
पीएम मित्रा पार्क में निवेश पर दिल्ली में होगा इंटरैक्टिव सेशन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 3 सितंबर को दिल्ली में इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्यूनिटीज इन पीएम मित्रा पार्क के इंटरैक्टिव सेशन में शामिल होंगे। इस अवसर पर केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहेंगे। इंटरैक्टिव सेशन में टेक्सटाइल सेक्टर के निवेशकों और नीति-निर्माताओं की मौजूदगी में मप्र में निवेश के अवसरों पर विचार-विमर्श होगा। केन्द्रीय मंत्री सिंह भारत के टेक्सटाइल सेक्टर की बढ़ती वैश्विक भूमिका और पीएम मित्रा पार्क की अहमियत पर विचार रखेंगे। मुख्यमंत्री निवेशकों से वन-टू-वन मीटिंग कर राज्य में उपलब्ध अधोसंरचना, नीतिगत सहयोग व नए अवसरों की जानकारी देंगे। साथ ही टेक्सटाइल हब के रूप में पहचान बना रहे मप्र की विशेषताओं से अवगत कराएंगे। यह भी बताया जाएगा कि कैसे पीएम मित्रा पार्क प्रदेश की औद्योगिक तस्वीर बदलने वाला साबित होगा व रोजगार अवसर सृजित करेगा। मुख्यमंत्री निवेशकों व उद्योगपतियों के साथ निवेश संबंधी प्रस्तावों व संभावनाओं पर संवाद करेंगे। वस्त्र मंत्रालय के अधिकारी केन्द्रीय योजनाओं और टेक्सटाइल क्षेत्र में वैश्विक अवसरों की जानकारी देंगे।
मध्य प्रदेश में रिवाइल्डिंग से संतुलित होगी वाइल्ड लाइफ इकोलॉजी
मध्यप्रदेश में स्वैम्प डियर (बारहसिंगा) सहित कई प्रजातियों के संरक्षण और संवद्र्धन के लिए पुनर्वास एवं कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वैज्ञानिक पद्धति से इन प्रजातियों को उनके प्राकृतिक आवास में पुन: स्थापित करने का प्रयास हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए रिवाइल्डिंग की पहल की गई है। रिवाइल्डिंग का उद्देश्य वाइल्ड लाइफ इकोलॉजी को संतुलित कर लुप्त होती प्रजातियों को पुनर्जीवित करना, संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण करना और जैव विविधता को बढ़ावा देना है। प्रदेश में की गई यह पहल अन्य राज्यों के लिए वन संरक्षण का मॉडल बनेगी। रिवाइल्डिंग का अर्थ है प्रकृति को उसकी मूल अवस्था में लौटाना। इसके लिए जंगलों में उन प्रजातियों को पुन: बसाया जाता है, जिनके बिना पारिस्थितिकी तंत्र अधूरा है। इसमें शिकारी प्रजातियों और शिकार प्रजातियों को शामिल किया जाता है। माना जाता है कि इन प्रजातियों के बिना जंगल का आहार-संतुलन बिगड़ता है और नेचुरल लाइफ साइकिल टूट जाती है। टाइगर स्टेट कहलाने वाला मध्यप्रदेश जैव विविधता से समृद्ध है। इसके बावजूद कई प्रजातियां विलुप्ति की कगार पर हैं। प्रदेश के वनों में स्वैम्प डियर (बारहसिंगा) की संख्या लगातार घट रही है। साथ ही बाघ और तेंदुए का संतुलन भी प्रभावित हुआ है। विलुप्त होती प्रजातियों को समय रहते पुनर्स्थापित कर जंगलों के साथ प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखा जा सकता है। वन विभाग ने रिवाइल्डिंग को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना बनाई है।
समाधान ऑनलाइन फिर स्थगित
मप्र शासन का समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम एक बार स्थगित कर दिया गया है। एक सितंबर को शाम 4 बजे होने वाले समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विभिन्न जिलों से प्राप्त आवेदनों की ऑनलाइन सुनवाई करने वाले थे। प्रदेश के सभी संभागायुक्त, कलेक्टर, आईजी और पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम से जुडऩे की तैयारियां कर ली थीं, लेकिन अचानक सोमवार सुबह कार्यक्रम स्थ्टाल दिया गया। कार्यक्रम की अभी नई तारीख घोषित नहीं की गई है। बता दें कि समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम दूसरी बार स्थगित हुआ है। इससे पूर्व समाधान ऑनलाइन 28 अगस्त को होना प्रस्तावित था, लेकिन उस दिन मुख्यमंत्री के नई दिल्ली प्रवास पर होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
मनीष रस्तोगी अवकाश पर, अमित राठौर को पीएस वित्त का प्रभार
वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव मनीष रस्तोगी 15 दिन के अवकाश पर हैं। इसे देखते हुए प्रमुख सचिव वाणिज्यिककर विभाग अमित राठौर को प्रमुख सचिव वित्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
