बिच्छू राउंडअप/भारत के लिए एयरस्पेस बंद करना पाक को पड़ा भारी, दो महीने में 127 करोड़ स्वाहा

  • रवि खरे
एयरस्पेस बंद करना

भारत के लिए एयरस्पेस बंद करना पाक को पड़ा भारी, दो महीने में 127 करोड़ स्वाहा
भारत के साथ तनाव बढऩे के बाद एयरस्पेस बंद करने के पाकिस्तान के फैसले से उसे ही भारी नुकसान हुआ है।पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने खुलासा किया है कि भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने से उसे दो महीनों में करीब 127 करोड़ भारतीय रुपये (4.10 अरब पाकिस्तानी रुपये) का नुकसान हुआ है।यह जानकारी पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में साझा की गई भारत द्वारा 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि निलंबित करने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। 24 अप्रैल से 30 जून 2025 तक, इस कदम से पाकिस्तान को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा। इस अवधि में करीब 100-150 भारतीय विमानों पर असर पड़ा। हालांकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने डॉन अखबार के हवाले से कहा कि संप्रभुता और राष्ट्रीय रक्षा आर्थिक हितों से ऊपर है।

बिना नोटिस और सुनवाई के किसी भी वोटर का नाम नहीं हटाया जाएगा
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण मामले में निर्वाचन आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। आयोग ने अपने जवाब में कहा कि बिहार में किसी भी पात्र मतदाता का नाम बिना पूर्व सूचना, सुनवाई का अवसर दिए और तर्कपूर्ण आदेश के मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा। सभी योग्य मतदाताओं का नाम फाइनल मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में चल रहे एसआईआर के दौरान गलत तरीके से नाम हटाए जाने की कोशिशों को रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स ने आरोप लगाया कि 65 लाख मतदाताओं को गलत तरीके से सूची से बाहर किया गया है और पारदर्शिता के मुताबिक उनकी सूची प्रकाशित नहीं की गई। सुप्रीम कोर्ट ने 6 अगस्त को निर्वाचन आयोग को हलफनामा दाखिल कर स्थिति स्पष्ट करने का आदेश दिया था।

महुआ पर कल्याण बनर्जी वो बहुत निचले स्तर की, उन पर बात करना समय की बर्बादी
तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच जुबानी जंग फिलहाल थमती हुई नजर नहीं आ रही है। कल्याण बनर्जी ने पार्टी नेता महुआ मोइत्रा पर एक बार फिर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि वह महिला मेरे विषय का हिस्सा ही नहीं हैं और वह बहुत निचले स्तर की हैं। बनर्जी ने यहां तक कहा कि उनके बारे में बात करना समय और ऊर्जा की बर्बादी है। उन्होंने आगे बताया कि एक समय वह महुआ की वजह से बहुत नाराज हुए थे और उन्होंने दीदी से भी कुछ बातें कही थीं। हालांकि, अब उन्हें उस बात का पछतावा है। वह समय और ऊर्जा की बर्बादी थी। बनर्जी ने बताया कि एक जूनियर वकील के मैसेज ने इस मामले पर उनकी सोच बदल दी। उन्होंने कहा, अब मुझे लगता है कि मैंने अपना समय और ऊर्जा बर्बाद की। वह मेरे ध्यान देने लायक नहीं है। मैंने उस पर ध्यान देकर गलती की।अब मुझे यह समझ आ गया है। हाल ही में एक इंटरव्यू के बाद महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच तीखी जुबानी जंग छिड़ गई। महुआ मोइत्रा ने कहा था, आप सुअर से कुश्ती नहीं लड़ सकते, क्योंकि सुअर को कीचड़ पसंद है और आप गंदे हो जाते हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट: रिश्ते प्रमाण के मोहताज नहीं, पत्नी की परिभाषा दस्तावेज से बड़ी
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि भरण-पोषण के मामले में पत्नी की परिभाषा दस्तावेज से बड़ी है। पुरुष और महिला लंबे समय तक पति-पत्नी की तरह साथ रहे हैं तो भरण-पोषण का हक बनता है। लिहाजा, भरण-पोषण के लिए विवाह को साबित करना जरूरी नहीं है। कानून का मकसद न्याय है न कि ऐसे रिश्तों को नकारना जो समाज में पति-पत्नी की तरह माने जाते है। इस टिप्पणी के साथ न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्रा की अदालत ने देवरिया निवासी याची की पुनरीक्षण याचिका स्वीकार कर ली। कोर्ट ने पारिवारिक न्यायालय का आदेश रद्द कर नए सिरे से मामले की सुनवाई करने के लिए वापस भेज दिया। साथ ही कांस्टेबल पति को मामले के निस्तारण होने तक याची को 8,000 रुपये प्रति माह अंतरिम भरण-पोषण देने का आदेश दिया है।

Related Articles