
- रवि खरे
विदेश दौरे पर गुलाम नबी आजाद की तबीयत बिगड़ी, कुवैत के अस्पताल में भर्ती
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के विदेश दौरे के दौरान तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं। भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा ने इस बारे में मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आजाद की कुछ जरूरी जांच और चिकित्सकीय प्रक्रियाएं की जाएंगी। जय पांडा ने कहा कि बहरीन और कुवैत में हुई बैठकों में गुलाम नबी आजाद का योगदान बेहद प्रभावशाली रहा। उनकी सक्रिय भागीदारी से प्रतिनिधिमंडल को सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं। अस्पताल में भर्ती होने के कारण अब वह आगे की यात्रा में सऊदी अरब और अल्जीरिया नहीं जा सकेंगे। बता दें कि प्रतिनिधिमंडल वर्तमान में सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंच चुका है। इस दौरे में वे वहां के राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, विचारशील लोगों और भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। गुलाम नबी आजाद की तबीयत को लेकर सभी दलों और उनके समर्थकों की ओर से शुभकामनाएं भेजी जा रही हैं।
अमेरिका जाकर पढ़ाई करना हुआ मुश्किल… ट्रंप ने स्टूडेंट वीजा के इंटरव्यू पर लगाई रोक
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने दुनियाभर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों को नया निर्देश जारी किया है। इसके तहत तत्काल प्रभाव से छात्र, व्यावसायिक और एक्सचेंज विजिटर वीजा इंटरव्यू की नई अपॉइंटमेंट्स पर रोक लगा दी गई है। यह कदम विदेशी छात्रों के लिए अनिवार्य सोशल मीडिया स्क्रीनिंग लागू करने की व्यापक योजना का हिस्सा है। पोलिटिको की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो द्वारा हस्ताक्षरित दस्तावेजों का हवाला दिया गया है। दस्तावेज में साफ कहा गया है कि तत्काल प्रभाव से, आवश्यक सोशल मीडिया जांच के विस्तार की तैयारी में किसी भी नए छात्र या एक्सचेंज विजिटर वीजा इंटरव्यू की अपॉइंटमेंट शिड्यूल नहीं की जानी चाहिए, जब तक कि आगे का मार्गदर्शन प्राप्त न हो जाए, जिसकी हमें आने वाले दिनों में अपेक्षा है। यह आदेश स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अमेरिकी सरकार विदेशी छात्रों की डिजिटल गतिविधियों की गहन जांच की तैयारी कर रही है। हालांकि, अभी तक अमेरिकी की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि यह नई जांच प्रक्रिया किन विशेष पहलुओं पर केंद्रित होगी।
लखनऊ में मासूम बच्ची से रेप के आरोपी का एनकाउंटर… 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार
लखनऊ के थाना मदेयगंज क्षेत्र में पुलिस और एक शातिर अपराधी के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है आरोपी पर बीते दिनों चार साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगा था। इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी इलाके में ही कहीं छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। ऐसे में खुद को घिरा देख आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें आरोपी घायल हो गया। घायल आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ पहले से भी कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। जल्द ही उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मासूम बच्ची से दुष्कर्म करने वाले बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है।
जस्टिस वर्मा की बढ़ेंगी मुश्किलें, मॉनसून सत्र में महाभियोग लाने की तैयारी में केंद्र सरकार!
केंद्र सरकार दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश यशवंत वर्मा के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। जस्टिस वर्मा के दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास से भारी मात्रा में जली हुई नकदी मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच समिति ने उन्हें दोषी ठहराया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सरकारी सूत्रों का कहना है कि यदि न्यायमूर्ति वर्मा खुद इस्तीफा नहीं देते हैं तो जुलाई के दूसरे पखवाड़े से शुरू हो रहे मानसून सत्र में महाभियोग प्रस्ताव लाना सरकार की स्वाभाविक प्राथमिकता होगी। जस्टिस वर्मा को इस विवादास्पद घटना के बाद दिल्ली हाईकोर्ट से उनके मूल पदस्थापन स्थल इलाहाबाद हाईकोर्ट भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर वर्मा के खिलाफ महाभियोग की सिफारिश की थी।