बिच्छू राउंडअप/10 लाख फिलिस्तीनियों को हमेशा के लिए लीबिया में बसाने की तैयारी में डोनाल्ड ट्रंप

  • रवि खरे
फिलिस्तीनियों

10 लाख फिलिस्तीनियों को हमेशा के लिए लीबिया में बसाने की तैयारी में डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन युद्धग्रस्त गाजा पट्टी से लगभग 10 लाख फिलिस्तीनियों को लीबिया में स्थायी रूप से स्थानांतरित करने की योजना पर काम कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, चर्चाओं की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले दो व्यक्तियों और एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इस योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है, तथा अमेरिका और लीबिया के नेतृत्व के बीच बातचीत पहले से ही चल रही है। एनबीसी ने कहा कि फिलिस्तीनियों को फिर से बसाने के बदले में अमेरिकी सरकार लीबिया को अरबों डॉलर की धनराशि जारी करेगी, जिसे एक दशक से भी ज्यादा समय पहले रोक दिया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है और इजरायल को प्रशासन की चर्चाओं के बारे में बताया गया है। हालांकि, अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता ने एनबीसी न्यूज से कहा, ये रिपोर्टें झूठी हैं। ऐसी किसी योजना का कोई जमीनी आधार नहीं है और इस बारे में कोई चर्चा नहीं की गई।

पाक का कुबूलनामा, शहबाज ने माना नूरखान एयरबेस समेत कई ठिकाने हुए तबाह
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कुबूल किया है भारत के जवाबी हमले में उनके कई एयरबेस तबाह हो गए हैं, खास तौर पर नूरखान एयरबेस। पाकिस्तान का यह कबूलनामा अब दुनिया के सामने है। यह वही पाकिस्तान है जो कल तक ये कह रहा था कि कुछ हुआ ही नहीं है और अपने लोगों को बेवकूफ बनाकर जीत का जश्न मना रहा था।अब वही कह रहा है कि नुकसान हो गया है। शरीफ का वीडियो अब मीडिया पर वायरल है। इस में वह कहते हैं, 9 और 10 तारीख की दरमियानी रात के करीब ढाई बजे सिपासलाहर जनरल असिम मुनीर ने मुझे सिक्योर फोन पर मुझे बताया कि वजीरे-आजम साहब हिंदुस्तान ने अपने बैलेस्टिक मिसाइल अभी लॉन्च किए हैं जिनमें से एक नूरखान एयरबेस पर गिरा है और कुछ दूसरे इलाकों में भी गिरे हैं। यह पाकिस्तान के वीवीआईपी और हाई लेवल मिलिट्री एविएशन का सेंटर है। इस्लामाबाद से इसकी निकटता और इसका डबल रोल एयरबेस को पाकिस्तान के सबसे संवेदनशील हवाई ठिकानों में से एक बनाती है।

ओडिशा में गिरी आकाशीय बिजली, महिलाओं और बच्चों समेत कुल 9 लोगों की मौत
ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से लगभग 9 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि छह महिलाओं सहित कम से कम 9 लोग मारे गए और कुछ अन्य लोग राज्य में गरज के बीच बिजली गिरने से अलग -अलग घटनाओं में घायल हो गए। कोरापुत जिले में 3 लोगों की मृत्यु हो गई, जजपुर और गंजम में 2-2 लोगों की मौत हो गई है। वहीं धेंकनल और गजापति जिले में 1-1 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में तीन महिलाओं ने अपनी जान गंवा दी। वहीं एक बुजुर्ग लक्ष्मीपुर में बिजली गिरने की वजह से घायल हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, बिजली गिरने से जिन लोगों की मौत हुई है। वे सभी एक ही परिवार के सदस्य थे। जब बिजली गिरी उस दौरान वे खेतों में काम कर रहे थे और अस्थायी झोपड़ी में आश्रय लिए हुए थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आकाशीय बिजली झोपड़ी पर गिरी और मौके पर ही तीनों महिलाओं की मौत हो गई।

तुर्की के सेब की जगह कश्मीरी सेब खरीद रहे लोग, अजमेर के व्यापारियों का बाइकॉट
भारत-पाक तनाव कम हो चुका है लेकिन इसका असर अभी भी देखा जा सकता है। राजस्थान के अजमेर में तुर्की से आने वाले सेब और कीवी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। राजस्थान के अजमेर स्थित सेब व्यापारी अर्जुन कहते हैं, भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद वहां से आने वाले सेब और कीवी पर यहां पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। अर्जुन कहते हैं, तुर्की से आने वाले किसी भी अन्य फल पर भी प्रतिबंध रहेगा। तुर्की के सेब की जगह लोग कश्मीरी सेब खरीद रहे हैं। इस दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया है, संगमरमर और फल व्यापारियों ने तुर्की से अपना कारोबार बंद कर दिया है। भारत-पाक तनाव के बीच तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया था। यह समर्थन कई रूपों में दिखा, जैसे कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ फोन पर बातचीत, पाकिस्तान को ड्रोन और हथियारों की आपूर्ति, और कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन।

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