बिहाइंड द कर्टन/रैगांव में नहीं चला भाजपा का धनबल

  • प्रणव बजाज
कमलनाथ

रैगांव में नहीं चला भाजपा का धनबल
उपचुनाव में मिली हार का ठीकरा अब कमलनाथ द्वारा भाजपा पर फोड़ा जा रहा है। इन उपचुनावों में कांग्रेस को अपने दो मजबूत गढ़ों को गंवाना पड़ा है। इन दोनों ही गढ़ों में कांग्रेस भाजपा द्वारा बनाए गए चुनावी चक्रव्यूह में ऐसी उलझी की मतदाताओं का बहुमत का आंकड़ा दूर होता चला गया। यह बात अलग है कि भाजपा ने रैंगाव में एक नेता की पसंद के ख्याल के चलते अपनी पंरपरागत सीट को खो दिया। रैगांव में मतदाताओं के आभार के बहाने जीत का जश्न मनाने पहुंचे कमलनाथ का जोबट व पृथ्वीपुर हार का दर्द सामने आ ही गया। उन्होंने इस दौरान आरोप लगाया कि खंडवा लोकसभा, जोबट और पृथ्वीपुर उपचुनाव को भाजपा ने जीता नहीं बल्कि लूटा है। इस दौरान नाथ अप्रत्याशित रूप से सुरक्षा घेरा से बाहर निकले और लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि रैगांव में भाजपा का धन-बल नहीं चला क्योंकि यहां कि जनता सीधी-सादी है,, मगर मूर्ख नहीं है। उन्होंने कहा कि आपने साबित कर दिया कि इस क्षेत्र की जनता बिकाऊ नहीं है।

और रिश्वत मांगना पड़ गया भारी
राज्य पुलिस सेवा के अफसर दीपक ठाकुर को रिश्वत मांगना भारी पड़ गया है। वे अब इस मामले में निलंबित हो गए हैं। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा जांच की गई थी, जिसके बाद न्यायालय में चालान पेश हुआ तो गृह विभाग को उन्हें निलंबित करना पड़ गया। खास बात यह है कि वे इस मामले में जिला अदालत में भी पेश नहीं हुए थे, जिसकी वजह से उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। हालांकि इसके बाद उनके द्वारा जमानत ले ली गई थी। दरअसल ठाकुर पर गृह विभाग ने चालान प्रस्तुत होने के बाद मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम के तहत तत्काल काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया है। पुणे की रहने वाली गुलशन जौहर की बेटी रेनी जौहर अमेरिका में एक कंपनी में जॉब करतीं थीं। वे प्रसिद्ध गुलशन व फिल्म निर्माता करण जौहर की बुआ हैं। गुलशन व रैनी के खिलाफ साइबर सेल में एक प्रकरण  दर्ज हुआ था। इसी मामले मे एएसपी दीपक ठाकुर द्वारा कोर्ट में चालान पेश करने और उन्हें बाहर निकालने के लिए उनके रिश्तेदारों से 3 लाख 50 हजार रुपए की मांग की थी।

भाजपा में हार की गाज गिरेगी स्थानीय नेताओं पर
हाल ही में हुए उपचुनाव में भले ही भाजपा ने चार में  से तीन सीटों पर जीत हासिल कर ली है , लेकिन भाजपा के प्रदेश संगठन रैगांव में मिली हार को भूल नही पा रही है।  हार का विश्लेषण करने के लिए प्रदेश संगठन ने इस सीट के हर बूथ पर मिले मतों की जानकारी मंगा ली है। इसके बाद यह पता लगाया जा रहा है कि किस बूथ पर पार्टी को कम वोट मिले और इसका क्या कारण रहे। किस नेता के पास बूथ की जिम्मेदारी थी और उसने चुनाव में पार्टी के पक्ष में काम किया या नहीं। इसके बाद लापरवाह रहे नेताओं पर गाज गिरना तय मानी जा रही है। माना जा रहा है कि जिस तरह से प्रदेश संगठन ने दमोह की हार के बाद मंडल अध्यक्षों के खिलाफ कार्रवाई की थी, उसी तर्ज पर रैगांव में की जाएगी। दरअसल भाजपा रैगांव विधानसभा में लंबे समय बाद मिली हार को पचा नहीं पा रही है। इस सीट पर भाजपा को दो दशक बाद लगभग 12 हजार 243 मतों से हार का सामना करना पड़ा है।

ताई ने कहा राजनीति मे पुरानी मर्यादा अब भी जरूरी
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पद्मभूषण अलंकरण से सम्मानित होने के बाद कहा है कि राजनीति में पुरानी मर्यादा अब भी जरुरी है। उनका कहना है कि जब वे संसद में पहुंची थी , जब कई बड़े नेता तीखी बहस करते थे, लेकिन बाद में सब एक साथ चाय पीते थे। उनका कहना है कि अटल जी कहते थे कि एक दूसरे की आलोचना खूब करो, लेकिन उतनी करो कि बाद में एक दूसरे से चेहरा मिला सको और प्रेम से बात कर सको। कटुता न आए ये याद रखो। उनका कहना है कि पहले व्यक्तिगत टिप्पणी कम होती थी और कोई इसका बुरा भी नहीं मानता था। अब व्यक्तिगत टिप्पणी करने के रुप में परिवर्तन आया है, लेकिन इस परिवर्तन को अच्छे राह पर ले जाने का जिम्मा भी हम जैसे लोगों को काम है। सम्मान पर उनका कहना है कि मेरे जीवन की हर उपलब्धि में इंदौर वासियों का सहयोग और स्नेह शामिल है। जीवनभर पार्टी का सहयोग, बड़े लोगों का मार्गदर्शन मिला है। इतना ही कहूंगी कि अच्छा लग रहा है। देर-सवेर तय है कि अच्छे कार्य करने वालों को एक दिन सफलता जरूर मिलती है।

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