बिहाइंड द कर्टन/प्रदेश में ऑनलाइन गांजे की तस्करी पर नरोत्तम हुए सख्त

  • प्रणव बजाज
नरोत्तम मिश्रा

प्रदेश में ऑनलाइन गांजे की तस्करी पर नरोत्तम हुए सख्त
प्रदेश में  ऑनलाइन गांजे की सप्लाई का बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले के बाद अब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बेहद सख्त हो गए हैं। उन्होंने इस तरह के मामलों में रोक के लिए अब  ऑनलाइन बिजनेस को लेकर नई गाइडलाइन बनाने के संकेत दिए हैं। दरअसल, भिंड जिले के गोहद थाना क्षेत्र में आनलाइन माध्यम से  20 किलोग्राम गांजा के साथ दो व्यक्तियों को पकड़ा है। यह गांजा बाबू टैक्स कंपनी ने मंगाया था, जो अमेजन पर सेलर के तौर पर पंजीकृत है। इस मामले की जांच को लेकर अमेजन कंपनी के अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, अगर उनका यही रवैया रहा तो उन्हें पकड़कर लाया जाएगा। गृहमंत्री का कहना है कि अब तक बाबू टैक्स कंपनी के माध्यम से अब तक एक दर्जन जगहों पर गांजे की आपूर्ति की जानकारी मिली है। इसमें मप्र के साथ ही उप्र और राजस्थान शामिल हैं। उनका कहना है कि अभी देश और प्रदेश में ऑनलाइन व्यापार की कोई गाइडलाइन नहीं है। ऐसे तो कोई हथियार की भी आपूर्ति कर सकता है। यह बेहद गंभीर मामला है।

आजादी को लेकर मंत्री पटेल का विवादास्पद बयान
अभिनेत्री और पद्मश्री कंगना रनोट के बाद, अब प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी आजादी को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उनका कहना है कि देश में गांवों को आर्थिक आजादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिलाई है। वे कहते हैं कि आजादी अलग-अलग तरह की होती है। राजनीतिक, आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक। हमारे देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को ही मिली, लेकिन ये राजनीति और स्वतंत्रता की आजादी है। कुछ आजादी 60 साल बाद भी हमें नहीं मिली। ऐसी आजादियां हमें 2014 में मोदी की सरकार बनने के बाद मिली। गांवों को आर्थिक आजादी 24 अप्रैल 2021 को तब मिली, जब प्रधानमंत्री ने स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया। यह बात अलग है कि उनके द्वारा कंगना रनौत के आजादी पर दिए गए बयान पर कुछ भी कहने से मना कर दिया गया।

और बुढ़ापे में भारी पड़ी एसडीओ वन को 10 हजार की रिश्वत
करीब डेढ़ दशक पहले एक एसडीओ वन को दस हजार रुपए की रिश्वत लेना अब जाकर भारी पड़ी है। इस मामले में पन्ना की विशेष न्यायालय ने एसडीओ वन महेशचंद्र तिवारी को तीन साल कैद की सजा सुनाई है। यही नहीं उन पर रिश्वत की रकम बराबर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। तिवारी के खिलाफ यह मामला 2007 से चल रहा था। तिवारी को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने पकड़ा था। उस समय वे एसडीओ वन के पद पर पन्ना में ही पदस्थ थे। यह रिश्वत उनके द्वारा  पन्ना के बल्देव कटैया से अवैध रुप से पत्थर लेकर जा रहे ट्रक को छोड़ने के एवज में ली जा रही थी। इस ट्रक को छोड़ने के एवज में उनके द्वारा एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। बाद में 40  हजार रुपए में सौदा हुआ और कटैया ने 25 हजार रुपए दिए थे। शेष रकम 15 हजार रुपए के लिए तिवारी लगातार दबाव बनाए हुए था। इससे परेशान होकर कटैया ने लोकायुक्त से शिकायत की थी, जिसके बाद तिवारी को रिश्वत लेते पकड़ा गया था।

अब गाय के नाम पर पेट्रोल -डीजल महंगा करने की तैयारी
आमजन को जैसे-तैसे पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ राहत मिली थी कि अब प्रदेश की शिव सरकार ने फिर इसे महंगा करने की तैयारी शुरू कर दी है। अब सरकार पेट्रोल -डीजल पर काऊ सेस लगाने की तैयारी कर रही है। मंत्रालय में हुई मप्र गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अफसरों को इसके लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। गौ-शालाओं के संचालन का जिम्मा ग्राम पंचायतों, महिला स्व सहायता समूहों के साथ गैर सरकारी संगठन को सौंपने का भी फैसला किया गया।  प्रदेश में बंद किए गए 8 गौ- सदन फिर से शुरू करने, आगर-मालवा जिले के सालरिया गौ-अभ्यारण्य को देश के आदर्श के रूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया। सरकार अगर चाहे तो फिजूलखर्ची रोककर काऊ सेस से मिलने वाली राशि की भरपाई कर सकती है। यही नहीं अगर सरकार चाहे तो सरकार व अफसरशाही की विलासिता की राशि पर भी कटौती कर इसकी भरपाई कर सकती है।  

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