बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/दिल्ली में केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मिले सीएम डॉक्टर यादव

मंत्री सिंधिया

दिल्ली में केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मिले सीएम डॉक्टर यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री एवं गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके नई दिल्ली स्थित आवास पर आत्मीय मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं में प्रदेश के विकास से जुड़े विभिन्न समसामयिक विषयों पर विचार-विमर्श किया। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने राज्य के विकास, जनकल्याण और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से संबंधित विषयों पर चर्चा की। नवाचार, डिजिटल सेवाओं की पहुंच और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार पर भी दोनों नेताओं ने विचार-विमर्श किया। दिल्ली से सीएम मोहन यादव उत्तरप्रदेश के वाराणसी जाएंगे यहां मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक लेंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव भी इसमें शामिल होंगे। बता दें कि बैठक में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी भागीदारी करेंगे।

एक महीने बाद सेवानिवृत्त होंगे असीम अंबाड़े हो सकते हैं अगले वन बल प्रमुख
मप्र वन विभाग के मुखिया असीम श्रीवास्तव अगले महीने 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसके बाद 1988 बैच के आईएफएस वीएन अंबाड़े अगले वन बल प्रमुख बन सकते हैं। इससे पहले अंबाड़े वन्य प्राणी शाखा की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। आईएफएस असीम श्रीवास्तव को जनवरी 2024 में वन बल प्रमुख बनाया गया था। इनका कार्यकाल करीब 18 महीने का रहेगा। असीम श्रीवास्तव जुलाई में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। असीम श्रीवास्तव आईएफएस अभय कुमार पाटिल के सेवानिवृत्त होने के बाद वन विभाग के मुखिया बने थे। दरअसल वन विभाग में लंबे समय से परंपरा चली आ रही है कि सबसे सीनियर अधिकारी को ही वन बल प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। गौरतलब है कि विभाग में एक-एक महीने के लिए दो अधिकारियों को वन बल प्रमुख बनाया गया था। अभय कुमार पाटिल और साल 2017 में जब्बाद हसन को एक महीने के लिए बन बल प्रमुख बनाया गया था। वहीं असीम श्रीवास्तव को सरकार ने पहले वाइल्ड लाइफ वार्डन नियुक्त किया था। इन्हें कूनो में चीतों की मौत के बाद जेएस चौहान को हटाकर यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वाइल्ड पीसीसीएफ के बाद असीम श्रीवास्तव को जिम्मेदारी मिली थी।

हर जिले में आज से 30 जून तक होंगे विशेष आयोजन
प्रदेश में जल संरक्षण, जल स्रोतों के पुनर्जीवन और जनजागरुकता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए जल गंगा संवर्धन अभियान का 30 जून को समापन होगा। अभियान 30 मार्च से पूरे प्रदेश में शासन और समाज के सहयोग से चलाया गया था। सभी जिलों में 24 से 30 जून तक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में समापन के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टर्स एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस समापन सप्ताह का उद्देश्य अभियान की उपलब्धियों और इसके जरिए हुए कार्यों के लाभों को जन-जन तक पहुंचाना है। साथ ही नागरिकों से मिले सुझावों के आधार पर भविष्य की नीतियों में सुधार करना और जनप्रतिनिधियों, जलदूतों व स्थानीय नागरिकों को आगे की योजनाओं में सहभागी बनाना भी इसका अहम हिस्सा है।

सौरभ शर्मा के साथी शरद की जमानत पर सुनवाई टली
परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के सहयोगी शरद जायसवाल की जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई टल गई। जस्टिस प्रमोद कुमार अग्रवाल की बेंच के सामने ईडी की ओर से जवाब पेश करने दो दिन का समय मांगा गया। शरद ने अपने पिता की बायपास सर्जरी के लिए अंतरिम जमानत देने की प्रार्थना हाईकोर्ट से की थी। सोमवार को सुनवाई के दौरान शरद की ओर से अधिवक्ता संकल्प कोचर और ईडी की ओर से अधिवक्ता विक्रम सिंह हाजिर हुए। सिंह ने अंतरिम जमानत पर जवाब पेश करने दो दिनों का वक्त मांगा, जो दे दिया गया।

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