
- रवि खरे
तिब्बत में माउंट एवरेस्ट पर भारी बर्फबारी, करीब 1000 पर्वतारोही फंसे
तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में बर्फीले तूफान के कारण 1,000 से अधिक पर्वतारोही फंस गए हैं। शिविरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। यह क्षेत्र 4,900 मीटर की ऊंचाई पर है। बर्फ हटाने के लिए स्थानीय लोगों के साथ विभिन्न बचाव दलों को लगाया गया है। कुछ लोगों को बचा भी लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार शाम को भारी बर्फबारी शुरू हुई और तिब्बत में माउंट एवरेस्ट की पूर्वी ढलानों पर यह तेज हो गई है, जो पर्वतारोहियों और पैदल यात्रियों के बीच लोकप्रिय क्षेत्र है। माउंट एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई 8,849 मीटर से भी अधिक है। चीन में इसे माउंट कोमोलांगमा के नाम से जाना जाता है। एवरेस्ट के पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश से भूस्खलन और अचानक बाढ़ आई, जिससे अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है।
ट्रंप ने पुतिन के न्यू स्टार्ट संधि के प्रस्ताव पर जताई खुशी, बोले- सुनकर अच्छा लगा
यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका के रिश्तों में खटास आई हुई है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के न्यू स्टार्ट संधि के प्रस्ताव पर खुशी जताई और कहा कि न्यू स्टार्ट संधि एक अच्छी पहल है। व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप से जब न्यू स्टार्ट संधि को लेकर पुतिन के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि सुनकर अच्छा लग रहा है। ये अच्छा विचार है। दरअसल बीती 22 सितंबर को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में कहा कि रूस न्यू स्टार्ट संधि के तहत तय प्रतिबंधों का अगले एक साल के लिए और पालन जारी रखने के लिए तैयार है। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि यह तभी संभव होगा, जब अमेरिका भी इसका पालन जारी रखे। दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों को लेकर हुई यह संधि अगले साल फरवरी में समाप्त होने वाली है। रूस की सरकार ने कहा है कि वे यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि रूस की सुरक्षा चिंताओं का समाधान होना चाहिए।
आगरा: कंप्रेसर की मदद से निकाला गया मृतक, अब भी दलदल में फंसे हैं छह शव
नदी में डूबे युवकों को तलाशने के लिए चलाए गए सर्च ऑपरेशन को रविवार को 100 घंटे पूरे हो गए। रविवार को टूटती उम्मीद में सेना का नया प्लान काम आया। इसके लिए ग्रामीणों ने भी मेहनत की। भूमिगत सबमर्सिबल पंप को बाहर निकालने में मददगार कंप्रेसर का सहारा लिया गया। इस देसी जुगाड़ ने काम करते हुए आधा घंटे में शव को बाहर निकाल दिया। इससे अब पीडि़त परिवारों में अपनों के अंतिम बार मिलने की उम्मीद बंध गई है। सोमवार को सर्च शुरू होगा तो तीन कंप्रेसर की मदद से स्कूबा डाइवर अभियान चलाएंगे। खेरागढ़ स्थित उटंगन नदी में डूबे 12 लोगों को निकालने के लिए 2 अक्तूबर को शाम 6 बजे से बृहद स्तर पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। पहले दिन एसडीआरएफ के 20 जवान पहुंचे थे। शुक्रवार को एनडीआरएफ को बुलाया गया। इसके बाद 50 पैरा ब्रिगेड की 411 पैरा फील्ड यूनिट का दल पहुंचा। 4 टीमों में शामिल 7-7 स्कूबा डाइवर ने ऑक्सीजन सिलिंडर और रस्सी की मदद से पानी के अंदर जाकर देखा।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- हिंदुओ अब तुम माला और भाला अपने साथ रखो
हाल ही में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं पर बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि विदेशी ताकतों द्वारा पूरे भारत में हिंदुओं को डराने का प्रोपेगैंडा फैलाया जा रहा है। होली, दुर्गा प्रतिमा और राम जुलूस पर पत्थरबाजी हिंदुओं को डराने की सबसे बड़ी प्रायोजित साजिश है। ये सबसे बड़ा ट्रेंड बन गया है। इसलिए हम हिंदुओं का डर दूर करने और हिंदुओं को जगाने के लिए पूरे देश में पदयात्रा कर रहे हैं। हिंदुओ अब तुम माला और भाला अपने साथ रखो। बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कहते हैं कि मुझे आई लव मुहम्मद में कुछ गलत नहीं लगता। मुझे महादेव से प्रेम है में भी कुछ गलत नहीं होना चाहिए। लेकिन अगर आप सर तन से जुदा का नारा लगाएंगे तो न कानून आपको छोड़ेगा और न ही हिंदू। बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ विजय, मातृभूमि के प्रति समर्पण, हिंदुत्व और राम की भूमि है। छत्तीसगढ़ में हालात बदल रहे हैं। हिंदुत्व की विचारधारा के प्रसार के कारण धर्मांतरण पर अंकुश लग रहा है। आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ पहला राज्य बन सकता है, जहां गांव-गांव में धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठेगी और धर्मांतरण रुकेगा।