बिहाइंड द कर्टन/नहीं थम रहे दिग्विजय के विवादास्पद बोल

  • प्रणव बजाज
दिग्विजय सिंह

नहीं थम रहे दिग्विजय के विवादास्पद बोल
पूर्व मुख्यमंत्री व दस जनपथ के करीबी दिग्विजय सिंह के विवादास्पद बोलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी वजह से पार्टी को फायदा हो या न हो उनका जरूर सुर्खियों में रहने का फायदा होता रहता है। उनके द्वारा अब एक बार फिर खरगौन दंगों को लेकर ऐसा ही कुछ बयान दिया गया है। इसमें उनके द्वारा कहा गया है कि भाजपा ही गरीब मुसलमानों को पैसा देकर पत्थर फिकवाने का काम करती है। हालांकि हाल ही में एक फर्जी फोटो मामले में एफआईआर का सामना कर रहे सिंह का कहना है कि इस तरह की शिकायतें उनके पास आ रही हैं, जिसे वे चेक करगें। उनके इस वायरल हुए वीडियो में वे कह रहे हैं कि मैं यह आरोप नहीं लगा रहा हूं, बल्कि जानकारी के लिए बता रहा हूं।

शादी-पार्टियों में बंदूक ले जाने की लेनी होगी अनुमति
मुरैना में शादी पार्टी में हथियार ले जाने पर प्रतिबंध लगाने के बाद इसे पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित करने पर विचार चल रहा है। यह संकेत गृह मंत्री डॉ नरोत्तम  मिश्रा ने दिए। उन्होंने कहा कि शादी या अन्य कार्यक्रमों में अगर हथियार ले जाना जरूरी है तो उसकी अनुमति लेनी होगी। डॉ मिश्रा ने कहा है कि मुरैना में हर्ष फायरिंग की घटनाओं में कई लोगों की जान जा चुकी है। इसकी वजह से मुरैना में धारा 144 के तहत शादी,पार्टी या किसी समारोह में बंदूक लेकर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। उनका कहना है कि विवाह या अन्य समारोह में हर्ष फायरिंग पर पहले से प्रतिबंध है, फिर भी हर्ष फायरिंग की घटनाएं होती हैं, जिन पर सख्ती से प्रतिबंध लगाना जरूरी है। उनका कहना है कि जिनको शादी समारोह में लाइसेंसी बंदूक ले जाना जरूरी है वह इसकी सक्षम अधिकारी से अनुमति लेकर ही जाय। इस नियम पर भी विचार किया जा रहा है।

विभाग के अफसरों से बेहद नाराज हैं मंत्री जी
सरकार में बेहद पॉवरफुल माने जाने वाले एक मंत्री जी इन दिनों अपने एक मातहत विभाग से बेहद खफा चल रहे हैं। यही वजह है कि उनके द्वारा अब बैठक बुलाकर लक्ष्य हासिल नहीं कर पाने के लिए अफसरों को जमकर फटकार लगाई। यही नहीं उनके द्वारा इस मामले में विभाग के तहत आने वाले एक निगम मंडल के एमडी तक को नहीं बख्शा गया। दरअसल यह मंत्री हैं मछुआ कल्याण और मत्स्य विभाग के मंत्री तुलसी सिलावट। समीक्षा में उन्हें पता चला की बीते साल के लिए विभाग द्वारा 12 हजार टन मछली के उत्पादन का लक्ष्य रख गया था , लेकिन उत्पादन महज 8 हजार 4 सौ टन ही हुआ है। यही हाल फ्राई के मामले में भी रहा है। सिलावट ने कहा कि यह स्थिति प्रदेश में तब है जबकि 27 बड़े जलाशय मौजूद हैं।

भार्गव ने दी नसीहत, बर्षा से पहले बन जाएं पुल
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने विभाग के अफसरों को चेताया है कि बारिश शुरू होने से पहले प्रदेश में जिन पुलों पर काम चल रहा है उन्हें बनकर तैयार हो जाना चाहिए। विभाग की समीक्षा के दौरान भार्गव ने कहा कि इस दौरान पुलों की गुणवत्ता व डिजायन पर विशेष रुप से ध्यान दें , जिससे की बाद में कोई शिकायत नहीं आए। इसी तरह से उनके द्वारा कहा गया है कि निर्माण सामग्री के दामों में हाने वाली वृद्वि का असर गुणवत्ता पर नहीं पड़ना चाहिए। इसके लिए विभाग के अफसर निर्माण एजेंसियों के साथ समन्वय बनाए। इस दौरान उनके द्वारा तय दर से कम पर ठेके लेने वालों के कामों पर विशेष रूप से निगरानी करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निर्माण कामों की टेस्टिंग और कंसलटेंसी लगातार जारी रहनी चाहिए जिससे की गुणवत्ता बनी रहे।

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