बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/फर्जी मार्कशीट मामले में मुरैना महापौर को बड़ी राहत

फर्जी मार्कशीट मामले में मुरैना महापौर को  बड़ी राहत
मुरैना में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुई महापौर शारदा सोलंकी को उच्च न्यायालय से बड़ी राहत मिल गई है। उनकी 10 वीं की फर्जी अंकसूची मामले में उच्च न्यायालय ग्वालियर की खण्डपीठ ने याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि उससे आम जनता को कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा की मेयर पद की दावेदार रही मीना जाटव ने शारदा सोलंकी के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया था। इसमें उन्होंने कहा शारदा सोलंकी की 10 वीं की अंकसूची को फर्जी बताया था। साथ ही चुनाव घोषणा पत्र में उनके न्यू हाउसिंग बोर्ड में निवास की जानकारी को गलत कहा था। यह याचिका मुरैना जिला न्यायालय में दायर की गई थी। मुरैना जिला न्यायालय ने उस याचिका पर गौर करते हुए मुरैना कोतवाली पुलिस को आदेश जारी किया था।
सडक़ से लेकर संसद तक संघर्ष की जीत: अरूण यादव
केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा जातिगत जनगणना कराने का निर्णय किए जाने पर पूर्व केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री एवं मप्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरूण यादव ने केन्द्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना की स्वीकृति पर कहा है कि कांग्रेस पार्टी लगातार दलित, आदिवासी एवं पिछड़ों की मांगों को लेकर संघर्ष करती रही है। देश में जातिगत जनगणना को लेकर हमारे नेता राहुल गांधी पिछले कई वर्षों से सडक़ से लेकर संसद तक संघर्ष कर रहे थे। यह उस संघर्ष की जीत है। यादव ने आगे कहा कि हाल ही में तेलंगाना प्रदेश सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कर एक रोल मॉडल देश के समक्ष प्रस्तुत किया है। आज केंद्र सरकार ने जाति जनगणना की मांग को मंजूरी दी है, हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन हम केंद्र सरकार से यह भी मांग करते है कि इसे समय सीमा में पूर्ण किया जाए ।  हम न्याय योद्धा राहुल गांधी का देश की जनता, दलित, आदिवासी, पिछड़ों की ओर से इस संघर्ष के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित करते हैं।
… तो कांग्रेस कराती जातिगत जनगणना का काम: पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि राहुल गांधी के अडिग संकल्प के कारण मोदी सरकार को जातिगत जनगणना कराने का निर्णय लेना पड़ा। यह जीत राहुल गांधी की उस लंबी लड़ाई का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने बार-बार भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को न केवल उजागर किया, बल्कि उन्हें वापस लेने के लिए बाध्य किया।  मोदी सरकार यह निर्णय नहीं लेती तो कांग्रेस अपने स्तर पर जातिगत जनगणना कराती। मध्यप्रदेश में यह काम शुरू करने की तैयारी हो गई थी। पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस भोपाल में बड़ा सम्मेलन करेगी। राहुल गांधी की सहमति मिलने पर तारीख का ऐलान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले 11 साल में दो लाख बार अलग-अलग मंचों से जातिगत जनगणना कराने की बात उठाई है।
भाजपा पार्षद का चुनाव रद्द, 5 साल के लिए अयोग्य घोषित  
भाजपा को जबलपुर नगर निगम में झटका लगा है। पार्षद कविता रैकवार का चुनाव रद्द करते हुए वार्ड 24 को रिक्त घोषित किया गया है। संभागायुक्त अभय वर्मा ने कार्रवाई कविता का जाति प्रमाण-पत्र निरस्त होने के आधार पर की है। इसी के साथ उन्हें पांच साल के लिए नगरीय निकाय चुनाव लडऩे के अयोग्य भी घोषित किया गया है। हालांकि नगर निगम में भाजपा का बहुमत है और एक सीट गंवाने से उसे समस्या नहीं होगी। 2022 में कविता ने जीत दर्ज की थी। बाद में निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी के पति ने जाति प्रमाण-पत्र को चुनौती दी। उच्च स्तरीय छानबीन समिति ने जाति प्रमाण-पत्र अवैध मानते हुए निरस्त करने का आदेश दिया। दरअसल, पूनम कविता गेंदे पैतृक रूप से सामान्य वर्ग से आती हैं। उन्होंने रैकवार होने का दावा कर ओबीसी का प्रमाण-पत्र हासिल कर लिया। चुनाव हुए तो भाजपा ने वार्ड 24 से प्रत्याशी बनाया। तब भी जाति प्रमाण-पत्र को लेकर विवाद खड़ा हुआ, लेकिन आपत्ति खारिज हो गई थी।

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