बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/लक्ष्मण सिंह के निशाने पर आए अब दिग्विजय सिंह

लक्ष्मण सिंह

लक्ष्मण सिंह के निशाने पर आए अब दिग्विजय सिंह
पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने अपने बड़े भाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह 26 जनवरी को चाचौड़ा विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम का बताया जा रहा है। इस पर भाजपा ने भी चुटकी ली है। वीडियो में लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस का विरोध करने वालों को राज्यसभा सदस्य अपना प्रतिनिधि बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्या ईवीएम ने कहा था कि विरोध करने वालों को प्रतिनिधि बनाओ। उन्होंने कहा कि क्या ईवीएम ने कहा कि हारने वाले इलाकों में सांसद निधि खर्च करो। उन्होंने कहा कि दलालों ने सर्वमान्य नेताओं का स्तर गिरा दिया है। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि भाजपा ने 20 साल पहले बंटाधार नाम रखा था। आज भी यह नाम चल रहा है। इसका आंकलन करना जरूरी है कि आज भी यह नाम क्यों चल रहा है। बंटाधार नाम लेते हैं और भाजपा को वोट मिल जाते हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि दलाल उनको छोडऩे वाले नहीं है।

विजयवर्गीय बोले-आज भी घर से मुझे खर्च को 3 हजार ही मिलते हैं
इंदौर बाजार में मेरी कितनी भी साख हो, लेकिन घर से आज भी तीन हजार रुपए ही खर्चे के मिलते हैं। उसमें भी हिसाब देना पड़ता है। यह बात नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मजाकिया अंदाज में कही। विजयवर्गीय ने कहा कि किसी भी सरकार के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री सबसे महत्वपूर्ण होती है। देश की फाइनेंस मिनिस्ट्री महिला के हाथ में है। घरों के अंदर भी महिला के हाथ में ही होती है। मैं कई बार दोस्तों से मजाक में बोलता हूं कि मेरी बाजार में कितनी भी साख हो, घर में आज भी खर्च के लिए सिर्फ तीन हजार रुपए मिलते हैं।

मोहन सरकार में अपराधों के रिकॉर्ड टूट रहे: पटवारी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कानून- व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला। सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में पटवारी ने कहा कि शिवराज सरकार में जहां भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड टूट रहे थे, इस सरकार में भी  अपराधों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं। उन्होंने उज्जैन में भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या का मामला उठाते हुए  कहा कि उज्जैन में ही महापुरुषों की मूर्तियों पर विवाद हुआ और खुफिया तंत्र को भनक नहीं लगी। सीएम बेलगाम अफसरों पर कार्रवाई कर रहे हैं पर बाकी अफसर बिना डरे वही काम कर रहे हैं। क्यों वचन-पत्र पर एक भी काम नहीं हुआ है? उन्होने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के गृह मंत्री होने के नाते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए भी कदम उठाना चाहिए।

जब दिग्विजय ने खोली अपने ही नेेता की पोल
सांसद दिग्विजय सिंह ने हाल ही में ब्यावरा के वल्लभ गार्डन में विधानसभा चुनाव की समीक्षा की। इस दौरान सिंह ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके नाम पर गड़बड़ की है। मुझे शिकायत मिली है। इस पर बैठक में मौजूद सेवादल के पूर्व जिलाध्यक्ष ओपी शिवहरे ने खड़े होकर कहा, हुजूर मैंने तो किसी से रुपए नहीं लिए। दिग्विजय सिंह ने कहा, मैंने तो आपका नाम नहीं लिया। आप कैसे खड़े हो गए? शिवहरे बोले, मैंने तो 5 लाख रुपए उधार लिए हैं, उसमें से 3 लाख वापस भी कर दिए। इस पर दिग्विजय ने कहा, मैंने शिकायत खुद देखी है। एक पांच लाख, एक 25 लाख की। तुमने मेरे नाम से पैसे लिए ही क्यों। मुझे पता है यह पैसा तुमने नौकरी के नाम पर लिए हैं। अब तुम मेरे घर नहीं आओगे। मुझे ऐसे लोग बिल्कुल पसंद नहीं।

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