी और मरीजों की भारी कमी पर नोटिस मिला है। जब मौजूदा सरकारी कॉलेज ही बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं, तो नए कॉलेज निजी संस्थाओं के साथ क्यों। क्या यह एमबीबीएस सीटों की बिक्री और कालाबाजारी की तैयारी है। मैंने मध्य प्रदेश विधानसभा में नर्सिंग घोटाले का पर्दाफाश किया था। कहीं यह उसी घोटाले का पार्ट 2 तो नहीं है। स्वास्थ्य सेवा का मतलब है समान, सुलभ और गरिमापूर्ण इलाज, लेकिन सरकार की नीतियां दिखा रही हैं कि अब भरोसा सेवा में नहीं, सौदे में है।
