बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/मप्र में घटिया उर्वरकों की बिक्री पर तत्काल रोक लगाए सरकार

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मप्र में घटिया उर्वरकों की बिक्री पर तत्काल रोक लगाए सरकार
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को एक पत्र लिखकर राज्य में अमानक उर्वरकों की बिक्री पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। पत्र में लिखा है कि मंत्र में अमानक उर्वरकों की बिक्री में कंपनियां, कृषि विभाग, सहकारी समितियां और उर्वरक गुणवत्ता जांच एजेंसियों के कुछ लोगों का एक संगठित सिंडिकेट शामिल है। राज्य में उर्वरकों के नमूने जांच में हेराफेरी की जा रही है, जिससे अमानक उर्वरकों को भी मानक घोषित किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि मप्र में हर वर्ष अनुमानित लगभग 70-75 लाख टन उर्वरक की खपत होती है, जिसमें यूरिया, डीएपी, एसएसपी और एनपीके मुख्य रूप से उपयोग किए जाते हैं। अमानक उर्वरकों की इस बिक्री से किसानों की फसल उत्पादन क्षमता 20-30 फीसदी तक कम हो रही है, जबकि उनकी लागत में अत्याधिक वृद्धि हो रही है। दिग्विजय ने सरकार से मांग की है कि इस मामले में एक विशेष टास्क फोर्स गठित करें जो हर जिले में उर्वरकों के नमूने कैमरों के सामने जांच कराए। अमानक उर्वरक बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।

मिस यूनिवर्स रिया बोलीं- भोपाल खूबसूरत शहर
मिस यूनिवर्स एमपी-2025 का ग्रैंड फिनाले होटल एम्पायर में रात तक जारी रहा। फिनाले में बतौर जज पहुंची मिस यूनिवर्स रिया सिंघा ने बताया कि मुझे भोपाल बहुत ही सुंदर लगा। सिटी ऑफ लेक है। मुझे यहां की बेचर ग्रीनरी बहुत पसंद आई। मैंने प्रतिभागियों से बात की है।  मध्य प्रदेश बहुत ही बड़ी जगह है। यहां बहुत टैलेंट है। जब मैंने प्रतिभागियों से बात की तो सभी मुझे बहुत ही टैलेंटेड लगे। मैं इसके लिए बहुत ही उत्सुक हूं। इस आयोजन में सबसे पहले आपको खुद को जानना जरूरी है। आप यहां से अपने आप को रिप्रजेंट नहीं कर रहे हो, आप पूरे देश को रिप्रजेंट कर रहे हो। 20 मई को हुए स्टेट लेवल ऑडिशन में प्रदेशभर से चयनित 13 फाइनलिस्ट ने फिनाले की रैंप पर जलवा बिखेरा। शो की खास बात यह है कि यह आयोजन मध्यप्रदेश की आधिकारिक स्टेट फ्रेंचाइजी द्वारा किया जा रहा है।

कांग्रेस के जिलाध्यक्षों का टेस्ट लेंगे राहुल के ऑब्जर्वर
कांग्रेस की 2023 के विधानसभा और लोकसभा 2024 में हुई करारी हार के बाद पार्टी का फोकस संगठन पर है। इसमें परीक्षा जिलाध्यक्षों की होगी, जो जिलों में वर्षों से जसे हुए हैं। इनकी सिफारिश भी कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, जीतू पटवारी, अरुण यादव के क्षेत्रीय प्रभाव के हिसाब से की गई है। अब राहुल गांधी का फोकस जिलों में अध्यक्षों की परफार्मेंस पर रहेगा और इस परफार्मेंस को देखेंगे 61 पर्यवेक्षक। उन्हीं की रिपोर्ट पर जिलाध्यक्ष रहेंगे या जाएंगे, यह तय होगा। इन सभी पर्यवेक्षकों को अगले तीन महीने तक दिए जाने वाले जिलों में जाकर काम करना होगा और हरेक माह में 7 दिन फील्ड में रहना अनिवार्य होगा। मप्र में यह पहली बार होगा, जब जिला अध्यक्ष के लिए इतनी बड़ी कवायद की जा रही है। बता दें कि अभी कांग्रेस संगठन के 70 जिले हैं, जिनमें से पांच जिले खंडवा शहर, कटनी शहर, रतलाम ग्रामीण, खंडवा ग्रामीण और रायसेन लंबे समय से खाली पड़े हैं। बाकी 65 में जो जिलाध्यक्ष पदस्थ हैं, उनमें सबसे अधिक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के समर्थक हैं।

मोदी सरकार की 11वीं वर्षगांठ मनाएगी भाजपा
एक ओर कांग्रेस मंगलवार को राहुल गांधी के दौरे के साथ संगठन सृजन अभियान शुरू करने जा रही है, वहीं इसके जवाब में भाजपा मंगलवार को मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर संकल्प से सिद्धी अभियान को प्रदेशभर में जमीनी स्तर पर ले जाने की तैयारी के लिए संगठनात्मक बैठक करने जा रही है। भाजपा प्रदेश संगठन ने मंगलवार को पार्टी के सभी प्रदेश पदाधिकारियों, संभाग प्रभारी, मोर्चा अध्यक्ष व तमाम संगठनात्मक कार्यक्रमों के जिला संयोजक को भोपाल बुलाया है। बैठक को सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और संगठन महामंत्री हितानंद संबोधित करेंगे। बैठक में जून महीने में पार्टी की ओर से चलाए जाने वाले कार्यक्रमों, अभियान और आयोजनों की रूपरेखा  तैयार की जाएगी।

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